06/09/2017
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक श्री रविनंदन मिश्र ने कहा कि शिक्षक दिवस की गरिमा के अनुकूल मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने शिक्षक समुदाय को सम्मान और आर्थिक सुरक्षा कवच दिया है। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार कर्मचारियों की आकांक्षाओं की कसौटी पर खरी उतरी है। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने शिक्षक कर्मी 500 रूपए प्रतिमाह पर तैनात किए थे। भाजपा सरकार ने इन्हें वेतनमान 30 से 40 हजार रूपए मासिक वेतन देकर मंुह मांगी मुराद पूरी की है। शिक्षकों की सेवा आयु साठ वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष की। साथ ही शिक्षक सेवानिवृत्ति के बाद भी अध्यापन कार्य जारी रखना चाहते है तो 70 वर्ष की आयु तक सेवाएं दे सकेंगे। इससे शिक्षक वर्ग को राहत मिली है।
उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार का व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक दिवस पर उन्होंने तीसरा वेतनमान देकर शिक्षक वर्ग के पदोन्नति न होने से होने वाले जख्म पर मरहम लगा दी है। आने वाले दिनों में राज्य में 40 हजार शिक्षकों की भर्ती कर शिक्षकों की स्कूलों में कमी पूरी करने की घोषणा करके रोजगार के द्वार खोल दिए है। इससे भी अहम बात यह है कि जो शिक्षक वर्षों से अतिथि शिक्षक के रूप में अध्यापन कार्य करते रहे है उनके जीवन में भी आर्थिक सुरक्षा का भाव जगा दिया है। इन 40 हजार शिक्षकों में भर्ती के समय 25 प्रतिशत आरक्षण उन शिक्षकों को दिया जायेगा जो अतिथि शिक्षक का कार्य कर रहे है।
उन्होंने कहा कि अध्यापन और अध्ययन का कार्य सतत सुधार गुणवत्ता लाने की अपेक्षा करता है। राज्य सरकार ने एक आयोग का गठन कर विविध विषयों पर विचार कर अपनी अनुशंसाएं देने को कहा है। इससे आने वाले दिनों में शिक्षा की गुणवत्ता का संवर्धन में मदद मिलेगी।