31/07/2017
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विनोद गोटिया ने कहा कि कांग्रेस हताशा में भारतीय जनता पार्टी पर मिथ्या दोषारोपण कर अपनी कुंठा व्यक्त कर रही है। दरअसल देश के बदलते परिप्रेक्ष्य में कांग्रेसी डूबते जहाज से भागकर कांग्रेस से तोबा कर रहे है। कांग्रेसी अपनी विफलता पर आत्म परीक्षण करने के बजाए अपराध बोध से ग्रसित होकर दूसरों को दोष दे रहे है। उन्हें अपनी करनी याद आ रही है जब यूपीए की कांग्रेस के नेतृत्व में डाॅ. मनमोहन सिंह सरकार ने 2008 में परमाणु संधि के मौके पर विश्वासमत प्राप्त करने के लिए सांसदों को करोड़ो रूपए बांटकर विश्वासमत जीतने की दुस्साहस करके भारतीय लोकतंत्र को कलंकित कर दिया था।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी प्रामाणिकता की राजनीति करती है। उसने 2008 में भी संसद में साहस के साथ इस मुद्दे को उठाया था और उन नोटों के बंडलों को भी पटल पर रख दिया था। कांग्रेस इस तरह का प्रमाण प्रस्तुत करती यदि उसके आरोप में जरा भी दम होता। कांग्रेस राजनैतिक घटनाक्रम का समय पर न तो विश्लेषण करती है और न अपनी भूल देखती है। कांग्रेस अपना दोष दूसरों पर डालकर दोष मुक्त नहीं हो सकती।
श्री गोटिया ने कहा कि कांग्रेस की बदहाली से हताश कांग्रेसी विधायकों को 8 अगस्त के राज्यसभा चुनाव से अधिक चिंता अपने राजनैतिक भविष्य की है। आगामी विधानसभा चुनाव की वैतरणी पार करना है और स्वयं स्फूर्त होकर अपनी विधायकी से इस्तीफा देकर राजनैतिक रास्ता बना रहे है। इसमें भाजपा का दोष ढंूढना फिजूल है। उन्होंने कहा कि इस इस्तीफे के दौर में कांग्रेस को अपनी करनी याद आ रही है। 12 साल पहले गोवा में अपना बहुमत सिद्ध करने के लिए कुछ विपक्ष के विधायकों को इस्तीफा देकर सदन से गैर हाजिर रहने को मनाने के लिए तिजारत का रास्ता कांग्रेस ने अपनाया था। कांग्रेस अपराध बोध से ग्रस्त होकर आरोप लगा रही है।