मुख्यमंत्री निवास में जन्माष्टमी पर्व मनाया गया
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श्रद्धा और उल्लास के साथ पर्व मनाया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान और उनकी धर्म पत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान ने गायक कलाकारों से भगवान श्री कृष्ण की स्तुति में प्रस्तुत भजन सुने ।सांसद श्री विष्णु दत्त शर्मा और अन्य अतिथि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री निवास में विशेष सजावट के साथ लघु रूप में जन्माष्टमी पर्व मनाया गया। मंदिर में राधा कृष्ण की झांकी तैयार कर विशेष सजावट की गई थी। माखन की हांडी भी फोड़ी गई। इसके पश्चात प्रसाद वितरण किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सीमित संख्या में आमंत्रित अतिथियों को सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए धन्यवाद दिया और आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में गोबिंद बोलो हरी गोपाल बोलो….बड़ी देर भई नंदलाला…तेरी राह तके ब्रजवाला…और अनेक भजन मधुर संगीत के साथ प्रस्तुत हुए।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने की भेंट
भोपाल : सोमवार, अगस्त 30, 2021
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सोमवार को निवास पर केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भेंट की। केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर भोपाल प्रवास पर है।
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मुख्यमंत्री चौहान ने किया विश्राम घाटों में सेवाएँ देने वाले नौ सेवाभावियों का सम्मान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करुणाधाम आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में कोरोना योद्धाओं का सम्मान किया। भदभदा और सुभाष नगर विश्राम घाटों में कोरोना काल में दिवंगत नागरिकों के अंतिम संस्कार का कार्य दायित्व निभाने वाले नौ सेवाभावियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर करुणाधाम आश्रम के गुरु जी सुदेश शांडिल्य जी महाराज, मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह और विधायक श्री पी.सी. शर्मा उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री लाड़ सिंह सेन, श्री प्रदीप कनोजिया, श्री जय मालवीय, श्री विशाल कंसोटिया, श्री राजेश हंस, श्री योगेश नील, श्री गोल नील, श्रीमती रेणु नील, श्री आकाश बीलबन को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अंतिम पंक्ति के कोरोना योद्धा आज सम्मानित हुए हैं। इनकी सेवा भावना को प्रणाम करता हूँ। कहा गया है कि परहित से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। बीमारी अज्ञात थी। अनेक चिकित्सक भी दुनिया से चले गए। वास्तव में कठिन समय था। चिकित्सकों सहित पैरामेडिकल स्टाफ को सम्मानित किया गया, जो बहुत आवश्यक था। लेकिन समाज के इस वर्ग की समर्पित भावना प्रशंसनीय है। विश्राम घाटों में अंत्येष्टि का कार्य भी कठिन था, लेकिन ऐसे कोरोना योद्धाओं का करूणाधाम आश्रम के मंच पर सम्मान हुआ है, जो 16 संस्कारों में से अंतिम संस्कार के कार्य में जुटे थे। अपने जीवन को दांव पर लगाकर सेवा करने वाले इन सेवाभावियों का कार्य सभी सेवाओं से ऊपर है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के समय विश्राम घाटों पर निरंतर सेवा में संलग्न सेवाभावी सम्मान के पात्र हैं, उन्होंने अतुलनीय कार्य किया है। जब दिवंगत व्यक्ति के परिजन और मित्र भी वहाँ आने से हिचकते थे, तब इन सेवाभावियों ने कोरोना से दिवंगत लोगों की अंत्येष्टि का कार्य सम्मान पूर्वक किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आव्हान किया कि