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आश्चर्य है ! कालेधन पर कार्यवाही की मांग करने वाले आज हाय तौबा कर रहे है- अमित शाह

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने आज, शुक्रवार को भाजपा के केन्द्रीय मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया और 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट को बैन करने के केंद्र सरकार के फैसले की सराहना करते हुए इसका विरोध करने वाली विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 500 और 1000 के पुराने नोट को 8 तारीख की आधी रात से बैन करने के इस एक फैसले से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने काले धन के खिलाफ केंद्र सरकार की लड़ाई को एक महत्त्वपूर्ण मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से आतंकी गतिविधियों से जुड़े हुए कई संगठन और आतंकवादियों को करारा झटका लगा है, नकली नोट के कारोबार और देशविरोधी प्रवृत्ति में संलिप्त रहने वाले लोगों और संस्थानों को भी बहुत बड़ा झटका लगा है। उन्होंने कहा कि नशे के कारोबार और हवाला के माध्यम से देश के अर्थतंत्र को खोखला करने वाले सारे लोगों को इससे एक ऐसा आघात लगा है जिससे उबरने में उन्हें काफी समय लगेगा। उन्होंने कहा कि दुनिया मानती है कि मोदी सरकार का यह फैसला काला धन रखने वाले, उसको बढ़ावा देने वाले, आतंकवादियों, नक्सलवादियों, हवाला ऑपरेटर्स, नशे का कारोबार करने वालों इत्यादि के लिए तकलीफदेह निर्णय है। उन्होंने कहा कि इसके ठीक विपरीत सभी देशभक्त लोगों ने, देश की जनता ने और प्रमाणिक करदाताओं ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है।

श्री शाह ने कहा कि बड़ी सोच-समझ कर और एडमिनिस्ट्रेटिव एक्सरसाइज करने के बाद भारत सरकार ने यह फैसला लिया है, छोटे व्यापारियों, गृहणियों, किसानों, मजदूर एवं गरीबों – सबके हितों की रक्षा केंद्र की भाजपा सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि ढाई लाख से कम जिनके पास भी 500 और 1000 के नोट हैं, उनको अपने बैंक अकाउंट में डालने में कोई समस्या नहीं है और ना ही इस प्रक्रिया में किसी को भी किसी प्रकार की पूछताछ का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, “मैं मानता हूँ कि जो मध्यम, निम्न मध्यम वर्ग के लोग हैं, गरीब हैं, छोटे व्यापारी हैं, उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। 31 दिसंबर तक इन नोटों को सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों में स्वीकार किया जाएगा, इसलिए किसी को भी पैनिक करने की कोई जरूरत नहीं है।” उन्होंने कहा कि दो दिनों से जिस तरह से बैंक और बैंक के कर्मचारी जनता का सहयोग कर रहे हैं, मैं भारतीय जनता पार्टी की ओर से उनका ह्रदय से अभिनंदन करता हूँ। उन्होंने कहा कि ईमानदार लोगों को डरने की कोई जरूरत नहीं है, जिनके पास काला धन है, उन्हीं को नुकसान होगा हालांकि कुछ राजनीतिक पार्टियां जरूर गरीब हो गई हैं। उन्होंने यह स्पष्ट करते हुए कहा कि यह कैश ट्रांजेक्शन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं है बल्कि यह टैक्स पे किये बिना कैश के खिलाफ कार्रवाई है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि एक भ्रष्टाचार मुक्त भारत और स्वच्छ जीवन शैली बनाने की मुहिम जो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने शुरू की है, मैं लोगों से अपील करता हूँ कि वे इस मुहिम से जुड़ें, इसका समर्थन करें और इसे गति दें। उन्होंने कहा कि पूरे देश से, जहां-जहां से भी फीडबैक मिल रहा है, लोग उसका स्वागत कर रहे हैं और भारत सरकार ने भी जहां-जहां कमियाँ है, उन कमियों में तत्काल सुधार के लिए टीम बनाई है और वह टीम उन कमियों का त्वरित समाधान कर रही है। उन्होंने कहा कि तीन दिन तक देश भर के सभी टोल टैक्स को माफ़ करके सरकार ने लोगों को राहत दी है, इसी तरह रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, सरकारी अस्पताल तथा सभी सरकारी भुगतानों में पुराने नोटों को स्वीकार किया गया है ताकि लोगों को ज्यादा परेशानी न उठाना पड़े। उन्होंने कहा कि एक अच्छी सुचारु व्यवस्था के माध्यम से अर्थतंत्र में इस परिवर्तन को स्वीकृत कराने का संवेदनशील प्रयास केंद्र सरकार द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा, “मैं देश की जनता से अपील करने आया हूँ कि इस निर्णय से देश के अर्थतंत्र को बहुत बड़ा फायदा हो, इसके लिए एक कठोर कदम भारत सरकार ने उठाया है, हो सकता है कि लोगों को कुछ तकलीफें उठानी पड़े, हो सकता है कि एटीम के सामने लंबी लाइन लगी हो, हो सकता है कि लोगों को एटीएम से नोट निकालने में तकलीफ हुई हो, मैं इन सबके प्रति संवेदना रखते हुए कहना चाहता हूँ कि देश की जनता भारत सरकार के इस साहसिक कदम को अपना समर्थन दें।” उन्होंने कहा कि देश भर से फर्जी नोट और काले धन को निकालना बहुत जरूरी है क्योंकि यह हमारे अर्थतंत्र के लिए नासूर है, इसे ख़त्म किये बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता।

