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गृह मंत्री  राजनाथ सिंह के सुझाव पर मध्यप्रदेश में नर्मदा जीवित इकाई घोषित

भोपाल : सोमवार, अप्रैल 24, 2017
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह के सुझाव पर तत्काल अमल करते हुए मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी को जीवित इकाई घोषित किया है। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अब नर्मदा नदी को जीवित इकाई (लाईव एनटिटी) मानते हुए इसको नुकसान पहुँचाने वाले को जीवित इकाई के अनुरूप ही दंडित किया जाएगा। विधानसभा में इस संबंध में विधेयक पारित किया जाएगा। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने यह सुझाव आज मण्डला में नर्मदा सेवा यात्रा के जन-संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान को दिया। कार्यक्रम में केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ,सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय पाठक, महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी, संत श्री अतुल कृष्ण भारद्वाज, साध्वी प्रज्ञा भारती और साध्वी योगमाया भी मौजूद थे।

गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा नर्मदा सेवा यात्रा के लिए मुख्यमंत्री की जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम है। उन्होंने कहा भारत-विश्व में चले अभियानों में यह मील का पत्थर साबित होगी। ऐसा जन-अभियान भारत में पहले कभी नहीं चला। नर्मदा संरक्षण-संवर्धन के साथ सामाजिक सरोकारों को भी साथ लिया है। संविधान निर्माताओं ने भी पर्यावरण संरक्षण हर व्यक्ति के िलए आवश्यक बताया है।

गृह मंत्री श्री सिंह ने कहा कि देश की नदियों को वर्ष 2019-20 तक स्वच्छ बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने बजट में 20 हजार करोड़ की व्यवस्था की है, जो जरूरत पड़ने पर एक लाख करोड़ रुपये तक बढ़ाई जाएगी। उन्होंने उच्चतम न्यायालय के आधार पर मध्यप्रदेश में नर्मदा को जीवित इकाई मानने का सुझाव दिया। श्री सिंह ने कहा कि देश-दुनिया की नजरें नर्मदा यात्रा पर है, इससे सकारात्मक संदेश जाएगा।

श्री केन्द्रीय मंत्री ने नहीं करवाया स्वागत

श्री राजनाथ सिंह ने छत्तीसगढ़ में आज नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों की घटना के कारण कार्यक्रम में स्वागत नहीं करवाया।

नर्मदा सूखी तो सूख जाएगी मध्यप्रदेश की जिंदगी

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने चेताया कि यदि नर्मदा की धारा सूखी तो मध्यप्रदेश में जीवन अवरूद्ध हो जाएगा। श्री सिंह ने कहा कि नर्मदा यात्रा की शुरूआत घटती जलधारा को प्राचीन वैभव लौटाने के लिए की गई है। उन्होंने कहा कि नर्मदा सतपुड़ा-विंध्याचल के जंगलों के मानसूनों में अवशोषित जल से प्रवाहमान है। इसकी धारा को अविरल बनाये रखने के लिए आगामी 2 जुलाई को नर्मदा के दोनों तट पर 11-11 सौ किलोमीटर और चौड़ाई में एक किलोमीटर तक सघन वन के लिए पौध-रोपण होगा। सीवेज का पानी नर्मदा में ना मिले इसके लिए 18 शहरों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाये जायेंगे, जिनका पानी सिंचाई के काम आएगा। तट स्वच्छता के लिए हर घर में शौचालय बनेगा तटों पर विसर्जन कुण्ड, मुक्तिधाम, चेंजिंग रूप बनेंगे। अब कोई शव नर्मदा में नहीं प्रवाहित होगा। नशामुक्ति अभियान में एक अप्रैल से नर्मदा से पाँच किलोमीटर तक शराब की दुकानें प्रतिबंधित कर दी गई हैं।

अचार- गुठली संग्रहण दर सौ रूपये प्रति किलो

श्री चौहान ने कहा कि संग्राहकों से अब महुआ फूल, गुल्ली 30 रूपये और अचार गुठली 100 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से शासन खरीदेगा। श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश के बड़े शहरों में पेयजल आपूर्ति और 30 प्रतिशत सिंचाई नर्मदा जल से होती है। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में बेटी जन्म से विवाह तक चिंता सरकार करती है। महिलाओं को पुलिस की नौकरी में 33 प्रतिशत और अध्यापक संवर्ग में 50 प्रतिशत का आरक्षण है।

प्रारंभ में गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने माँ नर्मदा की प्रतिमा और कन्याओं का पूजन, साधू-संतों और विभिन्न सम्प्रदाय के धर्म-गुरूओं का उत्तरीय और फूल-मालाओं से सम्मानित किया। var में मण्डला के प्रभारी मंत्री श्री संजय पाठक ने आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम के बाद गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने नर्मदा यात्रा ध्वज ओर मुख्यमंत्री की पत्नी श्रीमती साधना सिंह ने नर्मदा कलश ग्रहण कर मण्डला के रपटाघाट पर होने वाली महाआरती के लिए प्रस्थान किया।

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