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(todayindia)प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश से शुरू की थी राष्ट्र-व्यापी फसल बीमा योजना – मुख्यमंत्री चौहान

(todayindia) प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश से शुरू की थी राष्ट्र-व्यापी फसल बीमा योजना – मुख्यमंत्री चौहान
todayindia,todayindianews24,shivrajsinghchouhan,mpcm,mpnewsआपदा से क्षतिग्रस्त फसलों की नुकसानी का किसानों को दिया जायेगा पूरा मुआवजा
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने किसानों के कल्याण के लिये नवाचार कर अनेक योजनाएँ शुरू की
किसानों के हित में आरबीसी 6 (4) में किये गये जरूरी संशोधन
प्रदेश में निरंतर बढ़ाया जा रहा है सिंचाई का रकबा
पी.एम. फसल बीमा योजना का म.प्र. में हो रहा है गंभीरता एवं संवेदनशीलता से क्रियान्वयन- केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में इंदौर से शुरू हुआ “मेरी पॉलिसी-मेरे हाथ” अभियान
मुख्यमंत्री और केन्द्रीय कृषि मंत्री ने किसानों को वितरित की बीमा योजना की पॉलिसी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में “मेरी पॉलिसी-मेरे हाथ” अभियान का राष्ट्र-व्यापी शुभारंभ आज इंदौर के बरलई में किया। किसानों को फसल बीमा योजना की पॉलिसी वितरित की गईं। यह अभियान एक अनूठी पहल है, जिसमें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में नामांकित किसानों को ग्राम पंचायत/ग्राम स्तर पर विशेष शिविरों के माध्यम से फसल बीमा पॉलिसी की हार्ड कॉपी वितरित की जाएगी। अभियान का उद्देश्य योजना में नामांकित सभी ऋणी और गैर-ऋणी किसानों तक पहुँचना एवं उन्हें फसल बीमा के बारे में जागरूक करना भी है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह मध्यप्रदेश का सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के हित में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरूआत मध्यप्रदेश से ही की थी। अब प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में “मेरी पॉलिसी-मेरे हाथ” योजना का राष्ट्रव्यापी शुभारंभ भी मध्यप्रदेश से हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में इस अभियान में गाँव-गाँव शिविर लगाए जाएंगे और किसानों को उनके घर पर ही बीमा पॉलिसी उनके हाथ में पहुँचाई जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। आरबीसी 6 (4) में भी किसानों को फसल नुकसानी का मुआवजा दिया जा रहा है। किसानों के हित में आरबीसी के नियमों में जरूरी संशोधन भी किये गये हैं। नियमों को सरल बनाया गया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में हाल ही में 7,618 करोड़ रुपए का मुआवजा किसानों के खाते में जमा कराया गया है। अकेले इंदौर जिले में ही 380 करोड़ 54 लाख रुपए की राशि का भुगतान किया गया है। आपदा के समय आरबीसी 6(4) में साढ़े 10 हजार करोड़ का मुआवजा दिया गया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले 20 माह में किसानों के खाते में कुल 1 लाख 72 हजार 898 करोड़ रुपये की राशि जमा कराई है। यह पहला मौका था, जब प्रदेश में इतनी बड़ी राशि किसानों के खाते में जमा की गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी किसानों की लगातार चिंता कर रहे हैं। किसान कल्याण के लिये नवाचार कर अनेक योजनाएँ प्रारंभ की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में सिंचाई का रकबा लगातार बढ़ाया जा रहा है। वर्तमान में 43 लाख हेक्टेयर रकबे में सिंचाई हो रही है, आगे यह रकबा 65 लाख हेक्टेयर किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसानों ने अथक परिश्रम कर प्रदेश में रिकॉर्ड कृषि उत्पादन किया है। इसके फलस्वरुप मध्यप्रदेश कृषि के क्षेत्र में देश में नंबर वन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर के बरलई में अपेरल रेडीमेड गारमेंट पार्क बनाया जायेगा। इस पार्क में लगभग एक हजार करोड़ रूपये का निवेश होगा। इससे लगभग 12 हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। उन्होंने उपस्थित किसानों को अपने-अपने गाँव में स्वच्छता रखने, गौरव दिवस मनाने तथा पेड़ लगाने का संकल्प दिलवाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा होने पर किसानों को नुकसानी का पूरा मुआवजा दिया जायेगा। बोवनी खराब होने पर भी उसका मुआवजा मिलेगा। वास्तविक नुकसानी की जानकारी प्राप्त करने के लिये मैदानी स्तर पर सघन सर्वें करवाया जायेगा।

केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि यह गौरव की बात है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में “मेरी पॉलिसी-मेरे हाथ” अभियान का शुभारंभ मध्यप्रदेश के इंदौर से ही हो रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के सीहोर जिले से ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का शुभारंभ किया था। श्री तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ क्रियान्वयन हो रहा है। हर किसान की जुबान पर इस योजना के लाभ की बात है। किसानों को संकट के समय उनकी भरपूर सहायता की गई है। किसानों के जीवन स्तर में सकारात्मक बदलाव लाना प्रधानमंत्री श्री मोदी की सोच और उनका संकल्प है। उनकी इस सोच और संकल्प को साकार करने के लिये पुरजोर प्रयास किये जा रहे हैं।

केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर ने कहा कि जैविक कृषि उत्पादन का निर्यात लगातार बढ़ रहा है। जैविक उत्पादन के दाम भी किसानों को अच्छे मिल रहे हैं। मध्यप्रदेश में जैविक खेती का रकबा बढ़ रहा है। साथ ही जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए कारगर प्रयास किये जा रहे हैं। फलस्वरूप जैविक खेती के क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश में अव्वल स्थान पर है। उन्होंने कहा कि खेती को लाभ का व्यवसाय बनाने के लिए जरूरी है कि खेती की लागत कम की जाए। किसानों को उनके उत्पादन का वाजिब दाम मिले और खेती-किसानी के लिए आधुनिक उपकरण और तकनीक का उपयोग किया जाए। इस दिशा में मध्यप्रदेश में दृढ़ संकल्प के साथ कार्य किए जा रहे हैं। श्री तोमर ने कहा कि मध्यप्रदेश में योजनाओं की राशि का भुगतान किसानों के खाते में पारदर्शी रूप से हो रहा है। समर्थन मूल्य, फसल क्षतिपूर्ति की मुआवजा राशि सहित अन्य योजनाओं का पैसा किसानों के खाते में सीधे जमा हो रहा है। उन्होंने कहा कि किसान देश की आत्मा है। किसान आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे तो गाँव और देश का विकास होगा। देश को आत्म-निर्भर बनाने के लिये गाँव और किसान का कल्याण हमारी प्राथमिकता है।

जलसंसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि किसानों का विकास राष्ट्र का विकास है। किसानों का विकास एवं प्रगति हमारा संकल्प है। उन्होंने कहा कि सांवेर क्षेत्र में तीन हजार करोड़ रुपए की लागत से 180 गाँवों में नर्मदा जल पहुँचाने की योजना लाई गई है। जल जीवन मिशन से हर घर में नल से जल पहुँचाने की योजना प्रारंभ की गई है। सिंचाई सुविधा का विस्तार किया गया है। गाँव में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। आज से प्रारंभ “मेरी पॉलिसी-मेरे हाथ” अभियान किसानों के लिये वरदान है।

