09/08/2017
भोपाल। भारतीय मुक्केबाज विजेन्दर सिंह और चीन के नंबर वन मुक्केबाज जुल्फिकर मेमैति अली के बीच जोरदार मुकाबला हुआ जिसमें विजेन्दर सिंह ने अली को पराजित कर अपना डब्लूपीओ पैसेफिक सुपर मीडिया वेट खिताब बरकरार रखा और अली डब्लू बी ओ एशिया ओरिएंटल सुपर मेडल वेट खिताब छीन लिया। विजेन्दर सिंह की यह नौवीं जीत थी। इस नाते खेल की दुनिया में इसका महत्व रहा।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पांडे ने कहा कि विजेन्द्र सिंह की जीत जितनी महत्वपूर्ण रही है उससे कई गुना महत्वपूर्ण उनका यह फैसला है कि उसने अपना खिताब चीन के मुक्केवाज के पक्ष में वापस कर दिया। विजेन्दर सिंह ने कहा कि एक खिलाड़ी ने खिलाड़ी भावना से यह कदम उठाकर चीन के शासकों को अपना विनम्र पैगाम दिया है कि वे अमन चैन का जज्बा कायम कर दोनों मुल्कों के बीच युद्धान्माद नहीं पे्रम की भाषा का इस्तेमाल करें।
उन्हांेने कहा कि विजेन्द्र सिंह ने अपनी दिल की आवाज में कहा है कि चीन हमारी सरहद में न आये। खिलाड़ी खेल भावना दिखा सकता है तो राजनेता और शासक ये क्यों नहीं कर सकता जबकि हमेशा सलाह दी जाती है कि खेल भावना से कार्य करें। खिलाड़ी की भावना यही है कि हमने चीनी मुक्केबाज को चित्त कर दिया है। हमें विजय का उन्माद नहीं है। यह भारत की शक्ति का प्रतीक है। युद्ध में भी हमारी शक्ति और रणकौशल कम नहीं है। लेकिन भारत अमन के रास्ते पर चलता है। आप भी हम सफर बनें।