भोपाल : मंगलवार, मई 9, 2017
नमामि देवि नर्मदे यात्रा ने 9 मई को 142 दिन और 3,266 किलोमीटर की दूरी तय कर ली है। इस दौरान लोगों को नर्मदा संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिये 1014 जन-संवाद हो चुके हैं, जिनमें 24 लाख 6 हजार लोगों ने भाग लिया। इनमें से 47 स्थानों पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की भी उपस्थिति रही है।
जन-संवाद कार्यक्रमों में नर्मदा जल-धारा को अविरल बनाने के लिये पौध रोपण, तटों की साफ-सफाई, जल-धारा में विसर्जन न करने, नशा मुक्ति, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं आदि की समझाईश दी जा रही है। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आने लगे हैं। पाँच माह पूर्व शुरू हुई यात्रा में तकरीबन 200 लोग ऐसे हैं जो श्रद्धा, भक्ति और एक मिशन के साथ शुरू से साथ चल रहे हैं। यात्रा में विभिन्न क्षेत्रों के अब तक कुल 565 दिग्गज भी भाग ले चुके हैं।
गत 11 दिसम्बर 2016 को अमरकंटक से शुरू हुई यात्रा अपनी पूर्णता के जिले अनूपपुर में ही संचालित है। अब तक 615 ग्राम पंचायत, 1014 गाँव और 51 विकास खंड से गुजर चुकी है। मुख्य यात्रा में 1843 उप यात्राएँ शामिल हो चुकी हैं। लगभग 80 हजार लोगों ने नर्मदा सेवा की वेबसाइट पर पंजीयन करवाया है। अब तक 40 हजार पौधे सांकेतिक रूप से रोपे गये हैं। यात्रा दल के सदस्यों के भोजन और अन्य व्यवस्थाओं में 2032 सामाजिक एवं स्वयंसेवी संस्थाएँ सहयोग कर रही हैं। तटीय ग्राम पंचायतों में 712 नर्मदा सेवा समितियों का गठन भी किया गया है।
राज्य शासन ने नर्मदा संरक्षण एवं संवर्धन के लिये 27 मार्च 2017 को नर्मदा सेवा मिशन का गठन भी किया है। गत 8 मई को आगामी कार्य-योजना निर्धारण के लिये भोपाल में नदी, जल एवं पर्यावरण मंथन भी किया गया। इसमें करीब 200 जल, वन, पर्यावरण विशेषज्ञ और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। नर्मदा तट पर बसे 16 जिलों में 166 जैव-विविधता प्रबंधन समितियों का भी गठन किया गया है। इसके अलावा प्रत्येक गाँव में एक-एक जैव-विविधता प्रबंधन समिति के गठन की प्रक्रिया जारी है।