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भारत का खोया हुआ भाई लगता है जापान : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
#MohanYadav,#DrMohanYadav,#CMMadhyaPradesh,#DrMohanYadav51,#mpcm,#madhyapradeshnews,#MadhyaPradesh24,#bhopalnewsहर काल और हर युग में भारत और जापान के संबंध रहे हैं बेहतर
जापान और भारत में शोषण नहीं दोहन की भावना से होता है काम
उद्योगपति अपने लिए नहीं दूसरों को रोजगार व जीवन देने के लिये करते हैं उद्यमिता और व्यवसाय
मुख्यमंत्री ने ओसाका में उद्योग प्रतिनिधियों से किया संवाद
भोपाल जीआईएस के लिए उद्योगपतियों को दिया आमंत्रण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ओसाका में उद्योग प्रतिनिधियों के साथ इंटरेक्टिव सत्र में हुए शामिल

जापान दौरे का तीसरा दिन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जापान और भारत की कई अनुकूलताएं समान हैं। यहाँ की सूर्यनारायण संस्कृति हो या गौतम बुद्ध के बताये मार्ग, दोनों ही देशों में समान रूप से दिखाई देते हैं। इन दोनों देशों की आत्मीयता देखकर यह भी कहा जा सकता है कि जैसे भारत और जापान दो बिछड़े भाई हों। जापान जीवन के प्रति आस्था का प्रतीक भी है। यहाँ के नागरिकों से काम की गुणवत्ता, कर्त्तव्यनिष्ठा और कर्मशीलता के साथ ही जीवन को आनंद के साथ जीने की सीख मिलती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव जापान यात्रा के तीसरे दिन गुरुवार को ओसाका में उद्योगपतियों और उद्योग प्रतिनिधियों के साथ इंटरेक्टिव सत्र को संबोधित कर रहे थे।

जापान के उद्योगों के लिये मध्यप्रदेश में निवेश के हैं अच्छे अवसर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश ऊर्जा सरप्लस, प्रचुर खनिज संसाधन, क्लीनेस्ट राज्य और देश के दूसरे बड़े शहरों से आवागमन के साधनों से अच्छी तरह कनेक्टेड है, साथ ही राज्य में उद्योग-मित्र नीतियां लागू की गई हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश आज डबल-डिजिट की विकास दर से आगे बढ़ रहा है। इसलिए, जापान की आधुनिकतम तकनीकों से संपन्न उद्योगों के लिए मध्यप्रदेश में निवेश के लिए अच्छे अवसर हैं। मुख्यमंत्री ने ओसाका के उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया। अगर उद्योगपति बड़ा मन लेकर आते हैं तो हम उनके सपनों को पंख देने के लिये तत्पर हैं। उन्होंने सभी निवेशकों को भोपाल में 24-25 फरवरी को आयोजित होने जा रही गलोबल इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया।

म.प्र. में कल्याण की भावना से होती है उद्यमिता

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गीत ‘अपने लिये जिये तो क्या जिये….’ को उद्धृत करते हुए कहा कि उद्योगपित मात्र अपने व्यापारिक लाभ के लिए नहीं, बल्कि सैकड़ों लोगों के जीविकोपार्जन में सहयोग कर लोगों की समस्याओं का समाधान करते हैं। उन्होंने कहा कि जापान और भारत के जीवन मूल्य एक जैसे ही हैं। हमारे यहां श्रमिकों के कल्याण की भावना के साथ उद्यमिता होती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि निवेश और निवेशकों के साथ हम कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं। हम आपके सपनों को उड़ान देने को तैयार हैं।

जापान हर संकट और हर दौर में हमारे साथ खड़ा रहा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जापान हर संकट और हर दौर में हमारे साथ खड़ा रहा है। इसलिए हमारे देश एवं प्रदेश में जिन जापानी उद्योग समूहों ने निवेश किया वह हमारे निकट मित्र बन कर आज भी हमारे साथ हैं। हम अपनी 25 से अधिक नीतियों के साथ निवेशकों को लाभ देने के लिए जापान के सभी उद्योग समूहों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों को आश्वस्त किया कि हम निवेश के इच्छुक उद्यमियों के लिए और भी नीतियां लागू कर सकते हैं, यहां तक कि उनकी निवेश लागत का 200 प्रतिशत तक वापस करने के लिए भी तैयार हैं।

