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किसानों के हित में निर्णय मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता का परिचायक विभिन्न किसान संगठन द्वारा मुख्यमंत्री का 7 जून को शाम 4 बजे अंबेडकर पार्क भोपाल में स्वागत किया जायेगा – नंदकुमारसिंह चौहान

06/06/2017
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री नंदकुमारसिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान को जब पता लगा उन्होंने रविवार के दिन अपने मालवा के पूर्व निर्धारित प्रवास कार्यक्रम के दौरान ही उज्जैन में किसान संगठनों, किसान प्रतिनिधियों से भेंट की और उनकी समस्याओं के प्रति अत्यंत संवेदनशीलता के साथ गौर किया तथा उन्हें राहत पहुंचाने के लिए भरोसा दिलाया। आज उन्होंने किसानों को राहत पहुंचाने के लिए उच्च स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली और किसानों के हित में फैसलों को क्रियान्वित करने के आदेश दिए। उज्जैन में उन्होंने भारतीय किसान संघ, किसान सेना, किसान मोर्चा तथा किसानों के अन्य संगठनों किसान प्रतिनिधियों से चर्चा की और उन्हें राहत पहुंचाने का आश्वासन दिया, जिससे प्रदेश के किसानों का आत्मविश्वास बढ़ा है। किसान हितैषी मुख्यमंत्री की पहल का किसानों कृषक जगत ने स्वागत किया है और राहत की सांस ली है। मुख्यमंत्री का 7 जून को शाम 4 बजे अंबेडकर पार्क पंचशील नगर के सामने, सेकण्ड नंबर बस स्टाप भोपाल में स्वागत किए जाने का भी विभिन्न किसान संगठनों ने निर्णय लिया है। पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री चौहान ने बताया कि किसानों के आंदोलन में कुछ असामाजिक तत्वों, कांग्रेसियों ने प्रवेश करके हिंसक गतिविधियों में भाग लिया। प्रदेश का किसान शांतिप्रिय है।
श्री चौहान ने बताया कि प्याज की बंपर फसल आने के कारण मूल्य गिर गए। जिससे किसान को आर्थिक हानि पहुँच रही थी। मुख्यमंत्री ने तत्काल प्याज उत्पादक 22 जिलों में 8 रूपए किलो समर्थन मूल्य पर प्याज की खरीदी की व्यवस्था कर दी है। गत वर्ष प्याज का मूल्य 6 रूपए रखा था। इसमें 2 रूपए की वृद्धि भी की गयी। यह खरीद 30 जून तक जारी रहेगी। इसी तरह प्रदेश में गर्मी की मंूग की खरीद 5225 रूपए क्विंटल में दिए जाने की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश और देश में अरहर दाल के बढ़ते मूल्यों को देखते हुए प्रदेश के किसानों का अरहर की पैदावार बढ़ाने का आव्हान किया था। उन्होंने अपने वायदे को देखते हुए अरहर खरीद समर्थन मूल्य पर दिए जाने की सीमा भी बढ़ा दी है। अरहर की खरीद नाफेड द्वारा की जा रही थी और नाफेड ने खरीदी बंद कर दी थी। इसलिए इस फैसले से अरहर उत्पादक किसानों को अपेक्षित राहत मिली है।
किसानों को फसल बीमा और कर्ज भुगतान को लेकर कुछ समस्याएं थीं जिन्हें मुख्यमंत्री ने संवेदनशीलता के साथ समझा और यह व्यवस्था भी कर दी है कि दो फसलों का कर्ज भुगतान किसान अपनी सुविधानुसार एक साथ कर सकेगा। उन्होंने कहा कि कैशलेस ट्रांजेक्शन को देखते हुए मंडी में पहुँचने वाले किसानों को चैक और उसके नगदीकरण में होने वाली देरी का भी समाधान मुख्यमंत्री ने निकाल लिया है। मंडी में किसान को उसकी फसल का आधा भुगतान नगद दिए जाने का प्रावधान किया गया है। शेष का भुगतान आरटीजीएस द्वारा उसके खाते में जमा होगा।
श्री नंदकुमारसिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश में फसलों का उत्पादन और दायरा बढ़ा है जिससे किसान विपुल उत्पादन लेने में सक्षम हुआ है। साथ ही एक समस्या मूल्य गिर जाने की भी साथ साथ जन्मी है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए मूल्य स्थिरीकरण योजना पर विस्तार से चर्चा की और 1000 हजार करोड़ रूपए की राशि स्थिरीकरण कोष के लिए जमा करने का प्रावधान कर दिया है। मूल्यों की घट बढ़ी के दौर में स्थिरीकरण मूल्य से मूल्यों को स्थिर करने में किसानों की मदद की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्याज की बंपर फसल आने पर भंडारण की समस्या को देखते हुए प्रदेश में विशेष भंडार गृह कोल्ड स्टोरेज बनाने का प्रावधान किया जा रहा है। जिसमें किसानों को भंडार गृह बनाने के उत्सुक लोगों को प्रोत्साहन स्वरूप सब्सिडी की व्यवस्था की जायेगी। सरकार भी इस दिशा में सक्रिय होगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के हित में लिए गए निर्णयों और उनके तत्काल अमल की प्रतिक्रिया स्वरूप प्रदेश में किसान आंदोलन शांत हो गया है। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विजेश लुणावत और प्रदेश महामंत्री श्री अजयप्रताप सिंह, प्रदेश कार्यालय मंत्री श्री राजेन्द्रसिंह राजपूत, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी श्री संजय गोविन्द खोचे, प्रवक्ता श्री राहुल कोठारी भी उपस्थित थे।

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