AUGUST 11, 2017
बुधवार को चिखल्दा जाते वक्त नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेघा पाटकर को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के विरोध में आज डूब प्रभावित क्षेत्र के प्रभावितों ने धार के त्रिमूर्ति चैराहे से भव्य रैली निकालकर सील किए कलेक्टर कार्यालय गेट पर धरना दिया और सांकेतिक गिरफ्तारी दी। गिरफ्तारी के तत्काल बाद सभी को रिहा भी कर दिया गया। रात को जैसे ही मेघा पाटकर के जेल जाने का समाचार पुनर्वास क्षेत्र में पहुंचा वैसे ही आज सुबह नर्मदा बचाओ के आंदोलनकारी धार पहुंचे। एसडीएम के यहां मेघा पाटकर की जमानत याचिका लगाई थी तो एसडीएम ने उसे खारिज करते हुए 11 अगस्त तक के लिए टाल दिया। 11 अगस्त को सुनवाई होगी।
इधर मेघा पाटकर की जमानत हेतु एसडीएम भाव्या मित्तल के यहां आवेदन लगाया जिस पर नर्मदा बचाओ आंदोलन के और कांग्रेस समर्थक वकीलों द्वारा जमकर बहस की गई। वकीलों का तर्क थे उन्हें अविलम्भ रिहा किया जाए। किन्तु भाव्या मित्तल बार-बार वकीलों को यह कहती सुनी गई कि शांति भंग नहीं करने का बांड मेघा पाटकर से भरवा दिया जाए तो हम जमानत स्वीकार लेंगे।
इनके धार पहुंचने की आषंका को दृष्टिगत रखते हुए प्रशासन ने कडे इंतजाम किए थे। कलेक्टर कार्यालय, जिला जेल के गेट भक्ताम्बर रोड को सील कर दिया गया था और वहां पर भारी पुलिसबल तैनात किर दिया था। इसी बीच दोपहर 12 बजे अभिव्यक्ति स्थल पर सभी आंदोलनकारी एकत्रित हुए । इस संबंध में वहां मौजूद सरदारपुर के एसडीएम शंकरलाल सिंघाडे ने सभी की सांकेतिक गिरफ्तारी और तत्काल सभी की सांकेतिक रिहाई की घोषणा की।