प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा – भारत को सफलता की ऊंचाई हासिल करने के लिए अतीत के संकीर्ण विचारों से मुक्त होने की जरूरत है
shrigovindsinghji,sahibjadababajoravarsingh,babafatehsingh,veerbalakdiwasप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अतीत के नकारात्मक प्रभाव से मुक्त होकर आगे बढ़ने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत काल में देश ने गुलामी की मानसिकता को दूर करने का संकल्प लिया है। उन्होंने आज नई दिल्ली में श्री गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों साहिबजादा बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत की याद में वीर बाल दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि औरंगजेब की क्रूरता और भारत को बदलने के उनके इरादों के खिलाफ गुरु गोबिंद सिंह जी दृढ़ता से खड़े रहे।
श्री मोदी ने कहा कि गौरवशाली इतिहास वाले देश को हीन भावना छोडकर आत्मविश्वास और स्वाभिमान से भरा होना चाहिए। नया भारत खोई हुई विरासत को पुनर्स्थापित करके पिछले दशकों की गलतियों को सुधार रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों का भविष्य उनके प्रेरणा स्रोत पर निर्भर करेगा। उन्होंने बच्चों को प्रेरणा देने वाले भक्त प्रह्लाद, नचिकेता और ध्रुव, लव-कुश, बाल राम और बाल कृष्ण जैसे असंख्य उदाहरणों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्राचीन काल से लेकर वर्तमान समय तक साहसी बच्चे भारत के शौर्य का प्रतिबिंब रहे हैं।
श्री मोदी ने कहा कि वीर बाल दिवस देश के गौरव के लिए सिखों के योगदान और बलिदान की याद दिलाएगा। उन्होंने कहा कि यह भारतीयों को अपनी पहचान और अतीत पर गर्व करना सिखाएगा तथा भविष्य के लिए प्रेरित करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग तीन सौ बच्चों द्वारा किए गए शबद कीर्तन में भाग लिया। उन्होंने लगभग तीन हजार बच्चों के मार्च पास्ट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सरकार साहिबजादों के साहस और बलिदान के बारे में छोटे बच्चों सहित पूरे देश को शिक्षित करने के लिए भागीदारी और संवाद कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
==========================Courtesy===================
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा – भारत को सफलता की ऊंचाई हासिल करने के लिए अतीत के संकीर्ण विचारों से मुक्त होने की जरूरत है
shrigovindsinghji,sahibjadababajoravarsingh,babafatehsingh,veerbalakdiwas