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मध्यप्रदेश की धड़कन है 53 हजार गाँव: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
todayindia,todayindia24,shivrajsinghchouhan,mpcm,mpnewsगाँव का गौरव दिवस मनाये जाने के लिए मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायतों को किया संबोधित
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैं अपने गाँव के लिए क्या कर सकता हूँ, इस विचार के साथ हमने गाँव का “गौरव दिवस” मनाने का निर्णय लिया है। गाँव अगर ठान ले तो सरकार के साथ मिलकर विकास के कार्य और कई नए नवाचार किए जा सकते हैं। गाँव की इस ताकत हम को जगाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सभी गाँव अप्रैल के महीने तक “गौरव दिवस” की तारीख तय कर लें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरे मन में यही भाव है कि अपने गाँव को कैसे आगे बढ़ाएं। गाँव आगे बढ़ेगा तो देश आगे बढ़ेगा। हमारी परम्पराएँ, जीवन मूल्य, कारीगरी, कला आगे बढ़ेगी और गाँव में समृद्धि भी आएगी। गाँव को गौरव से भर दीजिए। मध्यप्रदेश गौरवान्वित हो जाएगा और देश में अलग पहचान बनाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ग्राम गौरव दिवस मनाये जाने के संबंध में मंत्रालय से वीसी के माध्यम से ग्राम पंचायतों को संबोधित कर रहे थे। todayindia,todayindia24,shivrajsinghchouhan,mpcm,mpnews

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारे देश की आत्मा गाँवों में बसती है। मध्यप्रदेश शरीर है तो 53 हजार गाँव इस शरीर की धड़कन हैं। इन गाँवों को विकसित करना है और आगे ले जाना है। विकास के लिए सरकार के साथ जनता की भागीदारी आवश्यक है। हम जिस गाँव में पैदा हुए उसके प्रति भी हमारे कुछ कर्त्तव्य हैं। जिस माटी में जन्म लिया उसका हमारे ऊपर कर्ज है। उस कर्ज को हमें उतारना है। अपने लिए तो सभी जीते हैं। वास्तव में तो वही जीता है जो अपने गाँव के लिए जीता है। इसलिए मैं अपने गाँव के लिए क्या कर सकता हूँ, क्या करुंगा इस सोच और विचार के साथ हमने निश्चय किया गौरव दिवस मनाने का। मेरे मन में मेरे गाँव जैत का गौरव दिवस माने का विचार आया। मैंने अपने गाँव का गौरव दिवस मनाया। गाँव में इतना उत्साह है, जिसकी कल्पना नहीं कर सकते। पूरे गाँव में भ्रमण किया। बड़े बूढ़ों से मिले, माता-बहनों से मिले। बाद में ग्राम सभा हुई। ग्राम सभा में गाँव के लिए क्या- क्या कर सकते हैं का निर्णय लिया गया। गाँव का वातावरण बदल गया। गाँव के विकास के लिए कार्य करने का नया उत्साह देखने को मिला।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अपने लिए जिए तो क्या जिए, हमारी जिम्मेदारी हमारे गाँव के लिए भी है। हम गाँव के विकास में सहभागी बनें। गाँव वाले ठान लें तो विकास की गति तेज कर सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्राम सभा में बैठकर सर्वसम्मति से गाँव के लिए विशेष महत्व रखने वाले दिन, ग्राम गौरव दिवस का निर्धारण कर लें। इसमें तीन दिन तक कार्यक्रम रख सकते हैं। सबको आमंत्रित करें। गाँव का विकास करने के लिए मास्टर प्लान बना लें। सड़क, नाली, बिजली, स्कूल, आँगनवाड़ी आदि के लिए रूपरेखा तैयार करें। todayindia,todayindia24,shivrajsinghchouhan,mpcm,mpnews

