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नर्मदा सेवा समिति संस्कार केन्द्र बनें-मुख्यमंत्री चौहान ने सीहोर जिले के जन-प्रतिनिधियों से किया आव्हान

भोपाल : रविवार, फरवरी 26, 2017
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आव्हान किया है कि नर्मदा सेवा समिति संस्कार के प्रसार का केन्द्र बनें। नशामुक्त, शिक्षित, बेटी बचाने, माँ नर्मदा जल को स्वच्छ बनाने, उसके प्रवाह को बढ़ाने के लिए वृक्ष लगाने और उनके संरक्षण को संकल्पित समाज निर्माण में सहयोग करें। श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास में नर्मदा सेवा यात्रा के सीहोर जिले में प्रवास के दौरान जन-भागीदारी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर स्थानीय जन-प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदा सेवा यात्रा अनुभवों का उल्लेख करते हुए स्थानीय जन-समुदाय से यात्रा को मिल रहे अदभुत सहयोग के बारे में बताया। उन्होंने सीहोर जिले के जन-प्रतिनिधियों को कहा कि यात्रा के सीहोर प्रवास के दौरान जनांदोलन का अदभुत उदाहरण प्रस्तुत करें। हर पंचायत, गाँव और व्यक्ति का यात्रा में योगदान हो। चाहे वह सांस्कृतिक कार्यक्रम में, खेलकूद के आयोजन में अथवा आस्था और श्रद्धा की सामुदायिक सहभागिता के रूप में हो। उन्होंने कहा बिना किसी आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक और राजनैतिक भेदभाव के सेवा समितियों में सभी जुड़े। सभी को सम्मानपूर्वक यात्रा में आमंत्रित किया जाए। उन्होंने सीहोर में यात्रा के 9 दिवसीय प्रवास के दौरान रात्रि विश्राम यात्रा के साथ करने की जानकारी भी दी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा नदी संरक्षण का विश्व में अनूठा प्रयास है। विश्व की किसी भी नदी के संरक्षण के लिए इतनी विशाल जनसंख्या संरक्षण प्रयासों में सहभागी नहीं बनी है। लोग यात्रा से भावनात्मक रूप में जुड़ रहे हैं। पूरे हृदय के साथ माँ नर्मदा की सेवा के लिये आगे आ रहे हैं। आमजन, किसान, साधु-संत सभी माँ के प्रति अगाध श्रद्धा और आस्था को प्रगट कर रहे हैं। किसान वृक्ष लगाने के लिए संकल्प पत्र भर रहे हैं। विशाल भंडारों का आयोजन जन-सहयोग से हो रहा है। साधु-संत भी पूजन विधियों में बदलाव की बात करने लगे हैं।

उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा प्रदेश की जीवन रेखा है। प्रदेश की 30 प्रतिशत आबादी को पेयजल और 50 प्रतिशत को सिंचाई सुविधा माँ नर्मदा से मिलेगी। इसलिये नर्मदा जल प्रवाह को बढ़ाना आवश्यक है। जनता के प्रयासों में सरकार का सक्रिय सहयोग है। नदी संरक्षण के आवश्यक कार्यों का निर्धारण विषय-विशेषज्ञों के साथ चर्चा से किया गया है। पेड़ लगाने में भी सरकार सहयोग कर रही है। जल की स्वच्छता के लिए घाटों पर चेंजिंग रूम, विसर्जन कुण्ड बनवाए जा रहे हैं। अमृत जल दायिनी नर्मदा में मल-मूत्र अब नहीं मिलेगा। नगरों का सारा गंदा जल पाइपों के माध्यम से नगर के बाहर ले जाया जायेगा। वहाँ पर ट्रीटमेंट प्लांट बनाये जायेंगे, जो जल को स्वच्छ कर खेती के लिए उपलब्ध करवाएंगे।

जिला प्रभारी, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह ने कहा कि हर-हर नर्मदे, घर-घर नर्मदे का संदेश सर्वत्र प्रसारित हो। यात्रा के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली समितियों और पंचायतों को पुरस्कृत किया जायेगा। यात्रा के सीहोर जिले में आगमन 19 मार्च और प्रस्थान 28 मार्च तक जन-सहभागिता से होने वाले आयोजनों की रूपरेखा की जानकारी मार्कफेड के अध्यक्ष श्री रमाकांत भार्गव एवं भाजपा जिला अध्यक्ष श्री रघुनाथ भाटी ने दी। कार्यक्रम को अध्यक्ष खनिज विकास निगम श्री शिव चौबे ने भी संबोधित किया। यात्रा के दौरान प्रशासनिक प्रबंधों की जानकारी कलेक्टर ने दी। इस अवसर पर संभागायुक्त श्री अजातशत्रु और सीहोर जिले के जन-प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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