भोपाल : गुरूवार, जून 15, 2017
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रतलाम जिले के जावरा में आयोजित स्कूल चले हम अभियान कार्यक्रम में दस्तक अभियान के द्वितीय चरण का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने अभियान के गठित दलों को विशेष ‘दस्तक किट’ भी वितरित की। ये दल किट के माध्यम से घर-घर जाकर बच्चों की जाँच-उपचार और चिकित्सीय परामर्श देंगे। ये दल लोगों को स्वच्छता का महत्व बताते हुये गंदगी से होने वाली बीमारियों के विरूद्ध भी जागरूक करेंगे। दल घर-घर जाकर माँ के दूध की महत्ता और आयोडीनयुक्त नमक के सेवन के बारे में भी लोगों को परामर्श देंगे। अभियान का पहला चरण 16 से 30 नवंबर 2016 में हुआ था।
अभियान में प्रदेश के पाँच साल से कम उम्र के सभी बच्चों में खून की कमी की जाँच,छ: माह से पाँच वर्ष तक के गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान और नौ माह से पाँच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ‘ए’ का घोल दिया जायेगा। साथ ही दस्त रोग, निमोनिया और जन्मजात बीमारियों से पीड़ित बच्चों की पहचान कर उन्हें नि:शुल्क जाँच उपचार और परिवहन सेवा दी जायेगी। बच्चों में कुपोषण का एक अहम कारण दस्त रोग भी है। दल रोग नियंत्रण के लिये पाँच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में ओ आर एस के पेकेट्स और जिंक की गोलियों का वितरण किया करेगा।
कार्यक्रम में अभियान की आवश्यकता, उद्देश्य एवं लक्ष्य को रेखांकित करने वाले पोर्स्ट्स और पुस्तिका ‘मानक परामर्श पुस्तिका’ का विमोचन भी किया गया।
मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने बच्चों में कुपोषण समाप्त करने के लिये महिला-बाल विकास और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की संयुक्त टीम बनाकर कुपोषण के खिलाफ घर-घर दस्तक दी है।