आज़ादी के ७० साल बाद ५ अगस्त सोमवार को कश्मीर को भी दोहरे संविधान और कानूनों से आखिर आज़ादी मिल गयी | जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद ३७० के खास प्रावधानों को ख़त्म कर दिया गया | १७ ऑक्टूबर १९४९ को संविधान में राष्ट्रपति के आदेश से जोड़े प्रावधानों को ७० साल बाद उसी तरीके से निष्प्रभावी
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कर दिया गया | अब इस अनुच्छेद का सिर्फ एक प्रावधान -जम्मू-कश्मीर देश का अभिन्न अंग है , बना रहेगा |
सोमवार सुबह कैबिनेट बैठक के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद में बदलाव के फैसलों की जानकारी संसद में दी | इसी के साथ अनुच्छेद ३५ A भी ख़त्म हो गया | यानि अब कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक संविधान और एक राष्ट्रीय ध्वज होगा | शाह ने दूसरा बिल जम्मू -कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशो में बाँटने का पेश किया | राज्य सभा में इसके पक्ष में १२५ जबकि विरोध में ६१ वोट पड़े |
०१ विशेष दर्जा देने वाला अनुच्छेद ३७० समाप्त इससे ३५ A स्वतः ख़त्म
०२ जम्मू – कश्मीर नया केंद्र शासित प्रदेश , दिल्ली की तरह विधानसभा व उप-राज्यपाल
०३ लद्दाक केंद्र शासित प्रदेश , मगर विधानसभा नहीं , चंडीगढ़ की तरह रहेगा , उप-राज्यपाल होंगे |
यह दल विरोध में
कांग्रेस,तृणमूल कांग्रेस,सपा,द्रमुक,राकांपा,वामपंथी दल व राजग की सहयोगी जदयू
सरकार के साथ आये दल
बसपा,आप,तेदेपा,बीजद ,टीआरएस , अन्नाद्रमुक
०१ देश का कोई भी नागरिक अब जम्मू-कश्मीर में संपत्ति खरीद सकेगा |
०२ देश के सारे कानून व सुप्रीम कोर्ट के आदेश लागू होंगे |
०३ अनुच्छेद ३५६ लागू हो सकेगा , यानी सीधे राज्य सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकेगा |
०४ पुलिस प्रशासन केंद्र के अधीन होगा | कानून व्यवस्था केंद्र के हाथ में |
जम्मू कश्मीर में १० परसेंट आरक्षण पर राज्यसभा की मुहर
जम्मू- कश्मीर में आर्थिक पिछड़े वर्ग को १० परसेंट आरक्षण देने से जुड़े जम्मू कश्मीर आरक्षण (दूसरा संशोधन) विधेयक , २०१९ को राज्यसभा ने ध्वनि मत से पार्रित कर दिया | ८ लाख रूपये तक की वार्षिक आमदनी वाले सभी लोगो को आरक्षण का लाभ मिल सकेगा |
महबूबा और उमर गिरफ्तार
अनुच्छेद ३७० हटने के बाद श्रीनगर में पुलिस ने सोमवार शाम को जम्मू कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ़्ती और उमर ओबेदुल्लाह के अलावा सज्जाद लोन व इमरान अंसारी को गिरफ्तार कर लिया | कई प्रमुख अलगाववादिओं को घर में नज़रबंद किया गया |(todayindia)(latest news)(breaking news)(national news)(bollywood news)(cricket news)(sports news)(political news)
(Madhyapradesh News)
राज्यसभा में हुई चर्चा के दौरान विपक्ष के आरोपों व आलोचना का गृह मंत्री अमित शाह ने करारा जवाव दिया |
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा की यह प्रावधान तो अस्थाई तौर पर किया गया था, जिस पर पंडित जवाहर लाल नेहरू ने कहा था की घिस घिस कर स्वतः ख़त्म हो जायेगा | लेकिन वोट बैंक के कारन इसे नहीं हटाया जा सका |
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा की विपक्षी आज क़यामत आने की बात करते है | जबकि ३७० व ३५ A के कारन ही राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ा व पहला फूला है | इसके कारन वह भारी गरीबी है |
हालत सुधरते ही केंद्र शासित जम्मू – कश्मीर को फिर से पूर्ण राज्य बनाएंगे |
अमित शाह ने राज्यसभा में कहा की हालत सुधरते ही जम्मू कश्मीर को दोबारा पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाएगा | राज्य को मुख्य धारा से जोड़ने और उसके विकास के के लिए अनुच्छेद ३७० का हटाना जरूरी था | इससे