प्रदेश के कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा कि फसल बीमा योजना किसानों के जीवन एवं फसल का कवच है। संकट आने पर फसल क्षति का मुआवजा मिलेगा। पॉलिसी उनके पास होगी तो उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा। इस तरह की योजना देश में पहली बार लागू की गई है। मध्यप्रदेश बिना ब्याज के ऋण देने वाला देश का पहला प्रदेश है। राज्य सरकार किसानों के हर दुख-दर्द में साथ है। उनके दुख-दर्द को दूर करने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। किसानों को संकट के समय संबल दिया है, आगे भी पूरी मदद की जायेगी। प्रदेश में वन ग्राम के किसानों को भी राजस्व ग्राम के किसानों की तरह लाभ दिया जा रहा है। चने की खरीदी मई के पहले ही शुरू करने का निर्णय लिया गया है। समर्थन मूल्य पर चना एवं सरसों खरीदी की सीमा को समाप्त किया गया है। मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी की व्यवस्था भी की गई है। किसानों को रियायती दर पर बिजली सिंचाई के लिए दी जा रही है। खेती अब लाभ का व्यवसाय बन रही है।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि खेती को फायदे का धंधा बनाना हमारा मुख्य ध्येय हैं। किसानों की उन्नति एवं प्रगति हमारी प्राथमिकता है। किसान खुशहाल रहे, इस दिशा में कारगर प्रयास किए जा रहे हैं। किसान अन्नदाता है। किसान मनुष्यता के पोषक हैं। उन्होंने आग्रह किया कि मानव जीवन के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए प्राकृतिक एवं जैविक खेती की जाये। रासायनिक खेती के दुष्प्रभावों से जीवन को बचाएं। स्वस्थ भारत के निर्माण में मजबूत कदम उठाएँ। स्वच्छता एवं जैविक खेती को अपनाकर आत्म-निर्भर भारत की दिशा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।

उद्यानिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि केंद्र और राज्य शासन किसानों के हितों के प्रति संकल्पबद्ध है। किसानों के हित में अनेक योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। किसानों के सम्मान का भी ध्यान रखा जा रहा है। किसानों को 6 हजार रूपये केंद्र और 4 हजार रूपये राज्य सरकार की ओर से सम्मान निधि दी जा रही है। इस तरह किसानों को प्रति वर्ष 10 हजार रूपये की सम्मान राशि मिल रही है। मध्यप्रदेश में कृषि के साथ ही बागवानी के उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कृषि और बागवानी के लिए बजट में विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि वे अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए उद्यानिकी की खेती भी करें। रासायनिक खाद का संतुलित उपयोग करें। जैविक खेती को अपनाएँ।

सांसद श्री शंकर लालवानी ने कहा कि प्रदेश ही नहीं देश में नया इतिहास है, जब इस तरह की योजना का शुभारंभ हुआ। यह योजना किसानों के लिए वरदान है। केन्द्र और राज्य शासन द्वारा किसानों के हित में अनेक लाभकारी योजनाएँ क्रियान्वित की जा रही है। उन्होंने कहा कि आलू, प्याज एवं लहसुन के निर्यात की व्यवस्था की जाना चाहिये।

कार्यक्रम में फसल बीमा योजना तथा जैविक खेती पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। अतिथियों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत मेरी पॉलिसी मेरे हाथ अभियान थीम गीत का विमोचन भी किया। किसानों को योजनाओं की जानकारी देने, जैविक खेती और आधुनिक कृषि उपकरणों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ कन्या-पूजन के साथ हुआ। इस मौके पर जन-प्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
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सांख्यिकी प्रणाली को बेहतर बनाकर जनहित में करेंगे उपयोग : मुख्यमंत्री चौहान
मध्यप्रदेश में एमएसएमई सेक्टर में हो रही अच्छी प्रगति- प्रो. अमिताभ कुंडू
कुंडू टॉस्क फोर्स ने सौंपा प्रतिवेदन
म.प्र. सटीक नीतियों के निर्माण और योजनाओं का निश्चित आउटकम प्राप्त कर ले सकेगा सक्षम फैसले