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रोज एक पेड़ लगाना धरती माता का कर्ज उतारना है। ग्रामवासी गाँव की स्व्च्छता के लिए विचार करें। गाँव की आँगनवाड़ी और स्कूलों को सुचारू रूप से चलाने की कोशिश करें। राशन दुकानें भी अच्छे से संचालित हों। गाँव में नशामुक्ति के लिए भी प्रयास कर सकते हैं। इसी तरह अन्य कई प्रयास किए जा सकते हैं, जिससे गाँवों का चहुँमुखी विकास हो सके।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हम सब मिलकर गाँवों में रोजगार बढ़ाने की कोशिश कर सकते हैं। गाँव की आमदनी बढ़ाना, समृद्धि लाने और रोजगार के लिए राज्य सरकार का भरपूर सहयोग मिलेगा। ग्रामवासी ग्रामों के विकास के लिए खुद सोच- समझकर योजनाएँ बना सकते हैं। गाँवों में धूमधाम और आनंद से होली मनायें। कोरोना नियंत्रण में है। सभी त्यौहार अद्भुत ढंग से मनाकर आनंद ले सकते हैं। गाँवों की अपनी विशेष पहचान बने, इसके लिए सोचें। अपने गाँव को गौरव से भर देंगे, तो मध्यप्रदेश आगे बढ़ेगा। todayindia,todayindia24,shivrajsinghchouhan,mpcm,mpnews
================================================================ मुख्यमंत्री चौहान ने लाला हरदयाल की पुण्य-तिथि पर पुष्पांजलि अर्पित की
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लाला हरदयाल की पुण्य-तिथि पर उनका स्मरण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास कार्यालय स्थित सभागार में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।

लाला हरदयाल भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के उन अग्रणी क्रान्तिकारियों में थे, जिन्होंने विदेश में रहने वाले भारतीयों को देश की आजादी की लड़ाई में योगदान के लिये प्रेरित और प्रोत्साहित किया। उनका जन्म 14 अक्टूबर 1884 को दिल्ली में हुआ। उन्होंने अमेरिका जाकर गदर पार्टी की स्थापना की। लाला हरदयाल ने लन्दन में देशभक्त समाज स्थापित कर असहयोग आन्दोलन का प्रचार किया। उन्होंने ‘वाईएमसीए’ के समानान्तर यंग मेन इण्डिया एसोसिएशन की स्थापना की। लाला हरदयाल ने केलीफोर्निया विश्वविद्यालय में हिन्दू दर्शन पर कई व्याख्यान दिए। अमेरिकी बुद्धिजीवी उन्हें हिन्दू सन्त, ऋषि एवं स्वतन्त्रता सेनानी कहा करते थे। वे वर्ष 1912 में स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय में हिन्दू दर्शन तथा संस्कृत के ऑनरेरी प्रोफेसर नियुक्त हुए। वहीं रहते हुए उन्होंने गदर पत्रिका का प्रकाशन भी किया। अमेरिका के फिलाडेल्फिया में 4 मार्च 1939 को लाला हरदयाल का अवसान हुआ। todayindia,todayindia24,shivrajsinghchouhan,mpcm,mpnews
================================================================ मुख्यमंत्री चौहान ने सखलेचा की जयंती पर किया नमन
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. श्री वीरेंद्र कुमार सखलेचा की जयंती पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास कार्यालय स्थित सभागार में उनके चित्र पर माल्यार्पण किया।

श्री सखलेचा का जन्म 4 मार्च 1930 को मंदसौर की जावद तहसील में हुआ। उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण की। वर्ष 1957 में श्री सखलेचा चुनाव जीतकर विधायक बने और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाए गए। वर्ष 1967 में श्री गोविंद नारायण सिंह की सरकार में उप मुख्यमंत्री भी रहे। श्री सखलेचा 18 जनवरी 1978 से 19 जनवरी 1980 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। श्री सखलेचा ने ग्राम पंचायतों में ग्रामीण सचिवालय खुलवाकर पटवारी, ग्राम सेवक, सहकारी संस्था के समिति सेवक और पंचायत सचिव को एक साथ बैठाकर ग्रामीणों की समस्याएँ कम की। उनका निधन 31 मई, 1999 को हुआ। todayindia,todayindia24,shivrajsinghchouhan,mpcm,mpnews
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