नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा – देश में तेजी से विकसित हो रहे ड्रोन क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार के अनेक अवसर पैदा होंगे
todayindia,todayindia24,jyotiradityascindia,employyement,employementforyouth,droneजिस तरह भारत में ड्रोन क्षेत्र विकसित हो रहा है और फल-फूल रहा है, इस क्षेत्र में देश के युवाओं के लिए रोजगार के अनेक अवसर पैदा होने की उम्मीद है। आने वाले वर्षों में मानव रहित हवाई वाहनों की विभिन्न श्रेणियों के संचालन के लिए एक लाख से अधिक ड्रोन पायलटों की आवश्यकता होगी।
आकाशवाणी समाचार से विशेष बातचीत में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ड्रोन क्षेत्र में रोजगार के बड़े अवसर हैं और ड्रोन के निर्माण और रखरखाव के क्षेत्र में रोजगार के लाखों अवसर पैदा होने जा रहे हैं। भारत को वर्ष 2030 तक ड्रोन वैश्विक हब बनाने की सरकार की महत्वाकांक्षा का उल्लेख करते हुए श्री सिंधिया ने कहा कि सरकार ने इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए एक बहु-आयामी दृष्टिकोण अपनाया है। उन्होंने कहा कि बाजार हितैषी नीति अपनाने, ड्रोन निर्माताओं को प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम के तहत प्रोत्साहन देने और मांग सृजन पर जोर दिया गया है।
विमानन क्षेत्र में रखरखाव, मरम्मत, ओवरहाल -एमआरओ का महत्व बताते हुए श्री सिंधिया ने कहा कि बोइंग, एयरबस, प्रैट एंड व्हिटनी और सफरान जैसी वैश्विक कंपनियां भारत में अपनी एमआरओ सुविधाएं स्थापित करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि एमआरओ नीति को और अधिक बाजार अनुकूल बनाने के लिए कई निर्णय लिए गए हैं।
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नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा – देश में तेजी से विकसित हो रहे ड्रोन क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार के अनेक अवसर पैदा होंगे
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