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में सांख्यिकीय प्रणाली के कामकाज के सही मूल्यांकन और नीति-निर्माण में डेटा की गुणवत्ता और प्रणाली में सुधार के लिए गठित टॉस्क फोर्स की अनुशंसाओं पर गंभीरता से विचार कर आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे। सांख्यिकीय प्रणाली को बेहतर बनाकर जनहित में उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा। todayindia,todayindianews24,shivrajsinghchouhan,mpcm,mpnews

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रो. अमिताभ कुंडू की अध्यक्षता में गठित कुंडू टॉस्क फोर्स (समिति) द्वारा सौंपे गए प्रतिवेदन का लोकार्पण किया। टास्क फोर्स द्वारा दी गई रिपोर्ट में राज्य सांख्यिकी आयोग के गठन की अनुशंसा भी शामिल है। आयोग इस क्षेत्र में तकनीकी मार्गदर्शन का कार्य करेगा। वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, मध्यप्रदेश राज्य नीति एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष प्रो. सचिन चतुर्वेदी, टॉस्क फोर्स के सदस्य प्रो. गणेश कवाड़िया, श्री अमिताभ पंडा, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस,मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव जनसंपर्क श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह और आयुक्त आर्थिक एवं सांख्यिकी और टॉस्क फोर्स के संयोजक श्री अभिषेक सिंह उपस्थित थे।

महत्वपूर्ण और उपयोगी हैं टॉस्क फोर्स की अनुशंसाएँ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजनाओं के निर्माण और केन्द्र सरकार से धन राशि के आवंटन के लिए प्रामाणिक आंकड़े आवश्यक होते हैं। जीडीपी के आकलन और परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए भी ये आंकड़े उपयोगी होते हैं। कुंडू टॉस्क फोर्स का गठन कर इसके आवश्यक अध्ययन और शोध की व्यवस्था की गई। इससे राज्य और जिला स्तर पर वर्तमान प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार, नागरिकों और विशेषज्ञों के लिए प्रकाशनों को व्यापक, सुलभ एवं सुपाठ्य बनाने के लिए नए और अभिनव उपाय सुझाना भी आसान होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गत दो माह में प्रदेश के 10 लाख लोगों को विभिन्न रोजगार से जोड़ने में सफलता मिली है। महिला स्व-सहायता समूह भी अच्छा कार्य कर रहे हैं। कुंडू समिति के प्रतिवेदन में प्रदेश में हुई इस ग्रोथ का भी उल्लेख है। इसके अलावा अन्य अनुशंसाओं में सांख्यिकी विभाग के कर्मचारियों को सर्वेक्षण, आय अनुमान, सांख्यिकी और सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग में आधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण देने पर जोर दिया गया है। राज्य में नमूना सर्वेक्षणों की क्षमता और गुणवत्ता में सुधार के लिए नमूना सर्वेक्षणों को डिजाइन और संचालित करने की योजना, राज्य स्तर पर नमूना सर्वेक्षण विंग बनाने की जरूरत का भी उल्लेख है। डेटा प्रबंधन प्रणालियों का आधुनिकीकरण टॉस्क फोर्स के उद्देश्यों में से एक है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सही डेटा राज्य के जीडीपी के आकार और आकलन के साथ ही संपूर्ण व्यवस्था को सशक्त बनाने में मदद करेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सिर्फ 5 माह की अवधि में प्रतिवेदन तैयार कर सौंपने के लिए टॉस्क फोर्स को धन्यवाद दिया। todayindia,todayindianews24,shivrajsinghchouhan,mpcm,mpnews

मध्यप्रदेश में एमएसएमई सेक्टर में दिख रही अच्छी प्रगति- प्रो. कुंडू

प्रो. अमिताभ कुंडू ने कहा कि टॉस्क फोर्स द्वारा जिलों में भ्रमण और विभिन्न बैठकों के बाद प्रतिवेदन तैयार किया है। नीति निर्धारण में यह प्रतिवेदन सहयोगी होगा। प्रो. कुंडू ने कहा कि मध्यप्रदेश में एमएसएमई सेक्टर में की अच्छी प्रगति है। मध्यप्रदेश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम जरूरतमंदों के लिए सहारा बन रहे हैं। प्रदेश में सांख्यिकी संकलन और प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए राज्य सांख्यिकी आयोग के गठन की अनुशंसा की गई है। साथ ही राज्य स्तरीय डाटा रेसेर्वियार की स्थापना की बात भी कही गई है, जिससे सभी विभागों के डाटा संकलन का कार्य योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी मुख्यालय में हो सके।

