मध्यप्रदेश के विकास के लिये हर नागरिक अपनाए एक नेक कार्य
republicday,#madhyapradeshnewsdiary,#shivrajsinghchouhan,#mpcm,#mpnews,#madhyapradeshnews,#todayindia,#todayindia24,#todayindialive,smartmadhyapradesh17 करोड़ हाथ आगे बढ़ा कर बनायें मध्यप्रदेश
जबलपुर के निकट भटौली क्षेत्र में बनेगा इंडस्ट्रियल टाउन
औद्योगिक विकास की रफ्तार होगी तेज
भोपाल के बाद अब जबलपुर में बनेगा ग्लोबल स्किल पार्क
महाकौशल के विकास पर विशेष फोकस
रविदास जयंती से हितग्राहियों को मिलेंगे योजनाओं के लाभ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जबलपुर में गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्र ध्वज फहराया, की घोषणाएँ
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिहं चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश को आगे बढ़ाने और विकास के लिये हर नागरिक अपना योगदान दे। मध्यप्रदेश के नागरिक कोई एक नेक कार्य अपनाएँ। इनमें पौधे लगाना, पर्यावरण-संरक्षण पानी बचाना, बिजली की बचत, नशामुक्ति शामिल हों। जनता के सहयोग से ही मध्यप्रदेश को आगे बढ़ाएंगे। हर नागरिक सर्वश्रेष्ठ योगदान दे। जन-भागीदारी के मंत्र से आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण करें। सरकार के साथ सभी के सहयोग से हमें मध्यप्रदेश बनाना है। प्रदेश के साढ़े आठ करोड़ नागरिकों के 17 करोड़ हाथ आगे आयें और विकसित मध्यप्रदेश के लक्ष्य को पूरा करने में सहयोग करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज जबलपुर में गैरीसन ग्राउंड में गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद जनता को संबोधित कर रहे थे।
नर्मदा मैया का कॉरिडोर, घाट परस्पर जुड़ेंगे
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संस्कारधानी जबलपुर में आकर मन प्रसन्न है। कल संध्या के समय नर्मदा जी के घाट पर जाने का अवसर मिला। नर्मदा मैया हम सभी को आशीर्वाद देती हैं। जबलपुर के नर्मदा घाटों का कॉरिडोर बनाया जायेगा। नर्मदा के घाटों के उन्नयन कार्य के साथ ही उन्हें परस्पर जोड़ने का कार्य कर नर्मदा पथ विकसित किया जायेगा। तीन चरणों में अलग-अलग नर्मदा परिक्रमा पथ बनेंगे।
औद्योगिक क्षेत्र का विकास
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में औद्योगिक प्रगति के लिये बहुआयामी प्रयास किये जा रहे हैं। हाल ही में इंदौर में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 15 लाख 40 हजार 550 करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इससे करीब 29 लाख लोगों को जीविका मिलेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जबलपुर में भटौली क्षेत्र में औद्योगिक नगर विकसित होगा। इसके लिये भूमि चिन्हित कर ली गई है। गारमेन्ट और टेक्सटाइल की इकाइयाँ बनेंगी। ये इकाइयाँ बहन और बेटियों के आर्थिक उन्नयन का भी मजबूत माध्यम हैं। इस क्षेत्र में रहवासी इलाके विकसित होंगे। भंडारण सुविधाएँ भी विकसित होंगी। हमारा प्रयास है कि ग्रीन फील्ड शहर की अवधारणा को लागू करें। जबलपुर के इस क्षेत्र में रिंग रोड और राष्ट्रीय राजमार्ग की निकटता होने से औद्योगिक विकास की अच्छी संभावनाएँ हैं। इन संभावनाओं को साकार किया जायेगा।
महाकौशल के विकास पर फोकस
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महाकौशल अंचल में अनेक विकास कार्य हो रहे हैं। करीब 66 हजार करोड़ की सिंचाई परियोजना के कार्य जारी हैं। केन-बेतवा परियोजना के लिये 44 हजार करोड़ की राशि प्राप्त हो रही है। बरगी बांध की निर्माणाधीन टर्नल पर स्लीमनाबाद के पास कार्य चल रहा है। अब तो विंध्य अंचल में नागौद तक पानी पहुँचने वाला है। जबलपुर के शहरी क्षेत्र के साथ ही निकटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों का तेजी से विकास होगा। जबलपुर में 3500 करोड़ रूपये लागत का रिंग रोड बन रहा है। प्रदेश का दूसरा ग्लोबल स्किल पार्क जबलपुर में बनाया जायेगा। इसमें युवाओं को प्रशिक्षित किये जाने की व्यवस्था होगी। प्रदेश के स्किल्ड युवा दुनिया के देशों में जाकर सेवाएँ देंगे। अधो-संरचना को मजबूत बनाने वाले सभी कार्य तेज गति से चल रहे हैं। पूरे प्रदेश में बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति का संकल्प है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बन रहा शक्तिशाली भारत
