11/07/2017
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री रजनीश अग्रवाल ने कहा कि निर्देशक एवं राष्ट्रीय फिल्म पुरुस्कार प्राप्त श्री मधुर भंडारकर की फिल्म इंदु सरकार को रिलीज ना होने देने को लेकर जिस प्रकार देश भर में कांग्रेस के नेता धमकी दे रहे हैं। उससे कांग्रेस का असली चरित्र फिर एक बार उजागर हो गया है। इंदौर में कांग्रेस नेताओं की खुलेआम धमकी भी उसी का एक उदाहरण है। सवाल उठ रहा है कि आपातकाल को अनुशासन पर्व मानने वाली कांग्रेस फिल्म इंदु सरकार के रिलीज होने से क्यों तिलमिला रही है ? जबकि श्री भंडारकर यह भी कह चुके हैं कि यह बायोपिक फिल्म नहीं है बल्कि 1975-77 काल की पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म है। दरअसल कांग्रेस स्वभाव से तानाशाही प्रवृत्ति की रही है। उसने ना केवल देश पर आपातकाल थोपा है, बल्कि वह नेहरू-गांधी परिवार के बारे में किसी भी प्रकार का कोई विश्लेषण, साहित्य अथवा राजनीतिक विचार को स्वीकार ही नहीं कर पाती।
श्री अग्रवाल ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी और सहिष्णुता बनाम असहिष्णुता की दुहाई देने वाली कांग्रेस की कलई जनता के बीच में खुल चुकी है। फिल्म इंदु सरकार आपातकाल की सच्चाई को उजागर करती है। असहिष्णुता, अभिव्यक्ति की आजादी का दमन, राजनीतिक विरोधियों पर अत्याचार, प्रताड़ना, प्रेस की आजादी पर हमला, सेंसरशिप जैसे तमाम मुद्दों पर एक स्पष्ट और इतिहास की सच्चाई है आपातकाल। फिल्म इंदु सरकार को लोकतंत्र के हित में, संविधान के दायरे में और अभिव्यक्ति की आजादी के सम्मान में हर कीमत पर दिखाया जाना सुनिश्चित होना चाहिए।
कानून और संविधान को चुनौती देने वाले कांग्रेसियों पर सख्त कार्रवाई भी होनी चाहिए
उन्होंने कहा कि 1975 से 1977 की कालखंड के बारे में लोकतंत्र की सच्चाइयों और राजनीतिक दलों के स्वभाव के बारे में वर्तमान पीढ़ी और लोकतंत्र की भावी पीढ़ी को जानकारी मिलने से किसी भी कीमत पर नहीं रोका जाना चाहिए। आपातकाल को भोगने वाली और झेलने वाली पीढ़ी से भी निवेदन है कि वह आगे आकर कांग्रेस नेताओं के अलोकतांत्रिक रवैये का विरोध करे।