लोग असावधान न हों। केरल में मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन बहुत आवश्यक है। मध्यप्रदेश में 70 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन का प्रथम डोज़ लग चुका है। आगामी 30 सितम्बर तक इसे शत-प्रतिशत पहुँचाने का लक्ष्य है। दूसरे डोज़ के लिए भी पात्रतानुसार लोगों को जागरूक रहकर वैक्सीन का डोज़ लगवाना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि करूणाधाम आश्रम करूणा का सागर है। श्री सुदेश शांडिल्य जी ने अपने पिता परम आदरणीय बालगोविंद शांडिल्य जी महाराज की सेवा भावना को आगे बढ़ाया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी को जन्माष्टमी पर्व की बधाई दी और कोरोना से बचाव के प्रति जागरूक बने रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि करूणाधाम आश्रम में वैक्सीनेशन केन्द्र भी बनाया जाएगा।
श्री सुदेश शांडिल्य जी महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रतिदिन कोरोना नियंत्रण की निरंतर समीक्षा से रोग पर नियंत्रण का कार्य हुआ। आज वैक्सीनेशन में भी मध्यप्रदेश बहुत आगे है। वैक्सीनेशन कोरोना के नियंत्रण का प्रभावी माध्यम है। इसके साथ ही मास्क के उपयोग के लिए भी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आम जनता को जागरूक किया। विधायक श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन-प्रतिनिधियों से सहयोग लेने में सफलता प्राप्त की। विधायक, सांसद निधि और जनसंपर्क निधि से कोरोना प्रभावितों की सहायता का कार्य और अन्य सेवा कार्य संपन्न हो सके।
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राज्यपाल श्री पटेल ने श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन किये
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने सोमवार को उज्जैन प्रवास के दौरान श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुँचकर श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन कर पूजन-अर्चन की और आरती में सम्मिलित हुए। पूजन-अभिषेक मंदिर के पुजारी पं. संजय शर्मा एवं पं. प्रमोद शर्मा द्वारा संपन्न करवाया गया।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा राज्यपाल का स्वागत कर स्मृति-चिन्ह भेंट किया। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, उज्जैन उत्तर विधायक श्री पारस जैन एवं मंदिर प्रबंध समिति की सहायक प्रशासक सुश्री पूर्णिमा सिंघी, श्री मूलचंद जूनवाल, श्री प्रतीक द्विवेदी व अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
सांदीपनि आश्रम में दर्शन किए
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने उज्जैन में महर्षि सांदीपनि आश्रम में श्री कृष्ण पाठशाला में उनके गुरु महर्षि सांदीपनि व्यास और भगवान श्री कृष्ण, श्री सुदामा और श्री बलराम के दर्शन कर पूजन-अर्चन की। पूजन-अर्चन आश्रम के पं. रूपम व्यास, पं. राजू गुरु चोटीवाला और पं. राहुल व्यास द्वारा संपन्न कराया गया।
राज्यपाल श्री पटेल ने सांदीपनि आश्रम में स्थित श्री कुंडेश्वर महादेव और श्री सर्वेश्वर महादेव के भी दर्शन किए। राज्यपाल श्री पटेल ने प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी पर्व की शुभकामनाएँ दी।
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राज्यपाल श्री पटेल ने विक्रम विश्वविद्यालय के 130 नवीन पाठ्यक्रमों का शुभारम्भ किया
श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली उज्जयिनी में आकर मन गौरव का अनुभव कर रहा
सभी मिलकर सार्थक प्रयास करें, भारत पुन: विश्वगुरू कहलायेगा
