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मुख्यमंत्री चौहान खंडवा से करेंगे प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के हितग्राहियों से संवाद mpnews,shivrajsinghchouhan,mpcm,madhyapradesh chiefminister,chiefminister of madhyapradesh,mpnews,madhyapradesh news,todayindia,todayindianews,24,#today india,madhyapradeshnewsdiary,madhyapradeshnewsdiary27august2021मुख्यमंत्री चौहान खंडवा से करेंगे प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के हितग्राहियों से संवाद
363 निकायों के एक लाख 29 हजार 292 हितग्राही होंगे लाभान्वित
50 हजार 253 हितग्राहियों के आवास का करेंगे भूमि-पूजन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 28 अगस्त को दोपहर एक बजे खंडवा में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के 79 हजार 39 हितग्राहियों को 627 करोड़ रूपये की सहायता राशि का वितरण कर कुछ हितग्राहियों से संवाद भी करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा 50 हजार 253 हितग्राहियों के आवास निर्माण के लिये भूमि-पूजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से 363 निकायों के एक लाख 29 हजार 292 हितग्राही लाभन्वित होंगे। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़ेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान के उद्बोधन एवं संवाद का प्रसारण वेबकॉस्ट लिंक के माध्यम से विभिन्न सोशल मीडिया जैसे – फेसबुक, ट्वीटर, व्हाट्सएप और मोबाइल पर आम नागरिक देख और सुन सकेंगे। दूरदर्शन और अन्य प्रादेशिक चैनलों के माध्यम से भी इस कार्यक्रम का प्रसारण किया जायेगा। कार्यक्रम में सभी मंत्री, सांसद, विधायक एवं अन्य जन-प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है। सभी नगरीय निकाय कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़ेंगे।

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि प्रधानमंत्री द्वारा देश के हर नागरिक को पक्का आवास उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) शुरू की गई थी। प्रदेश में योजना के विभिन्न घटकों के अन्तर्गत 8 लाख 37 हजार आवास स्वीकृत किये गये हैं। इनमें से 3 लाख 33 हजार हितग्राहियो के आवास पूरे हो चुके हैं। शेष आवासों का निर्माण भी तेजी से किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में योजना के प्रभारी क्रियान्वयन के लिये कई नवाचार किये गये हैं। भूमिहीन परिवारों को आवासीय भूमि का पट्टा भी उपलब्ध कराया गया है।
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जबलपुर जिले की 81 ग्राम पंचायतों की सौ फीसदी आबादी को लगा टीका
मुख्यमंत्री ने हाल ही में जबलपुर प्रवास के दौरान कहा कि कोरोना से बचाव हेतु टीकाकरण ही एक मात्र उपाय है। मुख्यमंत्री की इस बात का जबलपुरवासियों में जादुई असर हुआ है। अब तक जिले की लक्षित आबादी के विरूद्ध 66 प्रतिशत को पहली डोज और 34 फीसदी आबादी को दोनों डोज लग चुकी है। वहीं जिले की 81 ग्राम पंचायतों की सौ-फीसदी आबादी को कोरोना का टीका लग चुका है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान की अगुवाई में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए टीकाकरण का अभियान जारी है। इस अभियान को गति देने और लोगों को टीका लगवाने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान के जबलपुर आने के बाद से जिले में टीकाकरण की रफ्तार बढ़ गई। मुख्यमंत्री ने स्वयं शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने वाली ग्राम पंचायतों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने सौ फीसदी टीकाकरण कराने वाली ग्राम पंचायतों की न केवल हौसला अफजाई की बल्कि अन्य पंचायतों को इनका अनुसरण करने की बात कही।

