28/7/2017
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री नंदकुमारसिंह चौहान ने कहा कि श्री नीतिश कुमार ने राजद से गठबंधन तोड़कर एनडीए में शामिल होकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में सहभागी बनें है। राजद और जेडीयू का बेमेल गठबंधन था जो कि ज्यादा दिन तक चल पाना संभव नहीं था। बिहार में श्री नीतिश कुमार की छवि सुशासन बाबू की रही है, जो राजद के साथ गठबंधन में धूमिल हो रही थी। श्री नीतिश कुमार ने अपनी अंर्तआत्मा की आवाज पर लालूप्रसाद यादव से नाता तोड़कर बिहार के हित में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का साथ स्वीकारा है। श्री नीतिश कुमार के नेतृत्व में बिहार में विकासोन्मुखी स्वच्छ प्रशासन से जनता को सुकून मिलेगा।
उन्होंने कहा कि श्री नीतिश कुमार ने हमेशा न्याय और सत्य पक्ष लिया है न केवल उन्होंने नोटबंदी का समर्थन किया अपितु उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने पर भी श्री नरेन्द्र मोदी की पहल की सराहना की थी, साथ ही जीएसटी और बेनामी संपत्ति कानून के सवाल पर भी श्री नीतिश कुमार मोदी सरकार के साथ खडे थे। देश में श्री नरेन्द्र मोदी सरकार के विरोध में कांग्रेस की पहल पर जो महागठबंधन बना था श्री नीतिश कुमार के एनडीए के पाले में आने के साथ महागठबंधन बिखर चुका है, क्योंकि श्री नीतिश कुमार ही महागठबंधन की धुरी थे। बिहार के विधानसभा चुनाव के दौरान श्री नीतिश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल युनाईटेड और कांग्रेस ने गठबंधन की रचना की थी जिसका उन्हें परिणाम भी हासिल हुआ था। गठबंधन की जीत के बाद नीतिश के नेतृत्व में सरकार बनी, लेकिन राजद ने इस अवसर को गंवा दिया। नीतिश कुमार सरकार को खुदगर्जी का अखाडा बना डाला और लालू प्रसाद यादव का परिवार और उसके सहयोग से बनी सरकार में नीतिश के लिए मुसीबत बन गयी। उनकी साफ सुथरी छवि पर संकट उत्पन्न हो गया।
श्री चौहान ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल को सरकार में मिला प्रतिनिधित्व भ्रष्टाचार का पर्याय बन गया। नीतिश कुमार ने सरकार से इस्तीफा देकर राजद और कांग्रेस से तोबा कर ली। एनडीए के समर्थन से दोबारा सरकार का गठन कर लिया। श्री चैहान ने कहा कि श्री नीतिश कुमार के यूपीए से नाता तोड़ने से महज बिहार में ही गठबंधन का गांठ नहीं खुली है अपितु यह ऐसा भूकंप का झटका है। देश में महागठबंधन छिन्न भिन्न हो गया है।