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने विक्रम कीर्ति मन्दिर में विक्रम विश्वविद्यालय के 130 नवीन पाठ्यक्रमों का शुभारम्भ किया। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय में एक साथ 130 से अधिक नवीन पाठ्यक्रम शुरू होने जा रहे हैं। इन्हें मिलाकर अब कुल 180 पाठ्यक्रम हो जाएंगे। नवीन पाठ्यक्रम युवाओं को भविष्य में नवीन ऊँचाइयों पर लेकर जायेंगे। नवीन पाठ्यक्रम युवाओं को एक ही विषय में बंधे रहने से मुक्त करायेगा और आगे बढ़ने में मदद कर आत्म-निर्भर बनायेगा। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय को संस्कृत भाषा को आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिये। हम सब प्रयास करें कि भारत पुन: विश्वगुरू कहलाये।
राज्यपाल श्री पटेल ने सभी लोगों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली उज्जयिनी रही है। उज्जयिनी की पावन एवं पवित्र नगरी में आने से मेरा मन गर्व का अनुभव कर रहा है। उज्जयिनी नगरी प्राचीनकाल से ही पवित्र नगरी रही है। यहाँ के लोगों का सौभाग्य है कि स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने यहाँ गुरू सान्दीपनि के आश्रम में रहकर शिक्षा ग्रहण की। उस समय राज परिवार एवं सामान्य बालक सब एक साथ गुरूकुल में शिक्षा ग्रहण करते थे। भगवान श्रीकृष्ण एवं सुदामा ने साथ ही गुरू सान्दीपनि के आचार्यत्व में शिक्षा ग्रहण की। भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन को कर्त्तव्य पालन की सीख दी। श्री पटेल ने कहा कि विक्रम विश्वविद्यालय में पढ़कर अनेक विद्यार्थी निकले हैं, जिन्होंने जीवन में महत्वपूर्ण पद प्राप्त किये हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण जब उज्जयिनी के गुरूकुल में शिक्षा ग्रहण करने आये थे, उस समय का जो दृश्य रहा होगा वहीं आज भी महसूस हो रहा है। आज हमारे बीच राज्यपाल श्री पटेल का आगमन हुआ है। श्री यादव ने कहा कि सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय उज्जैन का विक्रम विश्वविद्यालय है। यहाँ जितने नवीन पाठ्यक्रम एवं कोर्स संचालित किये हैं, इससे विक्रम विश्वविद्यालय नम्बर-1 का विश्वविद्यालय हो गया है। विश्वविद्यालय में ड्राइंग, डिजाईन, थिएटर, ड्रामा, नृत्य, गीत के विषय भी रहेंगे। भगवान श्रीकृष्ण की 14 विद्याएँ एवं 64 कलाओं पर आधारित शिक्षा विद्यार्थियों को दिलाने का प्रयास किया जायेगा। खेल को भी कोर्स का हिस्सा बनाया जायेगा।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में नई शिक्षा नीति लागू की है। शिक्षा नीति में कोई भी विद्यार्थी एक विषय लेकर कुछ समय पश्चात दूसरे विषय में भी प्रवेश ले सकता है। उन्होंने कहा कि आज अवकाश का दिन नहीं है, अपितु आज कार्य करने का एवं ऊर्जा का दिन है। नवीन पाठ्यक्रम जन्माष्टमी पर्व पर शुरू करने से अच्छा अवसर कुछ नहीं है। डॉ.यादव ने बताया कि अब गुड़ी पड़वा पर विद्यार्थियों को डिग्री देने की परम्परा का पालन किया जायेगा। गुड़ी पड़वा पर दीक्षांत समारोह आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने पूरे विश्व के विद्यार्थियों को विक्रम विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने के लिये आमंत्रित किया।
सांसद श्री अनिल फिरोजिया ने कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री के प्रयासों से आज 130 नवीन पाठ्यक्रमों का शुभारम्भ राज्यपाल द्वारा किया जा रहा है। इन नवीन पाठ्यक्रमों में एक पाठ्यक्रम कृषि का भी जोड़ा गया है। मालवा लम्बे समय से कृषि प्रधान क्षेत्र है और कृषि को नवीन पाठ्यक्रम से जोड़ने से युवा कृषि की ओर आकर्षित होंगे। सांसद श्री फिरोजिया ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को धन्यवाद ज्ञापित किया कि जिनके प्रयासों से देश में नई शिक्षा नीति लागू हुई है। सांसद ने कहा कि हम सब मिलकर प्रयास करेंगे कि उज्जैन शिक्षा का हब बने।