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है। भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थ-व्यवस्था वाला देश है। आने वाले कुछ वर्ष में भारत का क्रम तीसरा होगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कोरोना काल में वैक्सीन के निर्माण और अन्य देशों को सहयोग का उदाहरण दुनिया में प्रस्तुत किया। आज हमारा देश स्वास्थ्य की दृष्टि से सुरक्षित है। आत्म-निर्भर भारत के निर्माण के लिये हमें आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण करना है।
प्रदेश की विकास दर बढ़ी, प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ी, मजबूत हुई अधो-संरचना
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की विकास दर में वृद्धि हुई है, जो इस समय 19.76 प्रतिशत है और सबसे ज्यादा है। देश की अर्थ-व्यवस्था में योगदान 3.6 प्रतिशत से बढ़ कर 4.6 हो गया है। इसी तरह प्रति व्यक्ति वार्षिक आय जो वर्ष 2003 में सिर्फ 13 हजार थी, वह बढ़कर 1 लाख 37 हजार हो गई है। अधो-संरचना को मजबूत बनाते हुए सिंचाई, सड़क, बिजली, पेयजल आदि कार्यों को पूरा किया गया। मध्यप्रदेश अब टूटी-फूटी सड़कों के लिये नहीं बल्कि 4 लाख किलोमीटर लम्बाई की शानदार सड़कों के लिये जाना जाता है।
नवकरणीय ऊर्जा में अग्रणी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में लगातार कार्य हो रहा है। रीवा के सौर ऊर्जा संयंत्र के बाद ओंकारेश्वर में बांध की जल राशि पर फ्लोटिंग प्लांट स्थापित किया जा रहा है। नीमच, शाजापुर, छतरपुर और मुरैना में भी सौर ऊर्जा परियोजनाएँ क्रियान्वित होंगी। प्रदेश में कभी 3 हजार मेगावाट से भी कम बिजली होती थी, जो अब आठ गुना से अधिक हो गई है।
शिक्षा, स्वास्थ्य, बेटियों का सशक्तिकरण प्राथमिकता
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शिक्षा के क्षेत्र में सीएम राइज विद्यालयों, हिन्दी में मेडिकल और इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रमों के संचालन, तीन करोड़ से ज्यादा कार्ड बना कर आयुष्मान भारत योजना को गति देने, लाड़ली लक्ष्मी योजना से बेटियों को महाविद्यालय में प्रवेश कर 25 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि और इसके बाद उच्च शिक्षा के लिये फीस की व्यवस्था के निर्णयों की भी जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर बेटियों को गलत नजर से देखने वालों को बख्शा नहीं जायेगा। प्रदेश में 42 दुष्कर्मियों को फाँसी की सजा सुनाई गई है।
जमीन का अधिकार हर नागरिक को मिलेगा
मुख्यमत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में रहने वाले प्रत्येक भूमिहीन व्यक्ति को जमीन का अधिकार मिलेगा। इसके लिए मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना प्रारंभ की गई है। प्रत्येक परिवार को नि:शुल्क भूखंड प्राप्त होगा। कोई भी गरीब व्यक्ति बिना जमीन के नहीं रहेगा। हाल ही में टीकमगढ़ में 10 हजार से अधिक लोगों को भूखंड देकर इसकी शुरूआत की गई। सिंगरौली में भी 25 हजार से अधिक लोगों को प्लाट दिये गये। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेहनत की कमाई से अपना मकान बनाने वालों के मकान को अवैध नहीं रहने दिया जायेगा। इसके लिये आवश्यक वैधानिक प्रावधान किये जा रहे हैं।
किसान-कल्याण और जनजाति समाज के हितों का संरक्षण
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को लाभान्वित करने के लिये दो वर्ष में फसल बीमा योजना की 17 करोड़ की राशि किसानों के खातों में अंतरित की गई। पेसा कानून से जनजाति भाई-बहनों के लिये जल, जमीन और जंगल के अधिकार सुनिश्चित किये गये हैं। अनुसूचित जाति के कल्याण के अनेक कार्य आगामी संत रविदास जयंती से प्रारंभ किये जा रहे हैं। इसी दिन से हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलवाने की शुरूआत भी की जा रही है। मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में चिन्हित हितग्राही विभिन्न योजनाओं का फायदा प्राप्त करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गिनाई प्रमुख उपलब्धियाँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश की अनेक उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। इनमें