मध्यप्रदेश विभिन्न सेक्टर्स में निवेशकों के स्वागत को तत्पर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ओसाका के उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में फूड, आईटी, स्पाइस, प्लास्टिक, मेडिकल विपमेंट, डिवाइस, सोलर इक्विपमेंट, फुटवियर, ईवी, फार्मा, टेक्स्टाइल सहित 300 से अधिक प्रकार के पार्क्स और गार्मेंट इकाइयों के लिए प्लग-एंड-प्ले जोन एवं सेमीकंडक्टर पार्क स्थापित किये गए हैं। हमारी नीतियां गार्मेंट, लॉजिस्टिक्स, ईवी, खाद्य प्र-संस्करण, इथेनॉल, आईटी, फार्म और मेडिकल डिवाइसेज में निवेश को आकर्षित करने लिए अनुकूल हैं। मध्यप्रदेश में मेडिकल कॉलेज स्थापना के लिये निशुल्क जमीन और पर्यटन के क्षेत्र में 40 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। भारत के महा वाणिज्यदूत श्री चंद्रू अप्पार ने स्वागत उदबोधन दिया। जेट्रो ओसाका के महानिदेशक श्री हिदेकी शो ने मध्यप्रदेश में निवेश के लिये प्रस्ताव रखे।

एसीएस डॉ. राजौरा ने पर्यटन, आईटी, माईनिंग एवं नवकरणीय ऊर्जा पर दिया प्रस्तुतिकरण

अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने पर्यटन, आईटी, माईनिंग एवं नवकरणीय ऊर्जा के सेक्टर में मध्यप्रदेश में उपलब्ध निवेश अवसरों पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। यहां सांस्कृतिक, धार्मिक, प्राकृतिक एवं पुरातात्विक पर्यटन की अपार संभावनाएं है। यहां भगवान बुद्ध से संबंधित साँची, 24 सैंक्च्युअरी, 12 नेशनल पार्क, 9 टाइगर रिजर्व हैं, 4 यूनेस्को की हेरिटेज साइट और 2 ज्योतिर्लिंग हैं। उन्होंने कहा कि आईटी/आईटीईएस एवं ईएसडीएम सेक्टर में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में आईटी हब के लिए राज्य में एआई तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र, उद्यमशीलता संस्कृति, सरकारी की नीतियां, तकनीकी रूप से कुशल कार्यबल, व्यवसाय में कम से मध्यम जोखिम, बुनियादी ढांचा और बेहतर कनेक्टिविटी और ईज ऑफ लिविंग और कार्य जीवन संतुलन बेहतर हैं। एसीएस डॉ. राजौरा ने बताया कि मध्यप्रदेश में माइनिंग सेक्टर में निवेश की संभावनाओं पर जानकारी देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां विविध प्रकार के खनिज प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। प्रदेश हीरा, कॉपर अयस्क और मैंगनीज के उत्पादन में देश में पहले स्थान पर है, जबकि चूना पत्थर और रॉक फॉस्फेट में दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा, कोयला, बॉक्साइट और ग्रेफाइट जैसे खनिजों के समृद्ध भंडार भी हैं। मध्यप्रदेश में हीरे और सोने की भूमि है। डॉ. राजौरा ने बताया कि राज्य में नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वर्ष 2012 से 2024 तक राज्य में नवकरणीय ऊर्जा की क्षमता में 491 मेगावाट से 6418 मेगावाट की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन एवं मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में आने वाले वर्षों में ऊर्जा मुख्यतः नवकरणीय ऊर्जा पर आधारित होगी। प्रदेश में सोलर, विंड, हाइड्रो एवं बायोमास आगामी ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से कार्य हो रहा है।

प्रमुख सचिव उद्योग श्री सिंह ने खनिज क्षेत्र का दिया प्रस्तुतिकरण

प्रमुख सचिव, औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्द्धन श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश क्षेत्रफल में देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है और वन क्षेत्र के मामले में पहले स्थान पर है। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा खाद्यान्न उत्पादक राज्य भी है। साथ ही मध्यप्रदेश तांबा, मैंगनीज, मोलिब्डेनम और हीरे के उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर है। इंदौर सबसे स्वच्छ शहर और सबसे स्वच्छ राजधानी का भोपाल को सम्मान मिला। स्वच्छता के मामले में यह भारत का दूसरा सबसे स्वच्छ राज्य है। इसके अलावा यह देश का 5वां सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जो एक विशाल कंज्यूमर मार्केट प्रदान करता है।

