भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री श्री बंशीलाल गुर्जर ने कहा कि आजादी के बाद देश राजनैतिक, संवैधानिक आधार पर संघ राष्ट्र बना, लेकिन जीएसटी लागू होने के साथ देश आर्थिक संघ के रूप में सशक्त बनेगा। अप्रत्यक्ष कराधान से अमीर गरीब सब पर कराधान का बोझ पड़ता है, लेकिन जब टैक्स के ऊपर टैक्स और प्रभार थोपा जाता है तब गरीब और मध्यम वर्ग की कमर टूट जाती है। इस दृष्टि से जीएसटी व्यवस्था से करों का एकत्रीकरण हो जाने से न तो सीमाओं पर लगे नाकों से गुजरना पड़ेंगा और न राज्य और केंद्र के डेढ़ दर्जन करों का बोझ उठाना पड़ेगा। अपितु देश का जीडीपी बढ़कर दहाई में पहुंच जायेगा। अनुमान है कि जीएसटी लागू होने के बाद जीडीपी में 4 प्रतिशत की वृद्धि होगी। इसका लाभ कीमते कम होने से गरीब और मध्यम वर्ग को मिलेगा।
उन्होंने बताया कि कौन से उत्पाद और सेवा पर कितना जीएसटी लगेगा उसका निर्धारण समिति द्वारा किया जा रहा है, जिस पर 18 और 19 मई को श्रीनगर में होने वाली जीएसटी कौंसिल की बैठक में विचार किया जायेगा। जीएसटी की दरों की घोषणा फिलहाल सार्वजनिक नहीं की जायेगी। सभी नियम और कायदे बन चुके हैं। टैक्स कटौती का लाभ अब न तो उत्पादक हड़प सकेंगे और न वितरक हड़पेंगे। इसके लिए अलग से एक कानून बनाया गया है जिसे लाभ रोधक प्रावधान कहा गया है। इसका उद्देश्य टैक्स मंे हो रही कमी का लाभ जनता को पहुंचाना होगा।
श्री गुर्जर ने कहा कि जीएसटी कौंसिल ने केंद्रीय उत्पाद कर, सर्विस टैक्स और वेट के एकीकरण के बाद चार दरे 5, 12, 18 और 28 तय की है। नजदीकी सीमा में रखी जायेगी, तथापि करों में कटौती से अंतिम लाभ जनता को मिलेगा। व्यापार में बरकत होने से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।