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दोनों देशों भारत और स्विटजरलैंड के बीच एईआईओ के कार्यान्वयन के लिए समझौते की दिशा में स्थानांतरण करने के लिए सहमति

16 June 2016
काले धन की समस्या से लड़ना इस सरकार के लिए एक प्रमुख प्राथमिकता का क्षेत्र रहा है। इस लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 6 जून 2016 को जिनेवा में स्विस राष्ट्रपति जोहान श्नाइडर अम्मान के साथ मुलाकात की और कर चोरी के लिए सूचनाओं के आदान-प्रदान की शीघ्र आवश्यकता पर चर्चा की तथा इसके लिए ऑटोमैटिक प्रणाली विकसित करने पर जोर दिया। इसी को आगे बढ़ाने के लिए आज राजस्व सचिव डॉ हसमुख आदिया ने स्वीटजरलैंड के अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मामलों के राज्य सचिव जैक डी वाटेविले से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच एईओआई के कार्यान्वयन के लिए एक प्रारंभिक समझौते की दिशा में आगे बढ़ने हेतु सहमत हुए।इस मुलाकात में यह निर्णय लिया गया है कि दोनों देशों के विशेषज्ञों के बीच सितंबर 2016 के मध्य में जल्द से जल्द एक समझौते पर पहुंचने और पारस्परिक द्विपक्षीय कार्यान्वयन के तौर तरीकों पर चर्चा करने के लिए तथा संभवतः इस साल के अंत तक लागू करने के तरीकों पर बात करेंगे। इस सहमति पत्र पर हस्ताक्षर होने के बाद 2018 से भारतीयों के स्वीटजरलैंड के बैंकों में खातों के बारे में स्वत जानकारी प्राप्त कर सकेगा।

अक्टूबर 2014 में हुई सचिव स्तरीय वार्ता के बाद अब तक द्वक्षीय कर सहयोग में कोई प्रगति नहीं हुई है, दो सचिवों ने ये निर्णय लिया कि दोनों देशों के सक्षम अधिकारी नियमित द्विपक्षीय बैठकों और संपर्कों को जारी रखें जिससे आगे सहयोग बढ़ाने में मदद मिले।

प्र वार्ता के दौरान “चुराए गए आंकड़ों” पर आधारित अनुरोधों के मुद्दें पर भी प्रमुखता से चर्चा की गई और राजस्व सचिव ने स्विस कानून उल्लंघन के मामले में प्राप्त किए गए आंकड़ों पर आधारित अनुरोधों में प्राशसनिक सहायता प्रदान करने और ओईसीडी मानक के अनुसार कर प्राशसनिक सहायता अधिनियम में संशोधन के लिए स्विस संघीय परिषद के निर्णय का स्वागत किया। यह खासतौर पर हाल ही में पनामा पेपर्स से उत्पन्न हुई चुनौतियों को देखते हुए महत्वपूर्ण है जिसमें विदेशी खातों पर विभिन्न जानकारियों को सार्वजनिक डोमेन पर डाल दिया गया था। संशोधित प्रस्ताव अब स्विस की संसद में है। चुराए गए आंकड़ों के संदर्भ में स्विस कानून के एक प्रारंभिक संशोधन को भारत-स्विस कर सहयोग के मामले में एक स्तर तक ले जाया जाएगा।

दोनों पक्षों ने परस्पर मैत्री और सहयोग की भावना से कर और वित्तीय मामलों पर चल रही वार्ता को आगे बढ़ाने पर भी सहमति जताई।
courtesy

aum

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