23/08/2017
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी आर्थिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक श्री योगेश मेहता ने कहा कि जीएसटी के प्रारंभिक माह में ही कर संग्रह 42 हजार करोड़ रूपए अंकित होने से प्रमाणित होता है कि कारोबारियों का रूझान जीएसटी के प्रति उत्साहवर्द्धक है।
उन्होंने कहा कि जीएसटी भारतीय अर्थव्यवस्था का आजादी के बाद सबसे क्रांतिकारी निर्णय है जिसने संघवाद की भावना को परिभाषित किया है। एक देश एक टैक्स एक बाजार की भावना मूत्र्तरूप हुई है। यह व्यवस्था अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण की दिशा में गेम चेंजर साबित होगी। जुलाई माह का अंतिम कर संग्रह प्रतिवेदन आना शेष है। प्रथम संग्रह का कर संग्रह कई गुना बढ़ सकता है।
श्री मेहता ने कहा कि 42 हजार करोड़ रूपए कर संग्रह में 15 हजार करोड़ रूपए एकीकृत जीएसटी और केन्द्रीय जीएसटी और राज्य जीएसटी के रूप में 22 हजार करोड़ रूपए संग्रहित हो चुके है। 10 लाख करदाताओं ने रिटर्न दाखिल किया है। 20 लाख ने लाॅनआॅन किया है। कर रिटर्न फार्म के लिए शेष करदाताओं द्वारा प्राप्त किया गया है। अभी भी 90 से 95 प्रतिशत करदाता रिटर्न फाईल करने वाले है।