10/07/2017
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी आर्थिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक श्री योगेश मेहता ने कहा कि हाल के वर्षों में जिस तरह भारत में आर्थिक क्षेत्र में नवाचार ने गति पकड़ी है भारत ने दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं के सामने स्पर्धा पैदा कर दी है। भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था की धुरी बनता जा रहा है। दुनिया में तेजतम गतिशील अर्थव्यवस्था के लिये चीन की गणना की जाती रही है, लेकिन ताजा अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि भारत ने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में हार्वड यूनिवर्सिटी की शोध संस्था ने अध्ययन कर विश्व की अर्थव्यवस्थाओं का अनुशीलन करते हुए भारत को दुनिया का आर्थिक स्तंभ निरूपित किया है। अध्ययन में बताया गया है कि आने वाले दशकों तक भारत आर्थिक गतिशीलता में अग्रणी देश ही रहेगा। हार्वड यूनिवर्सिटी के सेंटर फार इन्टरनेशनल डेव्हलपमेंट का अनुमान है कि विद्यमान कारणों से भारत की अर्थव्यवस्था 7.7 फीसदी की औसत दर से बढ़ रही है। वैश्विक विकास का केंद्र पड़ौसी देश चीन से भारत में केन्द्रित हुआ है। भारत ने जो क्षमताएं हासिल की है उसके कारण इस प्रगति में स्थायित्व रहने वाला है। भारत ने अपने निर्यात का विविधीकरण किया है। रसायन, वाहन, इलेक्ट्रानिक्स सहित अनेक क्षेत्रों में उत्पादनशीलता बढ़ी है तथा भारत से निर्यात बढ़ा है। मेक इन इंडिया ने दुनिया में पहचान बनायी है।
श्री मेहता ने कहा कि शोध के अनुसार पेट्रोलियम पर आधारित अर्थव्यवस्थाओं ने इस दरम्यान गिरावट दर्ज की है। ऐसे समय में भारत ने विविध क्षेत्रों में अपनी क्षमता का विकास और आर्थिक सुधार करके न केवल आर्थिक विकास की गति में निरन्तरता बनाये रखी अपितु रफ्तार भी तेज की है।