विधायक श्री पारस जैन ने कहा कि नवीन पाठ्यक्रम में कृषि संकाय भी चालू हो रही है। इससे मालवा के युवाओं को लाभ मिलेगा। उज्जैन प्राचीन समय से ही शिक्षा का केन्द्र था। विक्रम विश्वविद्यालय ज्ञान-विज्ञान का केन्द्र है। युवा पीढ़ी हमारी गौरवमय अतीत से प्रेरित होती है। श्री जैन ने कहा कि नवीन पाठ्यक्रमों के प्रारम्भ होने से विद्यार्थी विश्वविद्यालय से निकलकर अपना एवं अपने परिवार का नाम रोशन करेंगे।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कार्यक्रम से पूर्व सम्राट विक्रमादित्य की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। नृत्य-संगीत के कलाकारों ने पारम्परिक नृत्य कर राज्यपाल का स्वागत किया। राज्यपाल श्री पटेल को प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय ने विश्वविद्यालय की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। संचालन प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा एवं आभार प्रदर्शन कुलसचिव डॉ. प्रशांत पौराणिक ने किया।
समारोह में पाणिनी संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति श्री विजय कुमार, विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य, विश्वविद्यालय विनायम आयोग के सदस्य, श्री ओम जैन, संभागायुक्त श्री संदीप यादव, एडीजी श्री योगेश देशमुख, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ला, प्राध्यापक, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि मौजूद थे।
=================================================================मुख्यमंत्री चौहान ने रोपा कदम्ब का पौधा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मार्ट सिटी पार्क में आज कदम्ब का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान अपने संकल्प के पालन में प्रतिदिन एक पौधा लगाते हैं। कदम्ब को देव का वृक्ष माना जाता है। कदम्ब आयुर्वेद में अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है। इसके फल नींबू की तरह होते हैं। कदम्ब के फूलों का अपना महत्व है। प्राचीन वेदों और रचनाओं में इन सुगन्धित फूलों का उल्लेख मिलता है। राधा-कृष्ण की अनेक लीलाओं का इसी वृक्ष के सुगन्धित वातावरण में होने का उल्लेख भी है।
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राज्य मंत्री श्री यादव ने जेल में बंद कैदियों को किये फल वितरित
क्रोध और लोभ मनुष्य के पतन के कारण बनते हैं : राज्य मंत्री
भगवान श्री कृष्ण का जन्म अधर्म, अन्याय और अत्याचार की समाप्ति कर धर्म, सत्य तथा न्याय की स्थापना का यथार्थ उदाहरण है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव ने जन्माष्टमी के अवसर पर जिला जेल अशोकनगर में परिरूद्ध कैदियों को संबोधित करते हुए यह बात कही। राज्य मंत्री श्री यादव ने कहा कि मनुष्य क्षणिक क्रोध या लोभ के वसीभूत होकर अपराध कर बैठता है, जिसके परिणाम स्वरूप स्वयं और परिजन अनेक प्रकार के कष्ट और अभाव झेलते हैं। उन्होंने कहा कि क्रोध और लोभ मनुष्य के पतन के कारण बनते हैं, इन्हें अपने से दूर रखें। राज्य मंत्री श्री यादव ने कहा है कि न्यायालय द्वारा दी गई सजा को पूरा कर आप सभी समाज में एक अच्छे इंसान का दर्जा हासिल करें, यही मेरी शुभकामनाएँ हैं।
राज्य मंत्री श्री यादव ने कैदियों से उनको नियमानुसार मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। श्री यादव ने पुरूष-महिला बंदियों को जन्माष्टमी पर्व की बधाई देते हुए सभी को फल वितरित किए। विधायक श्री जजपाल सिंह जज्जी, जन-प्रतिनिधि और जेल प्रशासन के लोग उपस्थित थे।
