Jun 15 2016
नयी दिल्ली। लंबी कानूनी लड़ाई, राजनीतिक पैंतरेबाजी और सोशल मीडिया पर जमकर मचमच मचाने के बाद डायरेक्टर अभिषेक चौबे और प्रोड्यूसर अनुराग कश्यप की फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ रिलीज होने के लिए तैयार है। लोगों का कहना है कि इससे पंजाब राज्य का नाम खराब हो रहा है, पर अगर कोई सच में असलियत पता करना चाहता है तो जरा आंकड़ों पर नजर डाल ले। जी हां ड्रग्स की लत में ‘बर्बादी’ का पंख लगाकर पंजाब सच में ‘उड़’ रहा है। इस हसीन ड्रग तस्कर ने करायी 180 लोगों की हत्या, कहानी जान कांप उठेंगे आप अगर आंकड़ों पर यकीन ना हो तो इस खूबसूरत सी लड़की की कहानी उसी की जुबानी सुन लीजिए। उपर तस्वीर में आप जिस लड़की को देख रहे हैं उसका नाम अंतरा है। वो हेरोइन की लत में इस तरह डूब चुकी है कि उसे अपने-पराए मे फर्क तक नहीं रहा। प्रेग्नेंसी में भी मां लेती रही ड्रग्स, पैदा हुआ नशेड़ी बच्चा आईबीएन7 ने एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए इस बात का खुलासा किया है। चैनल के खुफिए कैमरे के सामने अंतरा ने अपना दर्द बयां किया। अंतरा ने बताया कि हेरोइन बहुत घटिया नशा है, ये लोगों को मजबूर कर देता है। लड़कियां तो इस नशे के लिए किसी के पास भी जा सकती हैं। जिस्म बेच सकती हैं क्योंकि पैसे के बिना ये नशा मिलता नहीं है। मौज मस्ती के बाद गूगल के अधिकारी को ड्रग्स का इंजेक्शन लगाकर मरने के लिए छोड़ गई थी सेक्स वर्कर एक वक्त में ब्यूटी पार्लर चलाती थी अंतरा अंतरा ने बताया कि हेरोइन के लत ने मुझसे मेरे सारे सपने छीन लिए। मैं अब बिल्कुल बर्बाद हो चुकी हूं। स्थिति यहां तक है कि आज मैं परिवार को 10 रुपये तक नहीं दे सकती। कभी मैं ब्यूटिशियन का कोर्स करके ब्यूटी पार्लर चलाती थी, लेकिन अब मेरी मां मुझे पहले जैसी देखने के लिए तरस रही हैं और मैं खुद फील करती हूं कि मैंने बहुत बड़ी गलती की है। एक बार किया ट्राई फिर ऐसी पड़ी आदत कि… अंतरा ने बताया कि अब मुझे बस दो चीजें समझ में आती हैं। एक मैं और दूसरा नशा। अंतरा ने कहा कि शादी के कुछ महीने बाद ही इस नशे के जाल में फंस गईं थी फिर वो इस मदहोशी की दुनिया में इतनी आगे निकल गईं कि परिवार, ससुराल, दोस्त, सपने, सबकुछ कहीं पीछे छूट गया। वह कहती हैं कि मैं सोचा था कि चलो एक बार ट्राइ करते हैं, लेकिन बाद में ऐसी आदत पड़ी कि छूट ही नहीं रहा। घर का सामान बेच कर मिटाया नशे का लत अंतरा का कहना है कि मैं रोज हेरोइन ले रही हूं। कभी होता है कि सुबह से शाम तक न मिला हो, लेकिन फिर अरेंज हो जाता है। एक दिन का 2-3 हजार तो खर्च हो ही जाती है। अंतरा ने बताया कि हमें जो दहेज में मिला था। हमने सब बेच दिया है। हमारे पास आमदनी का कोई सोर्स नहीं था। घर का कीमती सामान बेचकर हमने ये गंदा नशा किया है।
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