अन्य प्रमुख अनुशंसाएँ

सर्वेक्षण संवर्ग का गठन एवं पेशेवर सांख्यिकीय सेवा का निर्माण।

राज्य स्तरीय सांख्यिकीय एवं अधिनस्थ सेवा का पुनर्गठन, डाटा प्रबंधन प्रणाली का आधुनिकीकऱण, अत्याधुनिक एवं पेशेवर सांख्यिकीय सेवा का निर्माण।

जीएसडीपी की गणना एवं आय, कीमतों और व्यय का अनुमान लगाने, डीएसडीपी और कीमतों का अनुमान, व्यय-पक्ष अनुमान के लिए अनपाए गए वर्तमान दृष्टिकोण को उन्नत करने के उपाय और सुझाव।

जिला स्तर पर जीडीपी कैलकुलेशन का सुझाव।

उपरोक्त सुधारों के उपरांत राज्य में विश्वनीय सांख्यिकीय आंकड़ों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी, जिसके आधार पर राज्य, वैज्ञानिक और सटीक नीतियों का निर्माण तथा योजनाओं का निश्चित आउटकम प्राप्त करने के लिए सक्षम निर्णय ले सकेगा।
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मुख्यमंत्री चौहान ने स्मार्ट उद्यान में बादाम और मौलश्री के पौधे रोपे
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट उद्यान में बादाम और मौलश्री के पौधे रोपे। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री कमल पटेल और गौरा जन-उत्थान एवं कल्याण संस्था (अपना घर) की श्रीमती माधुरी मिश्रा, सुश्री विभूति, श्री प्रेम सोनी और श्रीमती पाठक ने भी पौधे लगाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संस्था के कार्यों की जानकारी भी प्राप्त की।

पौधों का महत्व

बादाम पर्वतीय क्षेत्रों में अधिक पनपता है। तकनीकी दृष्टि से यह बादाम के पेड़ के फल का बीज होता है। बादाम के पेड़ में गुलाबी और श्वेत रंग के सुंगधित फूल होते हैं। बादाम फायबर से परिपूर्ण होने से पाचन में सहायक होता है। बादाम का सेवन, उच्च रक्तचाप, कब्ज रोग और हृदय रोग में उपयोगी माना गया है। यह पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और विटामिन-ई से भरपूर है। मौलश्री को संस्कृत में केसव, हिन्दी में मोलसरी या बकूल भी कहा जाता है। यह औषधीय महत्व का वृक्ष है, जिसका सदियों से आयुर्वेद में उपयोग होता आ रहा है। todayindia,todayindianews24,shivrajsinghchouhan,mpcm,mpnews
================================================================ मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीर सावरकर के चित्र पर किया माल्यार्पण
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री निवास सभा कक्ष में वीर विनायक दामोदर सावरकर जी की पुण्य-तिथि पर माल्यार्पण कर नमन किया।

वीर सावरकर महान क्रांतिकारी, चिंतक, लेखक, कवि, दूरदर्शी राजनेता और प्रखर राष्ट्रवादी थे। उन्होंने पहले भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर पुस्तक लिखी। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान वीर सावरकर को काला पानी की सजा दी गई थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आजादी की लड़ाई के महान सेनानी और प्रखर राष्ट्रभक्त वीर सावरकर को उनकी पुण्य-तिथि पर नमन किया। todayindia,todayindianews24,shivrajsinghchouhan,mpcm,mpnews
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