================================================================= प्रभारी मंत्री सुश्री ठाकुर एवं मंत्री श्री सखलेचा ने बांणदा मे पीड़ित परिवारजन से भेंट की
मृतक कांहा उर्फ कन्हैया लाल भील की पत्नी और पुत्र को प्रदान की सहायता राशि
पर्यटन संस्कृति एवं आध्यात्म तथा नीमच जिले की प्रभारी मंत्री सुश्री ऊषा ठाकुर एवं सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओम प्रकाश सखलेचा ने सोमवार को नीमच जिले की सिंगोली तहसील के गाँव बांणदा पहुँचकर मृतक कांहा उर्फ कन्हैया लाल भील के घर जाकर परिजनों से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की।
प्रभारी मंत्री ने पीड़ित परिवारजन की हर संभव मदद करने का विश्वास दिलाया। उन्होंने कहा कि अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रभारी मंत्री सुश्री ठाकुर एवं मंत्री श्री सखलेचा ने मृतक की पत्नी ममता भील एवं उसके 2 वर्षीय पुत्र दुर्गाशंकर को 4 लाख 12 हजार 500 रुपए की राहत राशि की एफडी भी प्रदान की।
सांसद श्री सुधीर गुप्ता, विधायक नीमच श्री दिलीप सिंह परिहार, विधायक मनासा श्री अनिरुद्ध माधव मारू, जिला पंचायत प्रधान श्रीमती अवंतिका मेहर सिंह जाट, कलेक्टर श्री मयंक अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक श्री सूरज कुमार वर्मा सहित जन-प्रतिनिधि एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
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सड़कों के सुधार कार्य युद्ध स्तर पर करें
ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने निगम अधिकारियों की बैठक में दिए निर्देश
ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि मूलभूत सुविधाओं के लिये आम आदमी को परेशानी नहीं होना चाहिए। बिजली, पानी, सड़क की व्यवस्थायें नगर निगम की जिम्मेदारी है। मंत्री श्री तोमर ने रविवार को ग्वालियर में नगर निगम के अधिकारियों की बैठक में यह निर्देश दिए।
सड़क
ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कहा कि अति वर्षा के कारण जो सड़कें खराब हुई हैं, उन्हें ठीक करने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जाए। सड़कों की पेच रिपेयरिंग के लिये पृथक-पृथक दल गठित कर कार्य कराया जाए। निगम के वरिष्ठ अधिकारी इसकी मॉनीटरिंग करें। उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि जो सड़कें स्वीकृत हैं उसका कार्य भी तेजी से कराया जाए।
विद्युत व्यवस्था
ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने स्ट्रीट लाईट की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि बरसात के मौसम में किसी भी क्षेत्र में अंधेरा नहीं रहना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि कोई भी स्ट्रीट लाईट बंद न रहे स्मार्ट सिटी के माध्यम से स्ट्रीट लाईट के क्षेत्र में जो कार्य किया जा रहा है उसमें नगर निगम के अधिकारी समन्वय कर व्यवस्था को ठीक करें। विद्युत समस्या के निराकरण के लिये निगम कंट्रोल रूम संचालित करें। कंट्रोल रूम पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का निराकरण तत्परता से किया जाए।
पेयजल निराकरण
ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने बैठक में पेयजल की समीक्षा करते हुए कहा है कि किसी भी क्षेत्र में पेयजल की समस्या नहीं मिलना चाहिए। नगर निगम के पीएचई विभाग के सभी अधिकारी पानी वितरण के समय क्षेत्र में भ्रमण करें और कहीं भी समस्या हो तो तत्काल निराकरण कराएँ। निगम के पम्प ऑपरेटरों की भी बैठक लेकर उन्हें पेयजल वितरण सुनिश्चित करें। बरसात के दौरान अगर कहीं भी गंदे पानी की शिकायत मिलती है तो निगम उसे तत्काल दुरूस्त कराए।
बैठक में कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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