प्रदेश सरकार की औद्योगिक नीतियां निवेशकों को विशेष सुविधाएं प्रदान करती हैं। भूमि अधिग्रहण में छूट, निवेश प्रोत्साहन सहायता और हरित प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। इसके अलावा, आवेदन प्रक्रिया को 15 दिनों में पूरा करने जैसे कदमों ने राज्य को निवेशकों के लिए एक अनुकूल निवेश स्थल बना दिया है। इसके माध्यम से ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ लिविंग में भी प्रदेश अग्रणी है।

मध्यप्रदेश इलनेस से वेलनेस तक फ्यूचर रेडी इंडस्ट्रीज में निवेश के लिए तैयार

आयुक्त जनसम्पर्क डॉ. सुदाम खाड़े ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश इलनेस से वैलनेस की ओर तेजी से अग्रसर हुआ है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश हर सेक्टर में अपनी उद्योग-अनुकूल नीतियों, बेहतर सड़कों का नेटवर्क, संगठित लॉजिस्टिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, देश में केन्द्रीय स्थिति, उद्योग अनुकूल इकोसिस्टम और प्राकृतिक एवं मानव संसाधनों की प्रचुर उपलब्धता के साथ निवेशकों के लिए भविष्य के स्वर्णिम अवसरों के साथ तैयार है। आयुक्त डॉ. खाड़े ने बताया कि निवेशक राज्य में फार्मास्युटिकल्स, ल़ॉजिस्टिक्स, प्लास्टिक, मेडिकल डिवाइसेज और गारमेंट्स एंड टेक्स्टाइल्स सेक्टर्स में निवेश कर सकते हैं। उन्होंने विश्व स्तरीय मेडिकल यूनिवर्सिटी का उल्लेख करते हुए निवेशकों को बताया कि मध्यप्रदेश में मेडिकल-आयुर्वेदिक एज्युकेशन और रिसर्च में निवेश की भी अच्छी संभावनाएं हैं।

सिस्मैक्स को मेडिकल डायग्नोस्टिक उपकरणों की इकाई स्थापित करने किया आमंत्रित

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जापान के कोबे स्थित सिस्मैक्स कारपोरेशन सॉल्यूशन सेंटर का दौरा कर कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मेडिकल टेक्नोलॉजी और जीवन विज्ञान क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर गहन चर्चा की। सिस्मैक्स सॉल्यूशन वैश्विक डायग्नोस्टिक टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी है, उन्नत चिकित्सा अनुसंधान और हेल्थकेयर नवाचार में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए प्रसिद्ध है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सिस्मैक्स कोबे को मध्यप्रदेश में मेडिकल डायग्नोस्टिक उपकरणों की विनिर्माण इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव देकर आमंत्रित किया। उन्होंने सिस्मैक्स को प्रदेश में रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करने का सुझाव भी दिया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सिस्मैक्स सॉल्यूशन सेंटर के निर्माण और अनुसंधान केन्‍द्र का दौरा कर कंपनी की अत्याधुनिक मेडिकल डिवाइस निर्माण तकनीक का अवलोकन किया। उन्होंने सिस्मैक्स के अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में हेल्थकेयर और मेडिकल टेक्नोलॉजी क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। राज्य सरकार इस क्षेत्र के सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध होकर सिस्मैक्स जैसी कंपनियों के साथ दीर्घकालिक साझेदारी के लिए तैयार है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सिस्मैक्स को मध्यप्रदेश में निवेश के लिये आमंत्रित करते हुए कहा कि राज्य सरकार उज्जैन के समीप एक मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापित कर रही है, जिसमें विश्वस्तरीय आधारभूत सुविधाएं और विशेष वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश पहले से ही फार्मास्युटिकल सेक्टर में बेहतर स्थिति में है, जिससे मेडिकल डिवाइस उद्योग के लिए अनेक अवसर उपलब्ध हैं। पीथमपुर स्पेशल इकोनॉमिक झोन जिसमें लगभग 80 से ज्यादा फार्मा इकाइयां स्थापित हैं। प्रदेश में 275 से अधिक फार्मा इकाइयां कार्यरत हैं और यहां से 160 से अधिक देशों को फार्मा उत्पादों का निर्यात किया जाता है। देश की टॉप 10 फार्मा कम्पनीज में से 6 की यूनिट मध्यप्रदेश में स्थापित हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सिस्मैक्स को आमंत्रित करते हुए कहा कि उज्जैन में स्थापित हो रहे मेडिकल डिवाइस पार्क में अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और अनुसंधान केंद्र स्थापित किए जा सकते हैं। इस केंद्र में भारत के लिए नए और उन्नत मेडिकल उपकरणों पर अनुसंधान किया जा सकता है और जापानी विशेषज्ञ भारतीय इंजीनियरों और तकनीशियनों को प्रशिक्षण प्रदान कर सकते हैं। राज्य सरकार नई तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे एआई-संचालित मेडिकल टेस्ट, डिजिटल हेल्थ सेवाएं और मोबाइल हेल्थ यूनिट जैसी सुविधाएं विकसित की जा सकें।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश का देश के केन्द्र में स्थित होना निवेशकों के लिए फायदेमंद है। यहां से पूरे भारत में मेडिकल उपकरणों की सप्लाई आसानी से की जा सकती है और वैश्विक स्तर पर निर्यात को भी प्रोत्साहित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार निवेशकों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी, जिसमें बेहतर आधारभूत सुविधाएं, टैक्स में विशेष रियायतें और उद्योगों को अनुकूल माहौल उपलब्ध कराना शामिल है।

मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने सिस्मैक्स के अधिकारियों को आगामी 24-25 फरवरी को भोपाल में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आमंत्रण भी दिया और कहा कि इस मंच पर कंपनी को निवेश से जुड़ी विस्तृत जानकारी और संभावनाओं पर चर्चा करने का अवसर मिलेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सिस्मैक्स के प्रतिनिधियों को मध्यप्रदेश के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व वाले स्थलों जैसे सांची का दौरा करने का निमंत्रण भी दिया, जिससे वे राज्य की समृद्ध विरासत और संभावनाओं को करीब से समझ सकें।

जाने जापान की सिस्मैक्स कंपनी को

सिस्मैक्स कॉर्पोरेशन का मुख्यालय जापान के कोबे शहर में है, सिस्मैक्स डायग्नोस्टिक सेक्टर में एक ग्लोबल लीडर कम्पनी है। वर्ष 1968 में स्थापित, कंपनी हेमेटोलॉजी, यूरिनलिसिस और जीवन विज्ञान निदान में विशिष्ट स्थान रखती है, जो रोग का पता लगाने और निगरानी के लिए उन्नत तकनीक प्रदान करती है।

सिस्मैक्स व्यक्तिगत चिकित्सा और एआई-संचालित स्वास्थ्य समाधानों और नवाचारों में सबसे आगे है। करीब 190 से अधिक देशों में उपस्थिति के साथ, सिस्मैक्स अमेरिका, यूरोप और एशिया-प्रशांत में क्षेत्रीय मुख्यालयों के माध्यम से स्थानीय समर्थन के साथ वैश्विक पहुंच को जोड़ता है। कंपनी स्थिरता, अपने संचालन और उत्पाद विकास में पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं को शामिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। चिकित्सा विज्ञान और स्वास्थ्य देखभाल नवाचार में अपने योगदान के लिए व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त सिस्मैक्स वैश्विक स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने में एक परिवर्तनकारी भूमिका निभा रहा है।

औद्योगिक विकास के लिये हरसंभव सहायता देने सरकार प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार औद्योगिक विकास के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने पैनासोनिक एनर्जी से अपेक्षाएँ जताईं कि वह राज्य में अपनी स्किल डेवलपमेंट पहल को बढ़ावा दे, ताकि प्रदेश के युवाओं को बेहतर रोजगार के अवसर मिल सकें। मुख्यमंत्री ने पैनासोनिक एनर्जी को ऊर्जा भण्डारण और सस्टेनेबल बैटरी निर्माण के लिए पीथमपुर में अपनी इकाई का विस्तार करने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने प्रदेश में रिसर्च और डेवलपमेंट केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव भी दिया। इससे प्रदेश में प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वृद्धि हो सकेंगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपनी जापान यात्रा के तीसरे दिन पैनासोनिक एनर्जी कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में पैनासोनिक के अधिकारियों से मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों और सहयोग की संभावनाओं पर गहन चर्चा की गई।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पैनासोनिक एनर्जी के साथ मध्यप्रदेश में विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी निर्माण और ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में नई यूनिट्स स्थापित करने पर चर्चा की। उन्होंने प्रदेश की औद्योगिक नीति और पैनासोनिक एनर्जी के लिए विशेष वित्तीय सहायता योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि इससे पैनासोनिक को मध्यप्रदेश में और अधिक निवेश करने के अवसर मिल सकते हैं। बैठक में पैनासोनिक एनर्जी के अधिकारियों ने अपनी कंपनी की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। पैनासोनिक ने मध्यप्रदेश में ऊर्जा भंडारण और बैटरी निर्माण क्षेत्र में निवेश करने की अपनी रुचि दर्शाते हुए विश्वास व्यक्त किया कि प्रदेश सरकार का पूर्ण सहयोग मिलेगा।

