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भोपाल में क्रिकेट मैदान बनाएंगे :- डॉ मोहन यादव मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश

भोपाल में क्रिकेट मैदान बनाएंगे :- डॉ मोहन यादव मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश |
#MohanYadav,#DrMohanYadav,#mpcm,#madhyapradeshnews,#MadhyaPradesh24,bhopalnews,cricketमुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सोमवार को भोपाल के ओल्ड कैम्पियन ग्राउंड में कहा की भोपाल में भी क्रिकेट स्टेडियम बनाएंगे | मेरी बात बीसीसीआई के पदाधिकारियों से हुई | बीसीसीआई वन स्टेट वन स्टेडियम की बात करती है | उस नियम के तहत मध्यप्रदेश में पहले से ही होल्कर इंदौर और ग्वालियर में स्टेडियम है | लेकिन भोपाल में भी मैदान बन जाये तो क्या बुराई है | इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी नहीं सही, आईपीएल तो है | भेल के क्रिकेट स्टेडियम को भी संवारने की बात चल रही है | उसको भी संवारेंगे | यह बात मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ३० वे इंटर प्रेस क्रिकेट टूर्नामेंट के शुभारम्भ के अवसर पर कही | इस मोके पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने क्रिकेट खेलकर टूर्नामेंट का शुभारम्भ किया |
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गुरू गोबिंद सिंह जी की जीवन यात्रा सभी के लिए प्रेरणादायी : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
साहिबजादों के बलिदान को शालेय पाठ्यक्रम में किया जाएगा शामिल
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरू गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर गुरूद्वारे में टेका मत्था

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि गुरू गोबिंद सिंह ने देश और धर्म के गौरव की रक्षा तथा मूल धर्म की स्थापना के लिए अपने चार साहिबजादों और परिवार का जो बलिदान दिया उसके लिए संपूर्ण राष्ट्र नतमस्तक है। देश के स्वाभिमान और संस्कृति को विदेशी आक्रांताओं के खिलाफ अपने परिवार को कुर्बान कर देने वाली गुरू जी की जीवन यात्रा सभी के लिए प्रेरणादायी है। गुरू गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना कर यह बताया कि देश और संस्कृति के लिए हथियार उठाकर बहादुरी के साथ लड़ना जरूरी है। धर्म, संस्कृति और इतिहास को बचाने का उनका प्रयास सम्पूर्ण विश्व के सामने एक प्रभावी, अतुलनीय और अद्भुत उदाहरण है। हर युग और हर काल में उनकी शहादत याद रखी जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सिखों के 10वें गुरू खालसा पंथ के संस्थापक गुरू गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर गुरूद्वारा हमीदिया रोड में मत्था टेकने के बाद उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे।

सभी गुरूओं के वचनों को एकत्र कर गुरू ग्रंथ साहब को प्रदान किया मार्गदर्शक का स्वरूप

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गुरू गोबिंद सिंह इस रूप में भी भाग्यशाली थे कि उनके परिवार के छोटे से छोटे बच्चे में भी देश, धर्म व संस्कृति के लिए गौरव की अनुभूति थी और वह अपने धर्म और जीवन मूल्यों के लिए बलिदान देने के लिए तत्पर था। गुरू गोबिंद सिंह ने कई आध्यात्मिक प्रश्नों के उत्तर खोजने का प्रयास किया। उन्होंने सभी गुरूओं के पवित्र वचनों को एकत्र करते हुए गुरू ग्रंथ साहब को पंथ के मार्गदर्शक का स्वरूप प्रदान किया।

गुरू तेगबहादुर जी के शहीदी पर्व सहित अन्य आयोजनों में राज्य शासन हरसंभव प्रदान करेगी सहयोग

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि साहिबजादों के बलिदान को शालेय पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीर बालकों की शहादत के दिन, वीर बाल दिवस मनाने का निर्णय लिया। साथ ही ननकानासाहिब कॉरीडोर सहित अनेकों सौगातें समाज को प्रदान की हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गुरू तेगबहादुर जी के 350वें शहीदी पर्व सहित अन्य आयोजनों में राज्य शासन की ओर से हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वीर बाल दिवस पर गुरूद्वारे की व्यवस्था संभालने वाले बच्चों का किया सम्मान