जल जीवन मिशन से प्रदेश के 56 लाख परिवारों तक नल से जल प्रदाय और इससे दोगुने परिवारों तक आने वाले वर्ष में यह सुविधा पहुँचाने, महिला स्व-सहायता समूहों से 44 लाख बहनों के आर्थिक उन्नयन और सशक्तिकरण, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना और 25 सौ से अधिक स्टार्टअप्स के माध्यम से युवाओं के नवाचारों को मिली सफलता, कानून-व्यवस्था की बेहतर व्यवस्थाएँ, नगरों में फ्लाई ओव्हर निर्माण, स्मार्ट सिटी विकास, बेहतर विद्युत प्रदाय, मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना, मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना का क्रियान्वयन शामिल है।
स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान का स्मरण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उपस्थित नागरिकों को गणतंत्र दिवस और बसंत पंचमी की बधाई दी। उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिये जान न्यौछावर करने वाले सेनानियों का स्मरण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अमर शहीदों के प्रति हम सभी कृतज्ञ हैं। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने कहा था कि ”तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दूँगा” । नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जबलपुर जेल में भी कई दिन रहे। राजा रघुनाथ शाह, शंकर शाह सहित अनेक देश भक्तों ने स्वतंत्रता के लिये संघर्ष का मार्ग अपनाया।
आम जन से जुड़ाव की शैली
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रारंभ में जबलपुर के गैरिसन ग्राउंड में गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। समारोह राष्ट्रगान के साथ प्रारंभ हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने परेड का निरीक्षण कर सलामी ली। हर्ष फायर की ध्वनि के बीच मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आमजन का अभिवादन किया। समृद्धि के प्रतीक गुब्बारे आकाश में छोड़े गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वतंत्रता सेनानियों और लोकतंत्र सेनानियों से भेंट की और उन्हें सम्मानित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्र सरकार द्वारा 25 जनवरी को घोषित पद्मश्री पुरस्कार से पुरस्कृत डॉ. एम.सी. डाबर को भी सम्मानित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 37 विभाग के 114 अधिकारी- कर्मचारियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश गान की प्रस्तुति हुई और अनेक विभागों द्वारा योजनाओं और उपलब्धियों पर आधारित झांकियाँ निकाली गईं। अनेक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ हुईं, जिनमें महाकौशल अंचल में रहने वाली बैगा जनजाति द्वारा किये जाने वाले प्रभावशाली लोक नृत्य, लोक संगीत की धुनों के साथ प्रस्तुत किये गये। इसके अलावा बुंदेली लोकनृत्य भी प्रदर्शित हुये। मुख्यमंत्री श्री चौहान कार्यक्रम में पूरे समय उपस्थित रहने के बाद आमजन के मध्य भी पहुँचे। उनकी आम जनता से जुड़ाव की शैली से प्रसन्नचित्त नागरिकों ने सेल्फी भी ली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अनेक विभूतियों को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में जन-प्रतिनिधि, मीडिया प्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी, विद्यार्थी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा-
1. महाकौशल के विकास को गति देंगे।
2. मध्य प्रदेश के ग्राम, विकास की धुरी बनेंगे।
3. प्रदेश की एक-एक इंच भूमि में सिंचाई की व्यवस्था करना हमारा संकल्प है।
4. सौर ऊर्जा को निरंतर बढ़ावा दिया जाएगा।
5. भूमिहीन लोगों को आवासीय भूखंड देंगे। हर गरीब को जमीन का टुकड़ा मिलेगा।
6. मेहनत की कमाई से बनाया गया किसी का मकान अवैध नहीं होगा।
7. युवाओं को नौकरी मांगने वाला नहीं, नौकरी देने वाला बनाएंगे।
8. मेधावी विद्यार्थियों के ऐसे परिवार जिनकी सालाना आय 8 लाख से कम है, उन्हें सरकार शिक्षण शुल्क देगी।
9. अधो-संरचना को मजबूत बनाने का कार्य निरंतर चलेगा।
10. प्रदेश में 1 वर्ष में 6 नक्सली मार गिराए गए हैं, जिन पर लगभग 1 करोड़ रूपये का इनाम था। पुलिस बल बधाई का पात्र है।
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