09/06/2017
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विनोद गोटिया ने कहा कि अन्नदाता किसान समाज का पोषण करता है। पोषक स्वभाव से भी शोषक नहीं हो सकता लेकिन कांग्रेस बिना विचारे किसान आंदोलन को हिंसक मोड़ देने के लिए निरंतर असामाजिक तत्वों को शह देकर तथा उन्हें किसान बताकर किसान भाईयों का अपमान कर रही है।
उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए भारतीय जनता पार्टी और मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने जो निर्णायक पहल की है, आजादी के बाद ऐसी पहल कभी पूर्ववर्ती सरकारों ने नहीं की। आजादी के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पहले राजनेता हैं जिसने किसान की आय दोगुना करने का बीड़ा उठाया। किसान के पक्ष में सब्सिडी का जब विश्व व्यापार संगठन में मामला उठा तब पूर्ववर्ती डॉ. मनमोहन सिंह सरकार ने देश के किसानों को मिलने वाली सब्सिडी बंद करने पर समय सीमा में रजामंदी जता दी, लेकिन जब एनडीए की सरकार बनी श्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व व्यापार संगठन को दो टूक कहा कि जब तक भारत का किसान अपने पैरों पर खड़ा नहीं होता उसे अनुदान दिया जायेगा। विश्व व्यापार संगठन के समाने ऐसी पेरोकारी किसी सरकार ने नहीं की। श्री नरेन्द्र मोदी ने किसान के खाते में अनुदान जमा करने की व्यवस्था निरंतर चल रही है।
श्री विनोद गोटिया ने कांग्रेस की विकृत मानसिकता की ओर इशारा करते हुए कहा कि कांग्रेस दावा कर रही है कि किसान आंदोलन कर रहें है और कांग्रेस का हाथ किसान के साथ है। अब कांग्रेस तय करे कि क्या यात्री परिवहन वाहन से सवारियां उताकर यात्रियों को प्रताड़ित कर बसों को आग के हवाले करने वाले किसान थे, अथवा सड़क पर चलते वाहनों को आग लगाने वाले किसान थे ? कांग्रेस इन सब दंगाईयों, जनता के अमन चैन में खलल पैदा करने वालों को किसान बता रही है। कांग्रेस को बताना चाहिए कि श्री राहुल गांधी ने सामान्य नियम, कानून को तोड़ते हुए मंदसौर की दुखद घटना पर राजनीति करके सिर्फ दंगाईयों को शह दी है। किसानों का भला नहीं किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हिंसक कार्यवाही में संलिप्तता से इंकार नहीं कर सकती है। कांग्रेस के विधायकों ने कानून को हाथ में लेकर हिंसा की आग में घी डालने का काम किया है। कांग्रेस विधायक थाने में भीड़ ले जाकर पुलिस अधिकारियों को न केवल अपमानित कर रहे है अपितु भीड़ को थाना परिसर आग के हवाले करने की घोषणा कर रहे है। विधायक शंकुतला खटीक का यह कृत्य प्रदेश की जनता ने देख लिया है और निंदा की है। कांग्रेस के विधायक जीतू पटवारी के कुकृत्यों को कांग्रेस झुठला नहीं सकती है। जो भीड़ को हिंसा के लिए उकसा रहे है। प्रदेश में कांग्रेस की शांति व्यवस्था को समाप्त कर अराजकता का तांडव करने की मंशा किसान भी समझ गए है। आशा की जाना चाहिए कि किसा