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वीर बाल दिवस 26 दिसम्बर के मौके पर गुरूद्वारा हमीदिया रोड की व्यवस्थाओं को संभालने वाले बच्चों का सम्मान किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्मृति-चिन्ह भेंटकर अभिवादन किया गया। उन्होंने गुरूद्वारे में सेवा भी की और उपस्थित जनसमुदाय का अभिवादन किया। इस अवसर पर सुश्री नेहा बग्गा का सम्मान भी किया गया।
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स्वास्थ्य सेवाओं का सशक्तीकरण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
पीएम-जनमन अभियान के अंतर्गत 66 मोबाइल मेडिकल यूनिट का किया शुभारंभ
दुर्गम क्षेत्रों में घर-घर पहुंचेंगी स्वास्थ्य सेवाएं

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवाओं का सशक्तीकरण प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारा लक्ष्य है कि प्रदेश के प्रत्येक कोने तक उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचे, हर ज़िले में मेडिकल कॉलेज हों, अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध हों और पर्याप्त स्वास्थ्य अमला हो। उन्होंने कहा कि 46 हज़ार से अधिक स्वास्थ्य अमले की भर्ती के लिये स्वीकृति दी जा चुकी है। उन्होंने शीघ्र भर्ती प्रक्रिया पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सशक्त स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा से कोई भी क्षेत्र विकास की छलांग लगाने के लिये तैयार होता है। सशक्त और विकसित प्रदेश के लिये इन क्षेत्रों का सशक्त होना ज़रूरी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समत्व भवन से ‘पीएम जनमन अभियान’ के तहत 66 मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये मोबाइल मेडिकल यूनिट प्रदेश के दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की सहज और सुलभ उपलब्धता का कार्य करेगी।

संसाधनों की कमी नहीं होने दी जायेगी

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मोबाइल मेडिकल यूनिट्स दुर्गम और स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित क्षेत्रों में पहुँचकर आमजन को ओपीडी, रोग निदान, उपचार और दवाइयों जैसी आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेंगी। प्रत्येक यूनिट में प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी और अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस पहल से प्रदेश के स्वास्थ्य मानकों में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के सशक्तीकरण के लिये संसाधनों की कमी नहीं होने दी जायेगी। मध्यप्रदेश को स्वास्थ्य क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिये हम संकल्पबद्ध हैं।

87 विकासखण्डों के 1268 ग्रामों में पहुँचेगी यूनिट

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि मोबाइल मेडिकल यूनिट्स (एमएमयू) से 21 जिलों के 87 विकासखंडों में 1268 ग्रामों के लगभग 3,12,246 लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी। योजना में चिन्हित जिले अनूपपुर, अशोकनगर, बालाघाट, छिन्दवाड़ा, दतिया, डिंडौरी, गुना, गवालियर, कटनी, मंडला, मुरैना, नरसिंहपुर, सतना, शहडोल, श्योपुर, सीधी, शिवपुरी, जबलपुर, रायसेन, उमरिया और विदिशा शामिल हैं।

मोबाइल मेडिकल यूनिट दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा प्रदाय में लायेंगी क्रांतिकारी बदलाव

उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए स्वस्थ भारत के निर्माण की दिशा में मध्यप्रदेश सरकार युद्धस्तर पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि ‘पीएम जनमन अभियान’ के तहत प्रदेश के 21 जिलों के 87 विकासखंडों में 66 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स स्वास्थ्य सेवाओं के प्रदाय में एक क्रांतिकारी बदलाव लाने का कार्य करेंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के वे क्षेत्र जो स्वास्थ्य सेवाओं में पिछड़े और दुर्गम हैं, वहाँ विशेष प्रयासों के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं को सुलभ बनाया जा रहा है।

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच उत्कृष्ट समन्वय और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सशक्त नेतृत्व और प्रगतिशील सोच से सिंचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा, अधोसंरचना विकास और औद्योगिक विकास सहित विभिन्न क्षेत्रों में प्रदेश में नए मानक स्थापित हो रहे हैं। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने विश्वास व्यक्त किया कि स्वास्थ्य विभाग के पूरे अमले के समर्पण और निष्ठापूर्ण प्रयासों से मध्यप्रदेश निश्चित रूप से स्वास्थ्य के विभिन्न मानकों में अग्रणी राज्य बनने में सफल होगा।

मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) के लाभ

प्रत्येक मोबाइल मेडिकल यूनिट में प्रशिक्षित मानव संसाधन, जिसमें एक डॉक्टर, नर्स, एएनएम/एमपीडब्ल्यू, लैब टेक्नीशियन, फिजियोथेरेपिस्ट और ड्राइवर शामिल हैं, सेवाएँ प्रदान करेंगे। प्रत्येक यूनिट में 14 प्रकार की जांच सुविधाएँ, 65 प्रकार की आवश्यक दवाइयाँ और 29 प्रकार की स्वास्थ्य सामग्रियाँ उपलब्ध रहेंगी।

मोबाइल मेडिकल यूनिट्स के माध्यम से लोगों को संचारी रोगों और मूलभूत ओपीडी सेवाएँ, टीबी, कुष्ठ, मलेरिया, फाइलेरिया जैसी बीमारियों की पहचान और उपचार, प्रसवपूर्व एवं प्रसव उपरान्त देखभाल, उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और गुर्दा रोगों की पहचान, नवजात शिशुओं में जन्मजात विकृतियों की जाँच एवं उपचार, परिवार नियोजन सेवाएँ, मानसिक स्वास्थ्य और पोषण परामर्श, वृद्धजनों की देखभाल और आकस्मिक चिकित्सा सेवाएँ प्रदान की जाएंगी। इन यूनिट्स को जीपीएस प्रणाली से लैस किया गया है, जिससे उनकी निगरानी और संचालन में पारदर्शिता बनी रहेगी। प्रत्येक मोबाइल मेडिकल यूनिट एक माह में 24 दिन तक सेवाएँ प्रदान करेगी और प्रतिदिन 2 गांवों में लगभग 50 मरीजों का इलाज करेगी।

इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री श्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री संदीप कुमार यादव और एमडी एनएचएम डॉ. सलोनी सिडाना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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खेल गतिविधियां जीवन में सकारात्मकता और ऊर्जा का संचार करती हैं- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
नई शिक्षा नीति के माध्यम से स्पोर्टस टीचर्स भी बन सकेंगे वाइस चांसलर
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 30 वें इंटर प्रेस क्रिकेट टूर्नामेंट का किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि खेल गतिविधियां जीवन में सकारात्मकता और ऊर्जा का संचार करती हैं। भारतीय संस्कृति में खेलों की समृद्ध और उत्कृष्ट परम्परा रही है। नई शिक्षा नीति के माध्यम से खेल के आधार पर डिग्री प्राप्त करने और स्पोर्टस टीचर को असिस्टेंट प्रोफेसर से लेकर वाइस चांसलर तक बनने की व्यवस्था स्थापित की गई है। खेल, व्यक्ति की दक्षता, क्षमता और योग्यता के प्रकटीकरण के प्रभावी माध्यम हैं। राज्य शासन प्रत्येक स्तर पर खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश में सभी खेलों को प्रोत्साहित कर प्रतिभाओं को निखारने के लिए आवश्यक व्यवस्था स्थापित की है। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में इसके परिणाम भी दिखाई दे रहे हैं। भोपाल में बेहतर क्रिकेट स्टेडियम विकसित करने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव भोपाल के खेल पत्रकार संघ द्वारा आयोजित 30 वें इंटर प्रेस क्रिकेट टूर्नामेंट-2025 के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ओल्ड केम्पियन ग्राउंड पर बल्लेबाजी कर टूर्नामेंट की शुरूआत की। इस अवसर पर खेल मंत्री श्री विश्वास सारंग, पूर्व विधायक श्री ध्रुव नारायण सिंह, खेल पत्रकार संघ के संरक्षण श्री मृगेंद्र सिंह सहित संघ के पदाधिकारी, मीडिया कर्मी एवं खेल प्रेमी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने टूर्नामेंट के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं।
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भोपाल में क्रिकेट मैदान बनाएंगे :- डॉ मोहन यादव मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश |
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