09/05/2017
भोपाल। मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत के बारे में सोशल मीडिया और कतिपय समाचार पत्रों में प्रकाशित सामग्री को भ्रामक और असत्य बताते हुए उसकी कड़ी निंदा की है। श्री चौहान ने कहा कि श्री थावरचंद गहलोत मध्यप्रदेश की राजनीति में शुचिता, सादगी और प्रमाणिकता के लिए जाने जाते हैं। उनके बारे में यदि असत्य और भ्रामक समाचार प्रकाशित किए जाते हैं तो यह समाचारों की दुनियां का स्वस्थ मापदंड नहीं है ।
उल्लेखनीय है कि कुछ समाचार एवं सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले लोगों के द्वारा थावरचंद जी के मीसाबंदी होने पर प्रश्न उठाए गए हैं, जो पूर्णतः अनुचित और असत्य है। श्री चैहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में लोकतंत्र सेनानियों को पूर्व में पेंशन देने का जो प्रावधान था उसमें एक माह या उसके आसपास निरूद्ध रहे लोग छूट गए थे। उन 28 लोगों को जो लगभग 1 माह आपातकाल में बंद रहे, उन्हें भी मीसाबंदी पेंशन देने के लिए मंत्रिमंडल ने निर्णय लिया। इस निर्णय के तहत ही श्री थावरचंद गहलोत को विधिवत पेंशन का पात्र बनाया गया था। श्री गेहलोत तो पूरे 54 दिन तक जेल में रहे थे। श्री थावरचन्द गेहलोत, श्री जगदीश शर्मा के साथ दिनांक 14.11.1975 से 06.01.1976 तक कुल 54 दिन जेल में निरूद्ध रहे। इनके संबंध में अधीक्षक केन्द्रीय जेल उज्जैन के पास अभिलेख भी उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में श्री मनोहर ऊंटवाल के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ अखबारों की कतरने पोस्ट की गई थी। इस बारे में स्वयं श्री उंटवाल ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि उनके अधीन कर्मचारी से गलती से वह पोस्ट हुई थी। श्री ऊंटवाल ने इस त्रुटि के लिए खेद भी व्यक्त किया है। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की राजनीति में श्री गहलोत ऐसे व्यक्तित्व हैं जिनकी राजनीतिक शुचिता और प्रमाणिकता से समूचा संगठन प्रभावित है। उनके संबंध में किसी भी प्रकार की तथ्यहीन और अनुचित खबरों का भारतीय जनता पार्टी पुरजोर खंडन करती है।