प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष के साथ मंदिरों पर हमलों की घटनाओं और खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जताई
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भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज प्रवासन, गतिशीलता भागीदारी और हरित हाइड्रोजन कार्यबल से संबंधित समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के बीच सिडनी में हुई द्विपक्षीय बैठक के बाद इन सहमति पत्रों का आदान-प्रदान हुआ। बैठक में व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, खनिज, शिक्षा, प्रवासन, गतिशीलता और जन संपर्क सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत सहित जी-20 की अध्यक्षता के अंतर्गत भारत की पहलों, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सुधार और क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर भी विचार-विमर्श किया।
बैठक के बाद एक संयुक्त प्रेस बयान में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध परस्पर विश्वास पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि श्री अल्बनीज के साथ दोनों देशों के बीच खनन और महत्वपूर्ण खनिजों में नीतिगत सहयोग मजबूत करने पर सकारात्मक बातचीत की। श्री मोदी ने कहा कि बातचीत में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापक नीतिगत भागीदारी को नई उंचाइयों पर ले जाने पर विचार-विमर्श हुआ। श्री मोदी ने इस वर्ष क्रिकेट विश्व कप के लिए प्रधानमंत्री अल्बनीज और ऑस्ट्रेलिया के सभी क्रिकेट प्रेमियों को भारत आने का निमंत्रण दिया। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने श्री अल्बनीज के साथ पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हुए हमले और अलगाववादी गतिविधियों के बारे में भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि वे दोनों देशों के बीच दोस्ताना और मजबूत संबंधों को नुक्सान पहुंचाने वाले किसी तत्व को स्वीकार नहीं करेंगे। श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री अल्बनीज ने उन्हें एक बार फिर भरोसा दिलाया है कि वे भविष्य में ऐसे तत्वों के खिलाफ कडी कार्यवाही करेंगे।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों ने इस वर्ष भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक आर्थिक समझौते को जल्दी पूरा करने की साझी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने बेंगलुरू में ऑस्ट्रेलिया के नए वाणिज्य दूतावास खोलने की भी घोषणा की और कहा कि इससे ऑस्ट्रेलिया के व्यापार को भारत के डिजिटल और नवाचार पारिस्थितिकी प्रणाली के साथ जोडने में मदद मिलेगी। बाद में प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर जनरल डेविड हर्ली के साथ भी बैठक की और जनसंपर्क तथा दीर्घकालीन द्विपक्षीय भागीदारी मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया। श्री मोदी ने विपक्ष के नेता पीटर डटन के साथ बैठक की और उन्हें दोनों देशों के बीच मजबूत भागीदारी से अवगत कराया। श्री मोदी ने जनसंपर्क और क्षेत्रीय घटनाक्रम सहित आपसी संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर भी बातचीत की। इससे पहले, श्री मोदी को औपचारिक गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया। श्री मोदी तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में ऑस्ट्रेलिया में हैं। ऑस्ट्रेलिया की उनकी यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलेगी। श्री मोदी की यात्रा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री की इस वर्ष मार्च में हुई यात्रा के दो महीने बाद हो रही है। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच पहली वार्षिक शिखर बैठक नई दिल्ली में दस मार्च को श्री अल्बनीज की यात्रा के दौरान हुई थी। प्रधानमंत्री पिछली बार नवम्बर 2014 में ऑस्ट्रेलिया गए थे।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष के साथ मंदिरों पर हमलों की घटनाओं और खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जताई
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