केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पर्यावरण के संरक्षण के लिए बेहतर बुनियादी ढांचा बनाने की तकनीकों के उपयोग पर बल दिया
nitingadkarienviornment,todayindia,todayindia24सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज फिक्की सभागार में सड़क और राजमार्ग पर तीसरे शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्री गडकरी ने कहा कि भारत में दुनिया का दूसरा सबसे बडा सड़क नेटवर्क है। वर्ष 2024 के अंत तक इसका विस्तार कर इसे दो लाख किलोमीटर लम्बा बनाना है। उन्होंने बताया कि इस समय 90 प्रतिशत यात्रियों का आवागमन और 80 प्रतिशत माल की ढुलाई सड़क मार्ग से होती है। उन्होंने सरकार की महत्वाकांक्षी भारतमाला परियोजना के प्रमुख कार्यक्रम और सड़क के बुनियादी ढांचे के लिए बजट में वृद्धि का भी उल्लेख किया।
माल को पहुंचाने की लागत 16 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत करने के बारे में जिक्र करते हुए श्री गडकरी ने कहा कि इसके लिए हमें जलमार्ग, रेलवे, सड़क और विमानन के एकीकृत दृष्टिकोण की जरूरत है। उन्होंने पेट्रोल-डीजल का इस्तेमाल कम करने के विकल्प के रूप में एलएनजी और इथेनॉल, मेथनॉल, हाइड्रोजन के उपयोग पर जोर दिया। श्री गडकरी ने कहा कि हमारे ‘अन्नदाता’ किसान जैव-अपशिष्ट और पराली से एथेनॉल का उत्पादन कर ‘ऊर्जादाता’ बन सकते हैं।
विभिन्न सड़क अवसंरचना परियोजनाओं का उदाहरण देते हुए, श्री गडकरी ने बताया कि कैसे इन परियोजनाओं से शहरों और लोगों के बीच बेहतर संपर्क स्थापित होगा।
श्री गडकरी ने पर्यावरण संरक्षण और गुणवत्ता से समझौता किए बिना बेहतर बुनियादी ढांचा बनाने के लिए तकनीकों को अपनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने भारतीय उद्योग जगत से आग्रह किया कि वे प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए आगे आएं।
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केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पर्यावरण के संरक्षण के लिए बेहतर बुनियादी ढांचा बनाने की तकनीकों के उपयोग पर बल दिया
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