राज्य में आतंकवाद का अंत होगा |
तीन परिवारों ने जम्मू – कश्मीर को लूटा
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा की ३७० अनुच्छेद हटाने में एक सेकंड की देरी नहीं करनी चाहिए | ३७० की आड़ में तीन परिवारों जम्मू कश्मीर को लूट लिया |
जमीनो के भाव आज भी ३० हजार रूपये तक
विपक्ष पर प्रहार करते हुए अमित शाह ने कहा की कोई यह नहीं बता रहा है की अनुच्छेद ३७० के कारन घाटी के लोगो को क्या मिला | देश में विकास हुआ और जमीनों के भाव ३ हजार से बढ़कर ३० लाख और करोड़ रूपये एकड़ तक हो गए लेकिन जम्मू कश्मीर में जमीन के दाम ३० हजार रूपये भी नहीं हुए |
अनुच्छेद ३७० के चलते राज्य में ४१ हजार लोग मरे गए | आखिर इसका जिम्मेदार कौन है ? हुर्रियत और आईएसआई ने कश्मीरी युवको को गुमराह किया है | १९९० से २०१८ तक ४१,८९४ लोगो की जान गयी है | आतंकवाद पनपा और चरम सीमा पर पहुँचा , जिसका कारण अनच्छेद ३७० है |
कश्मीर की जनता ने ७० साल अनुच्छेद की साथ बिताये है | अब हमें इसके बिना पांच साल दीजिये | हम जम्मू कश्मीर को देश का सबसे विकसित राज्य बनाएंगे | ३७० और ३५ A जैसे प्रावधानों को हटाए बिना राज्य में आतंकवाद का सफाया और विकास संभव नहीं है |
भेदभाव की प्रतीक 370 खत्म, 70 साल पुराने दर्द से मिली मुक्तिः विश्वास सारंग
भोपाल। जम्मू-कश्मीर के लोगों में भेदभाव की प्रतीक 370 और 35 ए को हटाकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। इस उपलब्धि ने हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा किया है और एक 70 साल पुराने दर्द से मुक्ति दी है। मैं प्रदेश भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री श्री अमित शाह और केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने देश की एकता और अखंडता को चिरस्थायी रखने के उद्देश्य से अनुच्छेद 370 को दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए समाप्त किया, जिसके चलते कश्मीर को लेकर हमेशा संशय की स्थिति बनी रहती थी। इस अनुच्छेद के चलते 44 हजार मौतें हुईं और हजारों सैनिकों को अपनी शहादत देनी पड़ी। यह बात पूर्व मंत्री व विधायक श्री विश्वास सारंग ने मंगलवार को मीडिया से चर्चा के दौरान कही। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री लोकेन्द्र पाराशर एवं जिलाध्यक्ष श्री विकास विरानी विशेष रूप से उपस्थित थे।
श्री विश्वास सारंग ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35 ए को समाप्त करके प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने उन नेताओं को सही जवाब दिया है, जो इनके हटने पर तरह-तरह की धमकियां दे रहे थे। श्री सारंग ने देश और प्रदेश की जनता के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जैसे ही इन अनुच्छेदों को हटाने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने राज्यसभा में संकल्प पढ़ा, पूरे देश में एक सकारात्मक और दीपावली जैसा माहौल बन गया। इससे स्पष्ट है कि देश की जनता भी यही चाहती थी।
बिना नीति के चल रही कांग्रेस
सारंग ने कहा कि मंगलवार को लोकसभा ने इस संकल्प को भारी बहुमत से पारित कर दिया। वहीं, राज्यसभा में इस मुद्दे पर कांग्रेस के रवैये को लेकर पार्टी के चीफ व्हिप ने इस्तीफा दे दिया। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस की लाइन, लैंग्थ और लीडर में गड़बड़ी है। कांग्रेस बिना किसी नीति के चल रही है। मंगलवार को लोकसभा में भी इस मुद्दे पर कांग्रेस का कोई स्पष्ट रुख दिखाई नहीं दिया।
