• Fri. Apr 26th, 2024

योर एक्सेलेंसी, प्रेसिडेंट इम्मेनुएल मैक्रों,
भारत और फ्रांस के सम्मानित डेलीगेशंस,
फ्रेंड्स, बों स्वा,
नमस्कार,
सबसे पहले मैं अपने परम मित्र प्रेसिडेंट मैक्रों को हार्दिक धन्यवाद् देता हूँ।उन्होंने इस ऐतिहासिक हेरिटेज साईट में मेरे डेलीगेशन का और मेरा बहुत भव्य और बहुत स्नेह से स्वागत किया।यह मेरे लिए एक यादगार पल है। G7 (narendra modi)(prime minsister)(todayindia)(today india)(breaking news)(latest news)
समिट के लिए राष्ट्रपति मैक्रॉन के द्वारा आमंत्रण भारत और फ्रांस के बीच स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप और मेरे प्रति उनके मैत्री भाव का उदाहरण है। आज हमने बहुत लम्बी बात की और G7 का जो एजेंडा है, जिसका नेतृत्व फ्रांस कर रहा है उसमें पूरी तरह सफलता मिले और भारत को जो सहयोग अपेक्षित है वो सहयोग पूर्ण रूप से आपको प्राप्त हो, ये भारत का हमेशा संकल्प रहेगा। बायोडायवर्सिटी हो, क्लाइमेट चेंज हो, कूलिंग और गैस के इश्यु हों, इन सभी विषयों पर भारत सदियों से परंपरा से, संस्कृति से, संस्कार से प्रकृति के साथ तालमेल करके ही जीने का पक्षधर रहा है। प्रकृति का विनाश कभी भी मानव कल्याण के लिए उपकारक नहीं हो सकता है और उस विषय का इनिशिएटिव इस G7 समिट में जब हो रहा है तब भारत को और ख़ुशी के लिए ये पल है।

फ्रेंड्स,

भारत और फ्रांस के बीच सम्बन्ध सैकड़ों साल पुराना है। हमारी दोस्ती किसी स्वार्थ पर नहीं बल्कि ‘लिबर्टी, इक्वलिटी फर फ्रेटरनिटी’ के ठोस आदर्शों पर टिकी है। यही कारण है कि भारत और फ्रांस ने कंधे से कन्धा मिलाकर आज़ादी और लोकतंत्र की रक्षा की है, फासिज्म और एक्सट्रीमिस्म का मुकाबला किया है।फर्स्ट वर्ल्ड वॉर के दौरान हजारों भारतीय सैनिकों का बलिदान आज भी फ्रांस में याद किया जाता है। आज आतंकवाद, क्लाइमेट चेंज, एनवायरनमेंट और टेक्नोलॉजी के समावेशी विकास की चुनौतियों का सामना करने के लिए फ्रांस और भारत एक साथ मजबूती से खड़े हैं।हम दोनों देशों ने सिर्फ़ अच्छी-अच्छी बातें ही नहीं कीं, ठोस कदम भी उठाये हैं।इंटरनेशनल सोलर अलायन्स भारत और फ्रांस की ऎसी ही एक सफल पहल है।

फ्रेंड्स,

दो दशकों से हम स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप की राह पर चल रहे हैं। आज फ्रांस और भारत एक दूसरे के भरोसेमंद पार्टनर हैं। हमारी कठिनाईयों में हमने एक दूसरे का नजरिया समझा है और साथ भी दिया है।

