09/05/2017
भोपाल। मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक बी.एल. धाकड़ ने बताया कि केंद्र मंे श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने सेवानिवृत्त सैनिकों के परिवारों की खुशहाली को ध्यान में रखते हुए सैद्धांतिक रूप से चिकित्सा भत्ता देने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसकी घोषणा जल्दी ही की जायेगी। चिकित्सा भत्ता के रूप में एक निश्चित राशि हर माह पेंशन के साथ पूर्व सैनिकों को दी जायेगी। इससे दूरदराज गांवों, नगरों, शहरों में रहने वाले पूर्व सैनिक और उनके परिवारों को चिकित्सा और उपचार कराने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक और उनके आश्रित परिवार संवैधानिक रूप से चिकित्सा सुविधा के हकदार है। रक्षा मंत्रालय ने इस दिशा में उल्लेखनीय पहलकर मासिक चिकित्सा भत्ता देने की रणनीति आरंभ कर दी है। श्री बीएल धाकड़ ने बताया कि ईसीएचएस योजना के तहत पूर्व सैनिकों एवं उनके परिजनों को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने की व्यवस्था की गई है। रक्षा मंत्रालय के अस्पताल, डिस्पेंसरियां भी हैं, लेकिन पूर्व सैनिकों की पहुंच हर क्षेत्र में इन चिकित्सा केंद्रों तक नहीं हो पाती है। इसलिए इस दिशा में रक्षा मंत्री ने स्वयं विचार कर चिकित्सा भत्ता देकर उन्हें लाभान्वित करने की सैद्धांतिक रूप से स्वीकृति प्रदान कर दी है। सैनिकों के पद वर्गीकरण के हिसाब से चिकित्सा भत्ता एक हजार से लेकर दो हजार रू. के बीच हो सकेगा। इस संबंध में फार्मूला तय किया जा रहा है।