जिले की ग्राम पंचायतों में अब सौ फीसदी टीकाकरण कराने की होड़ लगी है। पंचायतों के बीच इसी स्वस्थ प्रतिस्पर्धात्मक भावना की वजह से जबलपुर जिला, ग्राम पंचायतों में शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के मामले में प्रदेश में अग्रणी हैं। यहां जिले की 81 ग्राम पंचायतों की सौ-फीसदी आबादी को कोरोना का टीका लग चुका है। सौ-फीसदी वैक्सीनेटेड ग्राम पंचायतों में विकासखंड पनागर की 19, जबलपुर की 6, कुण्डम की 10, शहपुरा की 8, मझौली की 20, पाटन की 6 और सिहोरा विकासखंड की 12 ग्राम पंचायतें शामिल हैं। कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने इन सभी पंचायतों के ग्रामीणों को इस विशिष्ट उपलब्धि के लिए बधाई दी है।

शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने वाली ग्राम पंचायतों में खजरी में 1767 व्यक्तियों को, ग्राम पंचायत उर्दुवाकला में 851 व्यक्तियों को, ग्राम पंचायत मोहास में 2 हजार 2 व्यक्तियों को, ग्राम पंचायत भरदा में 897 व्यक्तियों को, ग्राम पंचायत निरंदपुर में 1094 व्यक्तियों को, ग्राम पंचायत सिंगौद में 956 व्यक्तियों को, ग्राम पंचायत बघौड़ा में 1184 व्यक्तियों को, ग्राम पंचायत बम्हनौदा में 971 लोगों को, ग्राम पंचायत खम्हरिया गर्दा में 1094 व्यक्तियों को, ग्राम पंचायत तिंदनी में 1083 व्यक्तियों को, ग्राम पंचायत मुड़िया में 953 व्यक्तियों को और ग्राम पंचायत बम्हनौदी में 830 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया।

इसी प्रकार ग्राम पंचायत धनवाही में 1069 व्यक्तियों को, ग्राम पंचायत बीजापुरी में 905 व्यक्तियों को, ग्राम पंचायत लौहकरी में 1077 लोगों को, ग्राम पंचायत देवरीकला में 1132 व्यक्तियों को तथा ग्राम पंचायत पड़रिया में 1161 लोगों को कोरोना टीकाकरण हो चुका है।

इसके अलावा ग्राम पंचायत उमरिया ढ़िरहा में 1457 व्यक्तियों को, ग्राम पंचायत पोड़ा में 1517 व्यक्तियों को, ग्राम पंचायत मड़ई में 1097 लोगों को और ग्राम पंचायत धनगवाँ में 1603 व्यक्तियों को टीका लगाया जा चुका है।

इसके अलावा ग्राम पंचायत सिलुआ पड़रिया में 1811 व्यक्तियों को, महगवां परियट में 956, कालाडूमर में 1033 व्यक्तियों का तथा ग्राम पंचायत उमरिया चौबे में 1121 व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया। जबकि ग्राम पंचायत कंदराखेड़ा में 2061 व्यक्तियों का, कल्याणपुर में 1040 और इमलई में 938 लोगों सहित ग्राम पंचायत सिहोदा में 1489 व्यक्तियों को टीका लगाया गया। जबकि ग्राम पंचायत महगवां बरेला में 921 तथा ग्राम पंचायत खुख्खम में 1290 व्यक्तियों का टीकाकरण हो चुका है। इसी प्रकार ग्राम पंचायत सगौड़ी में 919 व्यक्तियों का, खबरा में 792 व्यक्तियों का, पहरूआ में 1088 व्यक्तियों का, रानीताल में 783 व्यक्तियों का, बरौंदा में 1196 व्यक्तियों का और खजरी दोनी में 958 व्यक्तियों, थाना में 1058, लुहारी सूखा में 978 व्यक्तियों और ग्राम पंचायत उजरोड़ में 1097 ग्रामीणों का टीकाकरण किया जा चुका है।

इन सभी ग्राम पंचायतों में टीकाकरण के लिए शेष लोगों में गर्भवती, मृत व्यक्ति और कोरोना से हाल ही में स्वस्थ हुए व्यक्ति और ग्राम से बाहर निवासरत लोग शामिल हैं। संबंधित ग्राम पंचायतों ने स्वयं शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का प्रमाण-पत्र भी जारी कर दिया है।
=================================================================मुख्यमंत्री चौहान ने पीपल का पौधा लगाया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्मार्ट सिटी पार्क में पीपल का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री  चौहान अपने संकल्प के परिपालन में प्रतिदिन पौधा लगाते हैं।