महिलाओं, विस्थापितों, दलितों को मिला न्याय
श्री सारंग ने कहा कि अनुच्छेद 370 के हटने से उन लाखों विस्थापित कश्मीरी पंडितों को न्याय मिला है, जो अपना घर-द्वार छोड़कर दर-दर भटकने पर मजबूर हुए। उन महिलाओं को न्याय मिला है, जिनका जन्म कश्मीर में हुआ था, लेकिन अन्य राज्य के व्यक्ति से शादी करने के कारण उन्हें उनके अधिकारों से वंचित कर दिया गया। उन दलितों को न्याय मिला है, जो आजादी के 70 साल बाद भी कश्मीर में सिर पर मैला ढोने के लिए मजबूर थे।
जम्मू-कश्मीर में लागू होंगे देश के कानून
श्री सारंग ने कहा कि दोनों अनुच्छेदों के चलते देश के कई कानून जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं हो पाते थे। इसके चलते इन कानूनों या योजनाओं का लाभ यहां के निवासियों को नहीं मिल पाता था। शिक्षा का अधिकार, सूचना का अधिकार, मनी लांड्रिंग विरोधी कानून, कालाधन विरोधी कानून, भ्रष्टाचार विरोधी कानून, न्यूनतम वेतन का कानून आदि ऐसे ही कानून थे, जिनका लाभ कश्मीर की जनता को नहीं मिल पाता था। लेकिन अब 1956 के बाद बने देश के सभी कानून जम्मू-कश्मीर में लागू होंगे। अनुसूचित जाति, जनजाति और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों, छात्र-छात्राओं को आरक्षण का लाभ भी मिलेगा, जो उन्हें अब तक नहीं मिल पा रहा था।
डॉ. मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि
श्री सारंग ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35 ए के हटने पर हम सब प्रसन्न हैं। उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ऐसे पहले नेता थे, जो देश की एकता और अखंडता के लिए कश्मीर में ही शहीद हुए थे। उन्होंने हमेशा ‘एक देश-दो विधान, दो प्रधान, दो निशान’ का विरोध किया। उनकी शहादत के बाद ‘जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वो कश्मीर हमारा है’ के नारे को बल मिला। श्री सारंग ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री श्री अमित शाह ने 370 को हटाकर डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी है और इसके लिए मैं उनका अभिनंदन करता हूं।
कश्मीर से 370 हटने, पुनर्गठन बिल पारित होने पर प्रदेश कार्यालय में मना जश्न
भोपाल। अनुच्छेद 370 और 35 ए हटने तथा लोकसभा में जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल पास होने की खुशी में मंगलवार शाम को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में जमकर जश्न मनाया गया। प्रदेश के विभिन्न जिलों में भी पार्टीजनों से आतिशबाजी कर और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने तथा लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल भारी बहुमत से पारित होने की खुशी में प्रदेश कार्यालय पं. दीनदयाल परिसर में पार्टी कार्यकर्ताओं ढोल-ढमाकों और आतिशबाजी के साथ जश्न मनाया। इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी और ढोल की थाप पर थिरकते हुए इस ऐतिहासिक निर्णय का स्वागत किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री व विधायक श्री विश्वास सारंग, प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री लोकेन्द्र पाराशर, जिलाध्यक्ष श्री विकास विरानी, श्री कृष्णमोहन सोनी, श्रीमती सीमा सिंह, श्रीमती बृजुला सचान, श्रीमती हंसकुंवर राजपूत, श्री सुनील पाण्डे, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष श्री प्रमोद शर्मा, श्री गोपाल तोमर, श्री राजेन्द्र गुप्ता, श्री सुमीत रघुवंशी सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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