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राष्ट्र आज 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है
todayindia,todayindia news,today india news in hindi,Headlines,Latest News,Breaking News,Cricket ,Bollywood24,today india news,today india,aaj ki khas khabrenराष्ट्र आज 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। मुख्य समारोह राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के राजपथ पर आयोजित किया गया जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने परेड की सलामी ली।

गणतंत्र दिवस समारोह में देश की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता तथा सामाजिक और आर्थिक प्रगति का भव्य प्रदर्शन किया गया। समारोह में 32 झांकियां प्रदर्शित की गई जिनमें से 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की, नौ विभिन्न मंत्रालयों, विभागों तथा अर्धसैनिक बलों की और 6 रक्षामंत्रालय की थीं।

इन झांकियों में कार्बन न्यूट्रल लद्धाख की परिकल्पना को प्रदर्शित करने वाली झांकी के साथ-साथ गुजरात में मोढेरा के सूर्य मंदिर, असम के चाय बगानों से जुड़ी जनजातियों और छत्तीसगढ़ के लोकसंगीत की मधुर धुनों वाली झांकियां शामिल थीं। इसके अलावा डिजिटल भारत, चार श्रम कानूनों, आत्मनिर्भर भारत अभियान, न्यू इंडिया-वोकल फॉर लोकल और सीआरपीएफ तथा बीआरओ की झांकियां भी इस परेड में शामिल थीं। स्कूलों के बच्चों ने ओडिसा का बजसाल नृत्य, तमिलनाडु का लोकनृत्य और हम फिट तो इंडिया फिट तथा आत्मनिर्भर भारत के विषयों पर नृत्य प्रस्तुत किए।

राफाल लड़ाकू विमान गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष रूप से प्रदर्शित किए गए। परेड का समापन वायु सेना के विमानों के फ्लाईपास्ट से हुआ।

गणतंत्र दिवस परेड में राफाल विमानों से साथ-साथ दो जगुआर लड़ाकू विमान और मिग-29 विमान भी शामिल थे। मिग विमानों ने राजपथ के ऊपर तीन सौ मीटर की ऊंचाई पर सात सौ 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से एकलव्य फॉरमेशन में उड़ान भरी। परेड का समापन राफाल विमान की उड़ान से हुआ जिसमें इस विमान ने राजपथ के ऊपर नौ सौ किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन में उड़ान भरते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

पिछले साल पांच राफाल विमानों को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। इस वर्ष की गणतंत्र दिवस परेड में वायुसेना के कुल 38 विमानों ने भाग लिया। वायुसेना के विमानों ने त्रिनेत्र फॉरमेशन में भी अपने करतब दिखाए जिसमें तीन एस यू- 30 एमकेआईएस विमानों ने पहले एक सीध में उड़ान भरी और उसके बाद उनमें से एक ऊपर की ओर बाकी दो दायीं तथा बायीं दिशा में त्रिशूल की अकृति बनाते हुए निकल गए।
समारोह के दौरान स्वदेश में विकसित मुख्य युद्धक टैंक टी-90 भीष्म, इनफैंट्री कॉम्बैट व्हीकल बीएमपी-द्वीतीय, ब्रह्मोस अस्त्र प्रणाली, पुल बनाने वाला पिनाक टैंक टी-72 और समविजय इलेक्ट्रॉनिक सामरिक प्रणाली परेड का मुख्य आकर्षण रहे। नौसेना की झांकी स्वर्णिम विजय वर्ष भी परेड में प्रदर्शित की गई, जिसमें 1971 में पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर भारतीय नौसेना के हमले की गाथा को दिखाया गया है।

बंग्लादेश की सशस्त्र सेनाओं की 122 सदस्यों की टुकड़ी ने भी राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में मार्चपास्ट किया।

गणतंत्र दिवस समारोह के तहत कार्यक्रमों की शुरूआत आज सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्रीय समर स्मारक पर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ हुई। इस अवसर पर ध्वजारोहण किया गया और राष्ट्रगान के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 21 तोपों की सलामी ली।

इस साल कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए परेड के मार्ग को छोटा कर दिया गया था। परेड की शुरूआत हमेशा की तरह विजय चौक से हुई लेकिन यह लालकिले की बजाय नेशनल स्टेडियम में जाकर संपन्न हुई। इस बार करीब 25 हजार दर्शकों को परेड देखने की अनुमति दी गई थी जबकि आमतौर पर करीब एक लाख 15 हजार दर्शक इसे देखते हैं।

महामारी की बजह से इस बार 15 साल से कम उम्र के बच्चों और गंभीर बीमारी से पीड़ित बुजुर्गों को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई थी। इस वर्ष किसी दूसरे देश के गणमान्य व्यक्ति को गणतंत्र दिवस समारोह का मुख्य अतिथि नहीं बनाया गया था। समारोह में कोविड महामारी से संबंधित एहतियात के सभी उपायों का पालन किया गया।
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