08/06/2017
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर अधिनियम के क्रियान्वयन पर वास्तविक किसानों की पहचान हो जायेगी। अब तक जो शहरी, उद्योगपति भूमि धारक के रूप में किसान परिभाषित हो रहे हैं और उनकी जमीन पर काश्त दूसरे करते है वे किसान नहीं कहलायेंगे। किसान बनें रहने के लिए आवश्यक है कि परिवार का सदस्य स्वयं की निगरानी में काश्त करें, कराएं।
उन्होंने कहा कि जीएसटी के प्रावधान के तहत ऐसे सभी लोगों को जो गांव में नहीं अन्यत्र रह कर खेती कराते है। कृषि भूमि पट्टे पर देते है। उन्हें जीएसटी प्रावधान के तहत पंजीयन कराना पड़ेगा। इस तरह देश में असल किसान की किसान के रूप में पहचान हो जायेगी। जो शहर में रहकर भूमिधारक की हैसियत में किसान कहलाते है वे किसान नहीं कहे जायेंगे।
कांग्रेस मानवीय संवेद