श्री शाह ने कहा कि पिछले दो-तीन दिनों से अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों की प्रतिक्रया पूरे देश की जनता देख रही है। उन्होंने कहा कि काला धन रखने वाले, इसके माध्यम से आतंकी गतिविधयों में संलिप्त रहने वाले, नकली नोट रखने वाले कारोबारी, नशे का कारोबार करने वाले और हवाला ऑपरेटर्स को दुःख हो सकता है, इसे तो समझा जा सकता है लेकिन राजनीतिक दलों में इस फैसले से जो हाय-तौबा मची हुई है, वह आश्चर्यजनक है। उन्होंने कहा कि कल तक, सात नवंबर तक जो काले धन पर एक्शन को लेकर सरकार से सवाल पूछा करते थे, आज वह काले धन पर कड़े प्रहार से आखिर इतने बौखलाए हुए क्यों हैं? उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूँ, बहन मायावती जी से, मुलायम सिंह जी से, राहुल गांधी से, अरविंद केजरीवाल से कि आपको किस चीज से भय लग रहा है। उन्होंने कहा कि इससे राजनीति स्वच्छ होगी, चुनाव में से काला धन बाहर हो जाएगा, देश के अर्थतंत्र में से काला धन बाहर हो जाएगा, आखिर इससे राजनीतिक दलों को क्या पीड़ा हो सकती है? उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का माहौल राजनीतिक दल बना रहे हैं, मैं पूछना चाहता हूँ सपा, बसपा, कांग्रेस और आप पार्टी से कि आप काले धन, हवाला ऑपरेटर्स, नशे के कारोबार और नकली नोट से चलने वाले टेररिज्म के समर्थन में हैं फिर या इसके खिलाफ, आप कालाबाजारी को बढ़ावा देना चाहते हैं या उनके हौसलों को पस्त करना चाहते हैं, इसका जवाब सपा, बसपा, कांग्रेस और आप – इन चारों पार्टियों को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन सभी पार्टियों को देश को यह बताना चाहिए कि इस फैसले से उन्हें क्या तकलीफ हो रही है। उन्होंने कहा कि मैं मानता हूँ कि इन चारों पार्टियों ने अपने आप को एक्सपोज कर दिया है और फेक करेंसी एवं काले-धन के खिलाफ मोदी सरकार के कड़े निर्णय की आलोचना करके इन पार्टियों ने देश की जनता को अपना असली चेहरा दिखा दिया है। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि देश की पॉलिटिकल पार्टियां इस मुद्दे को लेकर चुनाव में आयें, देश की जनता इसका फैसला करेगी। उन्होंने कहा कि यह फैसला इलेक्शन को ध्यान में रखकर नहीं लिया गया है, बल्कि काला धन जो एक लंबे समय तक देश के लिए नासूर बना हुआ था, उसको कर्टेल करने के लिए केंद्र सरकार ने यह एक्शन लिया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अपने संवैधानिक अधिकारों का उपयोग देश हित में काले-धन व भ्रष्टाचार के खिलाफ किया है, जिसका पैसा वैध है उसको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 500 और 1000 के नोट बैन का यह फैसला अपने-आप में लिया गया एक अकेला फैसला नहीं है, बल्कि यह कालेधन के खिलाफ लड़ाई के लिए लिये गए श्रेणीबद्ध फैसले का एक भाग है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सबसे पहले जन-धन योजना लाकर सभी परिवारों के बैंक अकाउंट खोले, फिर काले-धन की जांच के लिए एसआईटी गठित कर इससे सम्बंधित सारी सूचनाओं को जांच के लिए सौंपा, विश्व के कई देशों के साथ काले धन को बाहर निकालने के लिए कई समझौते किये और फिर ओपन डिक्लेरेशन स्कीम के माध्यम से देश भर से 65,000 करोड़ रुपये से अधिक का काला-धन बाहर निकालने का काम किया गया। उन्होंने कहा, “मैं मानता हूँ कि इस फैसले से फेक करेंसी और काले धन का बहुत बड़ा हिस्सा हमारे अर्थतंत्र से बाहर आ जाएगा, महंगाई में कमी होगी और हमारी अर्थव्यवस्था को भी काफी गति मिलेगी।”

श्री शाह ने मीडिया से आग्रह करते हुए कहा कि आप सरकार के फैसले को जनता तक पहुंचाएं, जनता का हौसला बढ़ाएं और उनके मन से भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास करें, उनका मार्गदर्शन करें। उन्होंने कहा कि बैंकों के कर्मचारी जो छुट्टी के दिन भी काले-धन के खिलाफ इस लड़ाई में अपना योगदान दे रहे हैं, देश की जनता जो परेशानियों को उठाकर भी एक भ्रष्टाचार-मुक्त भारत के निर्माण पर्व में अपना सहयोग दे रही है, मैं उनका ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूँ, साथ ही मैं एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और केंद्र सरकार का लाख-लाख अभिनंदन करता हूँ।

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