पीपल एक छायादार वृक्ष है। यह पर्यावरण शुद्ध करता है। इसका धार्मिक और आयुर्वेदिक महत्व भी है। इस वृक्ष की सकारात्मक उर्जा को देखते हुए ऋषि-महात्माओं नें पीपल वृक्ष के नीचे बैठ कर तप किया और ज्ञान अर्जित किया।

प्रकृति विज्ञान के अनुसार पीपल का वृक्ष दिन-रात आक्सीजन छोड़ता है जो हमारे पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण है। इसके अलावा पीपल के पेड़ को अक्षय वृक्ष भी कहा जाता है क्योंकि ये पेड़ कभी भी पत्ते विहीन नही होता। पत्ते झड़ते रहते हैं और नए आते रहते हैं। पीपल के वृक्ष की इस खूबी के कारण इसे जीवन-मृत्यु चक्र का द्योतक बताया गया है।
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विद्यार्थी स्वयं के साथ दूसरों को भी आत्मनिर्भर बनाएँ – राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल
राज्यपाल श्री पटेल की अध्यक्षता और केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर के वर्चुअल मुख्य आतिथ्य में
जीवाजी विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह आयोजित
कुल 555 विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल और उपाधियां प्रदान की गईं
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि शिक्षा के क्षेत्र में हमारा देश विश्व गुरू का स्थान रखता था। अगर हमें उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपने देश की प्रतिष्ठा को फिर से वापस लाना है तो अपने युवाओं के कौशल, प्रतिभा व ऊर्जा के समन्वित उपयोग के साथ-साथ देश के मौलिक ज्ञान,परंपराओं और क्षमताओं का भरपूर इस्तेमाल करना होगा। इस अवसर पर विद्यार्थियों का आह्वान किया कि स्वयं आत्म निर्भर बनें और दूसरों को भी आत्म निर्भर बनाने में मदद करें। साथ ही यह संकल्प लें कि भारत माता के लिये स्वदेशी अपनाकर अपने देश को आत्मनिर्भर बनायेंगे। राज्यपाल श्री पटेल ने जीवाजी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में इस आशय के विचार आज व्यक्त किए।

केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर के वर्चुअल मुख्य आतिथ्य में शुक्रवार को जीवाजी विश्वविद्यालय परिसर में स्थित अटल विहारी वाजपेयी इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ।

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने विद्यार्थियों का आह्वान किया है कि विश्वविद्यालय में अध्ययन की साधना से ज्ञान का जो दीपक जलाया है,उससे उनको सत्य–असत्य, शिव-अशिव, सुंदर-असुंदर के बीच का अंतर समझ में आयेगा। जो उनके भावी जिंदगी की राह को आसान बनाएगा। उन्होंने कहा भारतीय संदर्भों में यह उपदेश सर्वदा से प्रासंगिक है कि यदि हम सच्चे मन से ज्ञान को आत्मसात करें, तो जीवन में सफलता तय है। उन्होंने कहा कि आज का दिन आप सबके लिये जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही उन शिक्षकों व अभिभावकों के लिये भी है, जिन्होंने आपके जीवन को उज्ज्वल बनाने में योगदान दिया। उन्होंने कहा कि प्राचीनकाल में भारत में तक्षशिला एवं नालंदा जैसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान थे,जिनमें दुनियाभर के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने आते थे। देश के शैक्षणिक वैभव को फिर से हासिल करने के लिये समन्वित प्रयास करने होंगे।

