12/7/2017
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा कि पिछले एक दशक में मध्यप्रदेश में उच्चशिक्षा विस्तार की सुविधाएं बढ़ी हैं और शिक्षा के स्तर के गुणात्मक सुधार की दिशा में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। साथ ही शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाकर मेक इन इंडिया और मेक इन मध्यप्रदेश मिशन का सशक्तिकरण हुआ है। इसी का नतीजा है सकल नामांकन अनुपात (जी.आई.आर.) राष्ट्रीय औसत के समकक्ष 19.07 पहुंच गया है। इसकी राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना की गई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के अंतवर्ती क्षेत्रों में स्थित महाविद्यालयों के अध्ययनरत छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुविधा देने के उद्देश्य से एम्बेसेडर प्रोफेसर योजना आरंभ की गई है। ऐसे 316 ऐम्बेसेडर प्रोफेसरों की पद स्थापना की गई है। प्रतिभा बैंक योजना के अंतर्गत उद्योग, बैंकिंग, पत्रकारिता, शिक्षा, साहित्य, चिकित्सा, रंगमंच, संगीत की दुर्लभ प्रतिभाओं को भी महाविद्यालयों से जोड़ा गया है। प्रदेश के 311 महाविद्यालयों में प्रतिभा बैंक का गठन हो चुका है।
श्रीमती गौर ने कहा कि नवीन विश्वविद्यालयों की स्थापना कर शिक्षा का स्तरोन्नयन सरकार की प्राथमिकता बनी है। श्री अटलबिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय भोपाल, महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय छतरपुर के साथ ही 12 निजी विश्वविद्यालय स्थापित किये गये। प्रदेश में 77 सरकारी और 507 निजी महाविद्यालयों में 114 प्रासंगिक नये विषय आरंभ किये गये। प्रदेश के 1 लाख 55 हजार महाविद्यालयीन छात्रों को स्मार्ट फोन भेंटकर उन्हें ज्ञान की दुनिया से जोड़ा गया।