“डिजी-धन” पर राज्य-स्तरीय कार्यशाला में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री गुप्ता
भोपाल : सोमवार, मई 8, 2017
पैसे का ऑनलाइन ट्रांसफर जैसे-जैसे बढ़ेगा, वैसे ही इंस्पेक्टर राज अपने आप समाप्त हो जायेगा। हिन्दुस्तान की इकोनॉमी में छोटे व्यापारियों का महत्वपूर्ण योगदान है। राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने यह बात ‘डिजी-धन” पर राज्य-स्तरीय कार्यशाला में कही। कार्यशाला नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्फार्मेशन टेक्नालॉजी औरंगाबाद (महाराष्ट्र) और कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इण्डिया ट्रेडर्स मध्यप्रदेश शाखा द्वारा करवायी गयी। कार्यशाला में विभिन्न जिलों के ट्रेडर्स शामिल हुए।
श्री गुप्ता ने कहा कि व्यापारी अगर दूरदृष्टि नहीं रखता, तो वह सफल नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि अब समय डिजिटल सिस्टम पर कार्य करने का है। इससे जो दूर भागेगा, वह सफल नहीं होगा। समय के साथ परिवर्तन जरूरी है। श्री गुप्ता ने कहा कि वर्तमान व्यवस्था और कैशलेस व्यवस्था की तुलना स्वयं करें और उसमें देखें कि ज्यादा लाभप्रद कौन-सी व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यशाला निचले स्तर तक होना चाहिये। श्री गुप्ता ने कहा कि अगर व्यापारी कैशलेस प्रणाली को अपना लें, तो यह व्यवस्था अपने आप लागू हो जायेगी।
कन्फेडरेशन के पदाधिकारी श्री कैलाश अग्रवाल ने बताया कि भ्रष्टाचार नीतिगत निर्णयों से ही रुकेगा। कैशलेस व्यवस्था से करंसी के निर्माण में होने वाले खर्च में कमी आयेगी। फेक करंसी पर रोक लगेगी। उन्होंने बताया कि जापान में 98 प्रतिशत ट्रांजेक्शन कैशलेस होता है। इसीलिये वहाँ पर ब्याज की दर बहुत कम है। इससे व्यापारियों को फायदा होता है। श्री संजय गुप्ता ने कहा कि 5 करोड़ से अधिक ट्रेडर्स को ‘डिजी-धन” के संबंध में प्रशिक्षण दिया जायेगा।