मणिपुर मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा
manipurमणिपुर में हिंसा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान की मांग को लेकर संसद के दोनों सदनों में आज भी गतिरोध जारी रहने के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई। शोरशराबे के बीच लोकसभा में जैव विविधता संशोधन विधेयक 2022 और बहु राज्य सहकारी सोसाइटी संशोधन विधेयक तथा राज्यसभा में संविधान-अनुसूचित जनजाति आदेश-पांचवां संशोधन विधेयक, 2022 पारित किया गया।
आज सुबह लोकसभा की बैठक शुरू होते ही विपक्ष ने मणिपुर हिंसा को लेकर हंगामा शुरु कर दिया लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से शांति बनाए रखने का अनुरोध किया और प्रश्नकाल चलाने की कोशिश की पर हंगामा जारी रहने पर सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई। कार्यवाही फिर शुरु होने पर कांग्रेस, डीएमके, जनता दल यूनाइटेड और तृणमूल सांसद नारे लगाते हुए सदन के बीचोबीच पहुंच गए। शोरशराबे के कारण सदन की कार्यवाही शाम 5 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
उधर, राज्यसभा की बैठक शुरू होने पर सभापति जगदीप धनखड ने कहा कि विपक्षी सदस्यों ने मणिपुर हिंसा के मुददे पर नियम 267 के अंतर्गत चर्चा कराने के कई नोटिस दिए हैं जबकि भाजपा सदस्यों ने राजस्थान और छत्तीसगढ में महिलाओं पर हो रहे अपराधों के मुददे पर नोटिस दिए हैं। सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार मणिपुर मुददे पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध संवेदनशील मुददा है और इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। श्री गोयल ने कहा कि राजस्थान और छत्तीसगढ में महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर भी चर्चा होनी चाहिए। विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
12 बजे के बाद सदन की बैठक दोबारा शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी जारी रही। कांग्रेस के मुकुल वासनिक ने मणिपुर हिंसा के मुददे पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग दोहराई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मणिपुर पर अन्य सभी कार्य छोडकर नियम 267 के अंतर्गत चर्चा होनी चाहिए। इस पर सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध दुर्भाग्यपूर्ण है और गृहमंत्री अमित शाह मणिपुर हिंसा पर जवाब देने के लिए तैयार हैं।
सभापति जगदीप धनखड ने विपक्षी सदस्यों से सदन की कार्रवाई चलने देने का आग्रह किया। विपक्षी सदस्यों का विरोध फिर भी जारी रहा। शोरशराबे के बीच सभापति ने प्रश्नकाल संचालित करने की कोशिश की जो सफल नहीं हुई और सदन को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
राज्यसभा की बैठक जब दूसरे स्थगन के बाद फिर शुरु हुई, तो शोरशराबे के बीच संविधान – अनुसूचित जनजाति आदेश-पांचवां संशोधन विधेयक, 2022 पर चर्चा शुरु की गई। विधेयक के जरिए छत्तीसगढ़ के संबंध में संविधान के अनुसूचित जनजाति आदेश, 1950 में संशोधन का प्रस्ताव है। चर्चा के बीच विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी जारी रखी। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वे विधेयक का समर्थन करते हैं लेकिन मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। कांग्रेस, तृणमूल, डीएमके, वाम दल, आम आदमी पार्टी, जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल और अन्य विपक्षी दलों ने पूरे दिन के लिए सदन से वाकआउट कर दिया। बाद में सदन ने विधेयक ध्वनिमत से पारित कर दिया।
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मणिपुर मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा
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