विश्वविद्यालय में ट्रायबल चेयर की स्थापना हो

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएँ देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कहा कि महापुरूषों और विद्वानों के आदर्शों व सिद्धांतों को आत्मसात करते हुए जीवन पथ पर आगे बढ़ें। उन्होंने जीवाजी विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान देने के लिये महाराज जीवाजीराव सिंधिया का स्मरण करते हुए। विश्वविद्यालय द्वारा पिछड़ी एवं जनजातियों के कल्याण के लिये किए जा रहे प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त की। कहा कि इन वर्गों के शैक्षणिक उत्थान के लिये विश्वविद्यालय में ट्रायबल चेयर की स्थापना की जानी चाहिए। उन्होंने विश्वविद्यालय में हो रहे पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक सरोकार, टीकाकरण में सहयोग, आयुर्वेदिक परंपराओं का प्रसार, शोध अनुसंधान और टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स तैयार करने के प्रयासों की भी सराहना की। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए।

छात्रों ने देश-विदेश में ग्वालियर का नाम रोशन किया है – केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर

केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बतौर मुख्य अतिथि दीक्षांत समारोह को वर्चुअलि संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़े-बड़े आयाम स्थापित किए हैं। यहाँ पर पढ़े छात्र राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ग्वालियर का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि हमारे अंदर ग्वालियर, जीवाजी विश्वविद्यालय और प्रदेश के प्रति गर्व का भाव सदैव विद्यमान रहें, तभी हम अपने देश पर भी गर्व कर पायेंगे। श्री तोमर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि 21वीं सदी भारत की है। इस समय भारत विश्व का सबसे युवा आबादी वाला देश है। सभी युवा भारत की शक्ति और पूँजी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी लगातार इस कोशिश में हैं कि युवाओं की ऊर्जा का भरपूर उपयोग हो। इसीलिए उन्होंने मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, खेलो इंडिया व स्टार्टअप इंडिया की बात की है। केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि उपाधि प्राप्त करने बाद आप सब जीवन की नई यात्रा शुरू कर रहे हैं। नए जीवन में आप सब कितनी भी अच्छी आजीविका प्राप्त कर लें पर माता-पिता, गुरूजन और राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों को नहीं भूलें।

यह शिक्षा की ही नहीं मानवता की भी डिग्री है – उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आप सबको मिली यह डिग्री केवल शिक्षा की डिग्री भर नहीं है यह मानवता की डिग्री भी है। इसलिए जीवन पथ पर सदैव सत्य, निष्ठा व समर्पण भाव के साथ आगे बढ़ें। उन्होंने कहा दीक्षांत समारोह एक ऊर्जा प्रदान करने की परंपरा है। सभी विद्यार्थी इस ऊर्जा को आत्मसात कर, अपने जीवन की नई यात्रा शुरू करें। भावी जीवन में शिक्षा के तप की बदौलत कठिन से कठिन चुनौतियों का सामना कर पाने में सफल होंगे। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा खुशी की बात है कि 62 वर्षीय विद्यार्थी ने भी दीक्षांत में गोल्ड मैडल प्राप्त किया है। यह बताता है कि पढ़ाई के लिये उम्र की कोई सीमा नहीं होती। इसीलिए प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं रखी गई है।

दीक्षांत समारोह में कुल 555 विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल व उपाधियां प्रदान की गईं

समारोह में शिक्षण सत्र वर्ष 2018-19 और 2019-20 के विद्यार्थियों को उपाधियां और स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। समारोह में मंच से वर्ष2018-19 के 49 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। जिनमें 35 स्नातकोत्तर व 14 स्नातक स्तर के स्वर्ण पदक शामिल हैं। इसी शिक्षा सत्र के लिये 16 प्रायोजित स्वर्ण पदक भी समारोह में प्रदान किए गए। इसी तरह शिक्षा सत्र 2019-20 के कुल 51 छात्रों को स्वर्ण पदक सौंपे गए। जिनमें स्नातकोत्तर के 35 और स्नातक स्तर के 16 स्वर्ण पदक शामिल हैं। साथ ही इस शिक्षा सत्र के लिये 18 प्रायोजित स्वर्ण पदक भी दिए गए हैं। दीक्षांत समारोह के मंच से 180 शोध विद्यार्थियों को पीएचडी एवं 13 विद्यार्थियों को एमफिल की उपाधि प्रदान की गईं। इनके अलावा स्नातकोत्तर के 228 विद्यार्थियों को उपाधि देने की घोषणा की गई। जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला द्वारा विद्यार्थियों को पीएचडी एवं एमफिल की उपाधियां प्रदान की गईं। समारोह का संचालन विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ. आनंद मिश्रा ने किया।

