भोपाल : बुधवार, दिसम्बर 14, 2016
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ‘नमामि देवी नर्मदे”-सेवा यात्रा को दुनिया का अद्भुत जन-आंदोलन बनायेंगे। नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की जीवन-रेखा है। इसके पानी से हमारे जीवन का गहरा जुड़ाव है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज डिण्डोरी जिले की ग्राम पंचायत गाड़ासरई में विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने नर्मदा नदी में कम जल-प्रवाह होने का कारण अंधाधुंध वनों की कटाई और शहरों के दूषित पानी का नदी में प्रवाहित होना बताया। इस मौके पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे और विधायक श्री ओमकार मरकाम भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी के जल से हमारे खेतों में सिंचाई होती है। इस पानी से खेतों में फसलों की पैदावार होती है। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी में दूषित पानी न मिल सके, इसके लिये कार्य-योजना तैयार की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा नदी के दोनों तटों के एक किलोमीटर के दायरे में फलदार वृक्ष लगाये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीणों को सेवा यात्रा के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ‘नमामि देवी नर्मदे”-सेवा यात्रा में शामिल प्रत्येक कला-मण्डली को 5-5 हजार रुपये दिये जायेंगे। उन्होंने स्थानीय कलाकारों के लोक-नृत्य की प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों से नर्मदा नदी के दोनों तटों में फलदार वृक्ष लगाये जाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि किसानों को 20 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर फलदार वृक्ष लगाये जाने पर 3 वर्ष तक मदद दी जायेगी। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी के तटों पर पूजन कुण्ड और मुक्तिधाम भी बनाये जायेंगे। घाटों पर वस्त्र बदलने के लिये चेंजिंग रूम भी बनेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीणों को स्वस्थ एवं नशामुक्त समाज बनाने में सक्रिय सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीणों को ‘नमामि देवी नर्मदे”-सेवा यात्रा के उद्देश्यों को पूरा करने का संकल्प भी दिलाया।