एक क्लिक से 1.35 लाख किसानों के खातों में 135 करोड़ की भावांतर राशि पहुँची
कृषक उद्यमी योजना बनी
भोपाल : बुधवार, नवम्बर 22, 2017
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों को हर संकट से निजात दिलाएगी राज्य सरकार। उन्होंने कहा कि मैंने खेत में हल चलाया है, मौसम की मार भी झेली है, इसलिये किसानों के हर दर्द को दिल से महसूस करता हूँ। मुख्यमंत्री आज उज्जैन में विशाल किसान सम्मेलन में भावांतर भुगतान योजना में पंजीकृत 1.35 लाख किसानों के खातों में लेपटॉप से एक क्लिक कर 135 करोड़ रूपये की भावांतर राशि ट्रांसफर करने के बाद किसानों को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने किसानों को भावांतर राशि के प्रमाण-पत्र भी वितरित किये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों को बताया कि प्रदेश में 16 से 31 अक्टूबर के बीच जिन एक लाख 35 हजार किसानों ने अपनी खरीफ की फसल भावांतर योजना में बेची है, उनके खातों में 135 करोड़ रूपये की भावांतर राशि आज अभी सीधे भेजी गई है। उन्होंने बताया कि इस योजना में सोयाबीन के लिये 470 रूपये, उड़द में 2400 रूपये, मूंग में 1455 रूपये, मूंगफली से 720 तथा मक्का 235 रूपये प्रति क्विंटल भावांतर की राशि किसानों के खाते में अंतरित की गई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि योजना में पंजीयन की अवधि 25 नवंबर तक बढ़ा दी गई है।
किसान के बच्चों के लिये कृषक उद्यमी योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के लिये कृषक उद्यमी योजना भी बनाई है। इस योजना में किसान के बच्चों द्वारा कृषि संबंधी उद्योग लगाने पर उन्हें 10 लाख से 2 करोड़ रूपये तक का लोन बिना गारंटी के दिया जायेगा। एक करोड़ के लोन पर 15 लाख तथा 2 करोड़ के लोन पर 30 लाख रूपये का अनुदान भी दिया जायेगा। इसके साथ ही 5 वर्ष तक ब्याज दर मात्र 5 प्रतिशत रहेगी।
हर नगरीय निकाय में बनेगा किसान बाजार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि किसानों को बिचोलियों से बचाने के लिये प्रत्येक नगरीय निकाय में एक किसान बाजार बनाया जायेगा। इस बाजार में किसान सीधे उपभोक्ताओं को अपनी फसल बेच सकेंगे। प्रदेश में कुल 378 किसान बाजार बनाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि किसानों को अब खाद- बीज के लिये एक लाख रूपये का लोन लेने पर सिर्फ 90 हजार रूपये वापस करना होगा। अनाज भण्डारण पर भण्डार गृह के किराये के एवज में किसानों को प्रति क्विंटल 9.90 रूपये की सहायता दी जायेगी। समूह में 10 से 20 किसानों द्वारा मण्डी तक कृषि उपज लाने का किराया भी सरकार देगी। किसानों को 1400 रूपये में स्थायी विद्युत कनेक्शन देने के साथ ही सोलर पम्प के लिये कुल लागत का 80 प्रतिशत सरकार देगी।
मुख्यमंत्री ने उज्जैन में 30 करोड़ 21 लाख रूपये लागत के रेलवे ओवर ब्रिज और 402 करोड़ लागत की सीवरेज परियोजना का शिलान्यास किया।
किसान सम्मेलन में ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन, सांसद डॉ. चिन्तामणि मालवीय तथा डॉ. सत्यनारायण जटिया, विधायक सर्वश्री डॉ. मोहन यादव, दिलीप सिंह शेखावत, अनिल फिरोजिया, बहादुर सिंह चौहान, यशपाल सिंह सिसौदिया, अरूण भीमावत, महापौर श्रीमती मीना जोनवाल एवं अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।