अमरकंटक के रामघाट पर हुई सेवा यात्रा के पवित्र ध्वज की स्थापना
भोपाल : मंगलवार, मई 16, 2017
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अमरकंटक से 11 दिसम्बर, 2016 को शुरू हुई 148 दिवसीय ‘नमामि देवि नर्मदे”-सेवा यात्रा में लगातार शामिल रहे यात्रियों का सम्मान 31 मई को सी.एम. हाउस, भोपाल में किया जायेगा। श्री चौहान ने अमरकंटक में सेवा-यात्रा की सफलता पर साधु-संतों, सेवा-यात्रियों और जन-अभियान परिषद का आभार व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने सपत्निक सेवा-यात्रा की पूर्णता पर अमरकंटक के रामघाट में सेवा-यात्रा के पवित्र ध्वज को स्थापित किया। श्री चौहान ने सेवा यात्रा के शुभारंभ स्मृति-पटल और पूर्णता स्मृति-पटल का भी अनावरण किया। उन्होंने कहा कि 5 माह से चल रही यात्रा के यात्रियों तथा परिक्रमा-वासियों का एक भावनात्मक परिवार बन गया है। सेवा-यात्रा का कार्य जब तक साँस रहेगी, तब तक जारी रहेगा। श्री चौहान ने कहा कि यात्रा का पवित्र ध्वज लाखों हाथों के स्पर्श और जनता की साधना-तपस्या से सिद्ध बन चुका है। यह ध्वज सालों साल लोगों को प्रेरणा देगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा के स्थायी यात्रियों को नर्मदा सेवा मिशन में शामिल किया जायेगा। नर्मदा जयंती पर अमरकंटक में विशेष आयोजन किये जायेंगे।
माँ नर्मदा मंदिर में कलश स्थापित
मुख्यमंत्री श्री चौहान और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह ने यात्रा के कलश को विधिवत पूजन-अर्चन के बाद नर्मदा उदगम-स्थल के पास स्थित मंदिर परिसर में स्थापित करवाया।
सेवा-यात्रियों और साधु-संतों से भेंट
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदा सेवा-यात्रियों और साधु-संतों से महामृत्युंजय आश्रम में भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने सेवा-यात्रियों और साधु-संतों के साथ जल-पान भी किया।
इस दौरान महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि, स्वामी अखिलेश्वरानंद, वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय पाठक, जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डेय, यात्रा के संयोजक डॉ. जितेन्द्र जामदार, श्री बी.डी. शर्मा एवं साधु-संत उपस्थित थे।