• Fri. Mar 29th, 2024

मथुरा: अपने भजनों से लोगों के दिलों पर राज करने वाले मशहूर भजन गायक विनोद अग्रवाल नहीं रहे. भजन सम्राट विनोद अग्रवाल मथुरा के नयति अस्पताल में मंगलवार को सुबह 4 बजे अंतिम सांस ली. भजन सम्राट विनोद अग्रवाल के सीने में दर्द की शिकायत होने के बाद उन्हें मथुरा के नयति मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 

विनोद अग्रवाल का जन्म 6 जून 1955 को दिल्ली में हुआ था. उनके पिता स्वर्गीय किशननंद अग्रवाल और मां स्वर्गीय रत्नदेवी अग्रवाल को भगवान कृष्ण और राधा पर अटूट विश्वास था. 1962 में माता-पिता और भाई-बहनों के साथ वो दिल्ली से मुंबई चले गए. महज 12 वर्ष की आयु में उन्होंने भजन गायन और हार्मोनियम बजाना सीख लिया. उनके भजन देश में ही नहीं विदेशों में भी सुनते जाते हैं. 20 साल की उम्र में विनोद अग्रवाल की शादी कुसुमलता अग्रवाल से हो गई थी. उनके दो बच्चे जतिन और शिखा हैं, जिनकी शादी हो चुकी है. उनका बेटा जतिन मुंबई में कपड़ों का कारोबार देखता है.

भजन सम्राट विनोद अग्रवाल के परिजनों का कहना है कि वृंदावन स्थित आवास पर रविवार को उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई थी. रविवार की सुबह सीने में दर्द की शिकायत पर उन्हें नयति अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तब से उनका वहीं इलाज चल रहा था.

विनोद अग्रवाल के भजन देश में ही नहीं विदेशों में भी काफी लोकप्रिय हैं। विनोद अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, दुबई सहित यूरोप के कई शहरों में सैकड़ों लाइव शो कर चुके हैं।
भजन गाते समय कई बार उनकी आंखों में आंसू आ जाते थे। उनके भजनों की खासियत ये थी कि वो भजन के दौरान उर्दू शायरी भी पढ़ते थे।
=========================
Courtesy

aum

Leave a Reply

Your email address will not be published.