21 AUG 2018
ट्राइफेड द्वारा जुलाई 2018 महीने के दौरान रिकॉर्ड 204.88 लाख रूपये मूल्य के जनजातीय उत्पादों की खरीद की गई है। चालू वित्त वर्ष में कुल खरीद 769.36 लाख रूपये की है। इसमें पिछले वर्ष जुलाई महीने की तुलना में 864 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। चालू वित्त वर्ष में पिछले वर्ष की तुलना में कुल खरीद में 511 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ट्राइफेड के खुदरा विपणन प्रयासों के परिणामस्वरूप यह सफलता हासिल की गई है।
जुलाई महीने में जनजातीय उत्पादों की खरीद 149 जनजातीय उत्पादकों से की गई है। ये उत्पादक 23,127 जनजातीय परिवारों से जुड़े हैं जो लगभग 64,755 जनजातीय लोगों को आजीविका प्रदान करते हैं।
इसी तरह जुलाई, 2018 के दौरान रिकॉर्ड 163.43 लाख रूपये मूल्य के जनजातीय उत्पादों की बिक्री हुई है। चालू वित्त वर्ष के दौरान 529.46 लाख रूपये की कुल बिक्री हुई। पिछले वर्ष के जुलाई महीने की तुलना में 200 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले वर्ष की तुलना में चालू वित्त वर्ष में कुल बिक्री में 69.50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
भारत जनजातीय को-ऑपरेटिव विपणन विकास संघ लिमिटेड (ट्राइफेड) राष्ट्रीय स्तर का प्रमुख संगठन है, जो 1987 से जनजातीय कार्य मंत्रालय के अंतर्गत कार्य कर रहा है। इस संगठन का उद्देश्य जनजातीय समुदाय में कौशल प्रशिक्षण को बढ़ावा देना तथा उनके उत्पादों का मूल्य संवर्द्धन करना है ताकि देश के जनजातीय समुदायों का आर्थिक विकास हो सके। ट्राइफेड के कार्यों में शामिल है – क्षमता निर्माण करना, प्रशिक्षण देना, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्पादों के लिए बाजार की संभावनाएं तलाश करना, ब्रांड निर्माण करना, विपणन के लिए अवसरों का निर्माण करना आदि। निष्कर्ष के तौर पर यह कहा जा सकता है कि ट्राइफेड का मुख्य उद्देश्य जनजातीय समुदाय में बहु-आयामी परिवर्तन लाना है।