11/09/2017
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती रंजना बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गत तीन वर्षों में सामाजिक, आर्थिक, सुरक्षा के क्षेत्र में जो तब्दीली, विकासोन्मुखी पहल सुनिश्चित की है उसकी देश विदेश में भी सराहना की जा रही है, लेकिन श्री राहुल गांधी को विकास नजर नहीं आता तो यह उनके तंग नजरिया का नतीजा है। श्री राहुल गांधी ने यूपीए के शासन के दौरान जिस तरह प्रधानमंत्री पद की गरिमा का क्षरण किया और सरकारी नीतियों और मंत्रालयों को कठपुतली बना दिया था उसकी पोल पूर्व केन्द्रीय पर्यावरण वन मंत्री श्रीमती जयंती नटराजन द्वारा लिखे अभिलेखों से खुल गयी है। इससे साबित होता है कि पर्यावरण नीति को हाथ का खिलौना बनाने के पीछे कुछ विशेष उद्देश्य भी रहा है, जिसकी कलई आज नहीं तो कल खुलकर रहेगी।
उन्होंने कहा कि केन्द्रीय जांच एजेंसी द्वारा श्रीमती जयंती नटराजन के विरूद्ध की जा रही कार्यवाही में कई रहस्य उजागर हुए है। उन पर दबाव डाला गया जिससे उन्हें पूर्व पर्यावरण मंत्री श्री जयराम रमेश द्वारा लिए गए फैसले भी पलटना पड़े। जबकि स्वीकृति के इस संशोधन का कोई तर्क संगत कारण नहीं था।
श्रीमती बघेल ने कहा कि इस जांच से इस बात के पक्के प्रमाण मिल गए है कि यूपीए-2 के कार्यकाल में श्री राहुल गांधी ने केन्द्रीय मंत्रालयों के नीतिगत फैसलों में हस्तक्षेप किया और अपने दखल को निर्णायक साबित कर संविधान की धज्जियां उड़ाई। यह गहन जांच का विषय है। केन्द्र सरकार को इस दिशा में कार्यवाही कर श्री राहुल गांधी की राजनैतिक हस्तक्षेप की कारगुजारियां जनता के सामने लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष अपना चेहरा दर्पण में देखने के बजाए दूसरों पर आरोप लगाकर आईना ही फोड़ रहे है।