जीआईएस के लिये किये आमंत्रित

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पैनासोनिक एनर्जी को आगामी 24-25 फरवरी 2025 को भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आमंत्रित किया, जिससे वे राज्य में निवेश के नए अवसरों पर विचार कर सकें और मध्यप्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य को और बेहतर समझ सकें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पैनासोनिक एनर्जी के प्रतिनिधियों को प्रदेश के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व वाले स्थलों जैसे सांची का दौरा करने का निमंत्रण भी दिया। मुख्यमंत्री ने पैनासोनिक एनर्जी के साथ मध्यप्रदेश में एक दीर्घकालिक और मजबूत साझेदारी की दिशा में काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई और उन्हें राज्य में हर संभव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया।

पैनासोनिक एनर्जी

पैनासोनिक होल्डिंग्स कॉर्पोरेशन की सहायक कंपनी पैनासोनिक एनर्जी लिमिटेड, ऊर्जा समाधान में एक ग्लोबल लीडर है, जिसका मुख्यालय जापान में है। कंपनी लिथियम बैटरी, वाहन में उपयोग के लिए लिथियम-आयन बैटरी, औद्योगिक या उपभोक्ता के लिए लिथियम-आयन बेटरी, भंडारण बैटरी मॉड्यूल आदि उत्पाद बनाती है। कंपनी की निर्माण इकाई उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया स्थित है। कंपनी टेस्ला जैसे प्रमुख ऑटोमोटिव ब्रांडों के लिए एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जापान के इंडिया क्लब में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 77वीं पुण्यतिथि पर गुरूवार को कोबे (जापान) के इंडिया क्लब में गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दीं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की उल्लेखनीय प्रगति को रेखांकित किया। उन्होंने मध्यप्रदेश के औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जापान की सुदृढ़ औद्योगिक व्यवस्था और मध्यप्रदेश में निवेश को लेकर जापानियों द्वारा जताई गई गहरी रूचि का उल्लेख किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गांधी जी का समुचा जीवन भारतीयों के लिये समर्पित था। बापू का जीवन दर्शन सत्य अहिंसा, प्रेम और सेवा पर आधारित था। उन्होंने हमेशा सत्य को सर्वोपरि रखा। गांधीजी के विचार और जीवन दर्शन न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा बने। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा ‍कि बापू ने अफ्रीका से भारत तक सब के लिये एक आदर्श जीवन जिया और भारतीयों का सम्मान बढ़ाया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि महात्मा गांधी ने अहिंसा के मार्ग पर चलकर आजादी के लिये अंग्रेजों के साथ संघर्ष किया है। उन्होंने कहा कि महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने सही कहा था कि दुनिया आश्चर्यचकित रह जाएगी कि एक दुबला-पतला व्यक्ति, जिसका विराट व्यक्तित्व और मनोबल हिमालय की चट्टान से भी ऊपर था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पूज्य बापू का जीवन हम सबके लिये सदैव आदर्श के रूप में विद्यमान रहेगा। उन्होंने सत्य एवं अहिंसा के मार्ग चलने की प्रेरणा दी। उनकी पुण्यतिथि पर हम उन्हें श्रद्धापूर्वक स्मरण कर रहे है।

मध्यप्रदेश, ग्लोबल इन्वेस्टमेंट के लिए है बेस्ट डेस्टिेनेशन : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जापान यात्रा के तीसरे दिन कोबे शहर के इंडिया क्लब में उद्योगपतियों से मिलकर मध्यप्रदेश में निवेश संभावनाओं पर चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश, ग्लोबल इन्वेस्टमेंट का बेस्ट डेस्टिनेशन बन गया है। यहां विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं और निवेशकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में हीरे और सोने की प्रचुरता के साथ ही समृद्ध वन्यजीव, प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत मेल है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में हो रही क्षेत्रीय कॉन्क्लेव की सफलता के बाद ग्लोबल, इन्वेस्टर्स समिट ने दुनिया के शीर्ष निवेशकों को मध्यप्रदेश की ओर आकर्षित किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जापानी व्यवसायियों की मध्यप्रदेश में विशेष रूचि है, जो औद्योगिक सहयोग और आर्थिक साझेदारी को और अधिक मजबूत करेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश के साथ पर्यटन के क्षेत्र में भी असीम संभावनाएं हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कोबे में उद्योगपति श्री भवन झावेरी और श्री सागर रोहेरा को चंदेरी पेंटिंग्स भेंट की।
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