भोपाल : शनिवार, अगस्त 6, 2016
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में छोटे एवं मध्यम उद्योग स्थापित कर अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया जायेगा। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्व-रोजगार स्थापित करने के लिये मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना और मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना में समुचित ऋण उपलब्ध करवाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज अनूपपुर में हितग्राही सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कदमटोला में 2 करोड़ 29 लाख की लागत से नये औद्योगिक क्षेत्र का विकास किये जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अनुसूचित जाति-जनजाति और गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले व्यक्तियों को सस्ती दर पर खाद्यान्न उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहाकि प्रदेश की धरती पर जिन व्यक्तियों ने जन्म लिया है, उन्हें रहने के लिये जमीन का टुकड़ा उपलब्ध करवाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी जमीन पर जो व्यक्ति घर बनाकर रह रहे हैं, उन्हें भी आवास के लिये स्थायी पट्टा दिया जायेगा।
गुणवत्तापूर्ण स्कूल शिक्षा की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शासकीय शालाओं में प्राथमिकता के साथ बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध करवायी गयी हैं। बच्चों को नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तकें और गणवेश का वितरण किया जा रहा है। स्कूल के विद्यार्थियों को पढ़ने में सुविधा हो, उन्हें साइकिल उपलब्ध करवायी गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कक्षा-12 में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली गाँव की बेटी को 5000 रुपये की प्रोत्साहन राशि उपलब्ध करवायी जा रही है। जिन बच्चों ने कक्षा-12 में 85 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हैं, उन्हें लेपटॉप और महाविद्यालयों में प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन मुहैया करवाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभाशाली बच्चों को मेडिकल, आईआईटी, इंजीनियरिंग और आईआईएम में पढ़ने के लिये पर्याप्त अवसर दिये जायेंगे। उनकी फीस राज्य सरकार भरेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कदमटोला में औद्योगिक विकास क्षेत्र की आधारशिला रखी। अनूपपुर नगर में ओव्हर-ब्रिज निर्माण और सर्व-सुविधायुक्त बस-स्टेण्ड बनाये जाने की घोषणा की।
कार्यक्रम में जिले के प्रभारी राज्य मंत्री श्री संजय पाठक, क्षेत्रीय विधायक श्री रामलाल रौतेल, विधायक श्री जयसिंह मरावी और अध्यक्ष मध्यप्रदेश जन-जातीय आयोग श्री नरेन्द्र सिंह मरावी भी मौजूद थे।