पारंपरिक भारतीय वेशभूषा में सजधज कर उपाधि लेने आए विद्यार्थी

जीवाजी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह की अलग ही छटा थी। राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री मंगुभाई पटेल व सभी विशिष्ट अतिथिगण और प्राध्यापकों सहित उपाधि एवं गोल्ड मैडल लेने आए विद्यार्थी पारंपरिक भारतीय वेशभूषा में सजधजकर आए थे। ज्ञात हो प्रदेश सरकार की पहल पर राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में अब पाश्चात्य वेशभूषा के स्थान पर भारतीय वेशभूषा में ही दीक्षांत समारोह होते हैं। अतिथियों की शोभा यात्रा और राष्ट्रगान के साथ दीक्षांत समारोह का शुभारंभ हुआ। इससे पहले पारंपरिक रूप से विश्वविद्यालय कार्य परिषद की विशेष बैठक भी हुई।

दीक्षांत समारोह में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह, सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर तथा विश्वविद्यालय कार्य परिषद के सदस्यगण मंचासीन थे। इस अवसर पर संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना, आईजी श्री अविनाश शर्मा, कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह व पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
================================================================ अद्धभुत है शूरवीरों के शौर्य का प्रत्यक्ष दर्शन : गृह मंत्री डॉ. मिश्रा
एनएसजी कमाण्डों ने किया आंतकरोधी अभ्यास
भोपाल में गांडीव-3 का मॉकड्रिल
नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) के कमांडो द्वारा आंतकी गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिये किया जाने वाला शौर्य प्रदर्शन का चश्मदीद होना अद्भुत है। एनएसजी कमांडो सही मायनों में हमारे शूरवीर हैं। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने यह बात भारत भवन में आंतकरोधी वार्षिक अभ्यास में एनएसजी कमांडो द्वारा लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिये तत्परता से उत्कृष्ट कार्य की मॉकड्रिल के अवलोकन के बाद कही। एनएसजी के आईजी ऑपरेशन मेजर जनरल वी.एस. रानाडे ने मॉकड्रिल संबंधी गतिविधियों की जानकारी दी। पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जोहरी, एडीजी श्री अशोक अवस्थी एवं श्री डी.सी. सागर, आई.जी. एसडीईआरएफ श्रीमती दीपिका सूरी और अन्य आला अधिकारी मौजूद थे। अभ्यास के समन्वय संबंधी कार्य कैप्टन अमित तिवारी द्वारा किया गया।

भारत भवन में एनएसजी कमांडो द्वारा आंतकी गतिविधियों में होने वाली क्षति को रोकने के लिये किये जाने वाले कार्यों का प्रदर्शन किया गया। इसके अन्तर्गत हमीदिया अस्पताल पर हेलीकॉप्टर द्वारा एनएसजी कमांडो को उतारने और प्रभावित लोगों के रेस्क्यू के लिये की गई कार्यवाही को प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। इसके साथ ही आतंकवादियों को रोकने और स्थितियों को नियंत्रित करने संबंधी प्रदर्शन भी भारत भवन में एनएसजी के कमांडो द्वारा किया गया। मेजर जनरल श्री रानाडे ने बताया कि राज्यों के पुलिस बल द्वारा स्थितियों को नियंत्रित करने में असमर्थता की स्थिति में एनएसजी कमांडो को ऑपरेशन के लिये उतारा जाता है। एनएसजी कमांडो राज्य स्तरीय पुलिस बल के साथ समन्वय कर ऑपरेशन को अंजाम देते है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश की सहायता के लिये एनएसजी की यूनिट मुम्बई में मौजूद रहती है। भोपाल में हो रहे वार्षिक अभ्यास में मुम्बई के साथ ही कोलकाता की एनएसजी यूनिट भी सम्मिलित हुई। गांडीव-3 श्रंखला के अन्तर्गत होने वाले अभ्यास में इंदौर में 3 टारगेट और भोपाल में 5 टारगेट आरबीआई, विधानसभा भवन, वल्लभ भवन, हमीदिया अस्पताल और भारत भवन रखे गये थे।