फ्रेंड्स,

प्रेसिडेंट मैक्रों और मैंने आज हमारे संबंधों के सभी पक्षों पर विस्तार से चर्चा की। वर्ष 2022 में भारत की आज़ादी को 75 साल होंगें, तब तक हमने न्यू इंडिया के लिए कई लक्ष्य रखे हैं। हमारा प्रमुख उद्देश्य है भारत को $5 ट्रिलियन की इकॉनमी बनना। विकास के लिए भारत की आवश्यकताओं में फ्रेंच एंटरप्राइज के लिए स्वर्णिम अवसर है। अपने आर्थिक सहयोग को बढ़ाने के लिए हम स्किल डेवलपमेंट, सिविल एविएशन, आईटी, स्पेस और अन्य बहुत से क्षेत्रों में नए इनिशिएटिव्ज के लिए तत्पर हैं। डिफेन्स कोऑपरेशन हमारे संबंधों का एक मज़बूत स्तम्भ है। मुझे प्रसन्नता है कि विभिन्न परियोजनाओं पर हम अच्छी प्रगति कर रहे हैं। 36 राफेल में से पहला विमान अगले महीने भारत को सौंपा जाएगा। हम टेक्नोलॉजी और को-प्रोडक्शन में सहयोग को बढ़ाएँगे। फ्रांस पहला देश है जिसके साथ हमने न्यू जनरेशन सिविल न्यूक्लियर एग्रीमेंट साईन किया है। हमने अपनी कंपनियों से आग्रह किया है कि वे जैतापुर प्रोजेक्ट पर तेजी से आगे बढ़े और बिजली की कीमत को भी ध्यान में रखें। यह भी खुशी की बात है कि दोनों ओर से टूरिज्म में बढ़ोतरी हो रही है। लगभग 2.5 लाख फ्रेंच पर्यटक और 7 लाख भारतीय पर्यटक हर वर्ष एक दूसरे के देश में आते हैं। विद्यार्थियों के आदान-प्रदान को हायर एजुकेशन के क्षेत्र में विशेष रूप से बढ़ाना चाहिए। 2021-2022 में पूरे फ्रांस में भारतीय सांस्कृतिक फेस्टिवल “नमस्ते फ्रांस” का अगला एडिशन होगा। मुझे आशा है कि भारत की विविधतापूर्ण संस्कृति में यह फेस्टिवल फ्रांस के लोगों की रूचि को और गहरा करेगा।मैं जानता हूं कि योग फ्रांस में बहुत लोकप्रिय है। मुझे आशा है कि फ्रांस में मेरे और भी बहुत से दोस्त इसे स्वस्थ जीवन शैली के रूप में अपनाएंगे।

फ्रेंड्स,

मैंने ग्लोबल चैलेंजेस के लिए भारत और फ़्रांस के सहयोग के महत्व की ओर इशारा किया था। हम दोनों देशों को आतंकवाद और रेडिकलाइज़ेशन का लगातार सामना करना पड़ रहा है। क्रॉस-बार्डर टेररिज्म का मुक़ाबला करने में हमें फ्रांस का बहुमूल्य समर्थन और सहयोग मिला है। इसके लिए हम प्रेसिडेंट मैक्रों को धन्यवाद देते हैं। हमने सिक्यूरिटी और काउंटर-टेररिज्म पर सहयोग को व्यापक बनाने का इरादा किया है। मेरीटाइम और साइबर सिक्यूरिटी में भी हमारे बढ़ते सहयोग को और मजबूत करने का फैसला भी हमने किया है।मुझे प्रसन्नता है कि सायबर सिक्यूरिटी और डिजिटल टेक्नोलॉजी के संबंध में एक नए रोडमैप पर हम सहमत हुए हैं।इंडियन ओशेन क्षेत्र में हमारा ऑपरेशनल कोऑपरेशन तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस क्षेत्र में सुरक्षा और सभी के लिए प्रगति सुनिश्चित करने में यह सहयोग महत्वपूर्ण होगा।

फ्रेंड्स,

मैं अपने अभिन्न मित्र प्रेसिडेंट मैक्रों को इस चुनौतीपूर्ण समय में एक नए विज़न, उत्साह और कुशलता के साथ फ्रांस और G-7 के नेतृत्व के लिए शुभकामनाएं देता हूं।

एक्सेलेंसी,

इस प्रयास में 1.3 बिलियन भारतीयों का पूरा सहयोग और समर्थन आपके साथ है। हम दोनों देश मिलकर, सुरक्षित और समृद्ध विश्व का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।बिआरिट्ज़ में G-7 समिट में भाग लेने के लिए मैं उत्सुक हूँ और इस समिट की सफलता के लिए आपको और पूरे फ्रांस को अनेक-अनेक शुभकामनाएँ देता हूँ। आपके स्नेहपूर्ण निमंत्रण के लिए एक बार फिर बहुत-बहुत आभार प्रकट करता हूँ।

धन्यवाद।
मर्सी बकू।
औ वुआ।
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aum

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