Bhopal, 11/08/2017
निलंबित आईएएस ऑफिसर डॉ. शशि कर्णावत की निलंबन अवधि को रक्षाबंधन के दिन 11वीं बार बढ़ाया गया। अपने खिलाफ लगे सारे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि सरकार दुर्भावनापूर्वक उनके साथ नाइंसाफी कर रही है। इस त्योहार के दिन मुझे खबर मिली कि एमपी सरकार ने मेरी निलंबन अवधि 120 दिन और बढ़ा दी है। सरकार सक्षम है किसी भी समय सस्पेंशन को रिमूव करने के लिए, लेकिन सरकार जानबूझकर एक दलित महिला अधिकारी को परेशान करने के लिए ऐसा कर रही है।
डॉ. कर्णावत को पूरा भरोसा है और उनके इरादे जरा भी नहीं झुके हैं। अभी तक कोई भी प्रमाणिक दस्तावेज पेश नहीं कर पाई है। ऐंसा क्यों? कर्णावत कहा कि शिवपुरी से एक IAS अफसर को सजा मिली थी और मंडला से 2013 का मेरा केस है। तो मुझे 4 साल से सस्पेंड रखा गया है। एक कार्रवाई अलग चल रही है, दूसरा मुझे रक्षाबंधन के दिन पता चला कि मेरे विरूद्ध अनिवार्य सेवानिवृत्ति का प्रस्ताव भी भेजा गया।
उनकी लगातार बढ़ती निलंबन अवधि में न तो राज्य सरकार डॉ. कर्णावत के खिलाफ कोई प्रमाणिक दस्तावेज पेश कर सकी है और न ही सेवा बहाली को उनकी मानकी मांग ने पर राजी है।