एनएसजी से मिलेगा प्रशिक्षण

गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने मॉकड्रिल का अवलोकन करने के पश्चात एनएसजी के आईजी ऑपरेशन मेजर जनरल रानाडे से राज्य के बल को प्रशिक्षित करने के संबंध में चर्चा की। श्री रानाडे ने आश्वस्त किया कि एनएसजी के द्वारा राज्य सरकार के पुलिस बल को आंतकी गतिविधियों का तत्परता पूर्वक सामना करने के लिये आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।

मंत्री डॉ. मिश्रा ने शस्त्रों का किया अवलोकन

एनएसजी के द्वारा उपयोग में लाये जाने वाले शस्त्रों का गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने अवलोकन किया। मेजर जनरल रानाडे और कर्नल नितीश द्वारा शस्त्रों के उपयोग के बारे में आवश्यक जानकारी से डॉ. मिश्रा को अवगत कराया गया।
================================================================आयुर्वेद भारतीय संस्कृति की रीढ़ है- मंत्री सुश्री ठाकुर
भोपाल और बघीरा जंगल रिसोर्ट में वेलनेस सेंटर का शुभारंभ
पर्यटन, संस्कृति और आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि आयुर्वेद भारतीय संस्कृति की रीढ़ है। शरीर के सभी रोगों का इलाज आयुर्वेद से संभव है। सुश्री ठाकुर ने त्रिलंगा में महाकाली सोसाइटी और बघीरा जंगल रिसोर्ट मोचा (कान्हा) में आयुर्वेद वेलनेस सेंटर के शुभारंभ के अवसर पर संबोधित कर रही थी। सुश्री ठाकुर ने लोगो को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि पहला सुख निरोगी काया है। हम सभी को स्वस्थ रहने के लिए वैदिक जीवन पद्धति और आयुर्वेद चिकित्सा को अपनाना चाहिए। पर्यटन विभाग प्रदेश के पर्यटन स्थलों और प्रमुख शहरों में वेलनेस सेंटर स्थापित करके आमजन को आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का लाभ देगा और साथ ही उन्हें वैदिक जीवन पद्धति अपनाने के लिए जागरूक भी करेगा। सुश्री ठाकुर ने दीप प्रज्वलन और फीता काटकर त्रिलंगा में महाकाली परिसर में वेलनेस सेंटर का शुभारंभ किया। उन्होंने वेलनेस सेंटर में आमजन को उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं और व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।

सुश्री ठाकुर ने कान्हा नेशनल पार्क के समीप स्थित बघीरा जंगल रिसोर्ट में आयुर्वेद वेलनेस सेंटर का वर्चुअल शुभारम्भ भी किया। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति श्री शिव शेखर शुक्ला कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़े। श्री शुक्ला ने कहा की मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुरूप प्रदेश में वेलनेस टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विकास निगम और वेलनेस तथा हेल्थकेयर सेक्टर में प्रतिष्ठित संस्थान एम. एस. रामैया ग्रुप, बेंगलुरु के सहयोग से प्रदेश में पर्यटन निगम की इकाइयों में वेलनेस सेंटर स्थापित किये जा रहे हैं। गत 19 फरवरी 2021 को पर्यटन विकास निगम और रामैया ग्रुप के बीच एम.ओ.यू. करते हुए पर्यटन विकास निगम की पचमढ़ी स्थित इकाई होटल ग्लेन व्यू में प्रदेश के पहले वेलनेस सेंटर की शुरुआत की गई है। श्री शुक्ला ने बताया कि इसी तरह पर्यटन विकास निगम की अन्य इकाईयों जैसे होटल हॉलिडे होम्स अमरकंटक, सैलानी आईलैंड रिसॉर्ट सैलानी, गांधीसागर डैम के समीप स्थित हिंगलाज रिसोर्ट (मंदसौर), व्हाइट टाइगर फॉरेस्ट लॉज (बांधवगढ़), किपलिंग्स कोर्ट (पंच) और मुख्य शहरों जैसे इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, ओरछा इत्यादि में वेलनेस सेंटर स्थापित किये जायेंगे।

प्रबंध संचालक पर्यटन विकास निगम श्री एस. विश्वनाथन ने बताया कि भोपाल और बघीरा रिसोर्ट के वेलनेस सेंटर पर पर्यटकों और आमजन का भारतीय आयुर्वेद उपचार पद्धति जैसे पंचकर्म, कायाकल्प और प्रमाणिक केरल आयुर्वेद उपचार पद्यति से उपचार किया जायेगा। मध्यप्रदेश पर्यटन की इकाईयों में वेलनेस सेंटर्स की स्थापना होने से निगम की इकाईयों में ठहरने वाले पर्यटकों के साथ-साथ इन पर्यटन स्थलों का भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को भी इस सुविधा का लाभ मिलेगा।

वेलनेस सेंटर पर प्रिवेंटिव थेरेपी जैसे उत्सादन, तैल परिशेक, अभ्यंग और पत्र पिंड स्वेद, पेन मैनेजमेंट थैरेपी जैसे जानू बस्ती, कती बस्ती, ग्रीवा बस्ती और स्पाइनल मसाज के साथ पंचकर्म जिसमें वामन कर्म, विरेचन कर्म, कशाया बस्ती, स्नेहा बस्ती और नास्य जैसी आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्यति का वैज्ञानिक तरीके से लाभ पर्यटकों को दिया जायेगा।

इस अवसर पर चेयरमैन रमैया ग्रुप डॉ एम.आर. जयराम, रिटायर्ड आईएएस श्री एम.आर. श्रीनिवासमूर्थी और संचालक रीसा डॉ जीजी. गंगाधरन सहित पर्यटन विकास निगम के अधिकारी कर्मचारी और आमजन उपस्थित थे।
================================================================ खेल, स्वस्थ और सफल जीवन का उत्तम मार्ग है – प्रभारी मंत्री यादव
प्रभारी मंत्री शाजापुर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में हुए शामिल
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री एवं शाजापुर के प्रभारी मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव ने शाजापुर खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा आयोजित प्रतिभा-खोज 2021 कार्यक्रम का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। उन्होंने प्रतिभागियों से कहा कि खेल-कूद हमारे शारीरिक व्यायाम और स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है। राज्य मंत्री ने कहा कि खेल सफल जीवन का उत्तम मार्ग तो होता ही है, इससे खिलाड़ी अपने देश और प्रदेश का नाम भी ऊँचा करते हैं।

प्रभारी मंत्री श्री यादव ने शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में विज्ञान भारती संस्था द्वारा आयोजित मध्यप्रदेश “विज्ञान माला” में शामिल हुए और प्रदर्शनी का अवलोकन किया। श्री यादव ने प्रदर्शनी के संबंध में आयोजकों से विभिन्न विषयों की जानकारी ली तथा संस्था के प्रयासों की सराहना भी की।

प्रभारी मंत्री श्री यादव ने स्थानीय कृषि उपज मंडी स्थित 687.11 लाख रूपये लागत से बनी नवीन फल-सब्जी मंडी का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि इस नवीन मंडी से किसान भाईयों को अपने फल और सब्जी बेचने के लिए बेहतर बाजार मिलेगा तथा आम नागरिक उचित दाम पर ताजा फल-सब्जी प्राप्त कर सकेंगे। इस अवसर पर सांसद श्री महेन्द्र सिंह सोलंकी, विधायक श्री हुकुम सिंह कराड़ा सहित जन-प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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mpnews – 27 august 2021
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