(todayindia)जेएनयू हिंसा(JNU Violence) पर सियासत गरमाई|
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्धालय में रविवार रात हुई हिंसा पर राजनैतिक घमासान ने जोर पकड़ा | रविवार को जेएनयू में कुछ नकाबपोश लोगो ने घुसकर छात्रों और अध्यापको को निशाना बनाया | हमले में दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे | घटना के सामने आते ही राजनैतिक दलों एक दुसरे पर(todayindia)(JNU Violence)(today india news)(today india) आरोप लगाना शुरू कर दिया है | सरकार ने कहा की विश्वविद्यालयो को राजनीति का अड्डा नहीं बनने दिया जायेगा |
जेएनयू में हिंसा की घटना सामने आते ही गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से बात जेएनयू में तत्काल शांति स्थापित करने के लिए जरूरी कदम उठाने और मामले की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया | अमित शाह ने कहा की विश्वविद्धालय में हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी |
केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने आज कहा कि शिक्षण संस्थानों को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाना चाहिए। वे उत्तर प्रदेश में अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद पत्रकारों से बात कर रही थीं। दिल्ली के जे.एन.यू. में हुई हिंसा पर उन्होंने कहा कि वे पहले भी कह चुकी हैं और फिर दोहरा रही हैं कि शिक्षण संस्थानों को राजनीति का क्षेत्र बनाने से हमारे छात्रों के जीवन और प्रगति पर बुरा असर पड़ता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि छात्रों को राजनीति के मोहरे के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने कहा की छात्रों को निशाना बनाने वाले उपद्रवी तत्वों को सरकारी पक्ष का प्रोत्साहन मिल रह है | उन्होंने कहा की सरकार विरोध की आवाज़ दबा रही है | मामले पर स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग की है | राहुल गाँधी ने कहा की यह दिखाता है की सरकार पर फांसीवादी ताकतों का नियंत्रण है | इससे पहले प्रियंका गाँधी ने घायल छात्रों से मुलाकात की थी |
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटना की तुलना २६/११ के आतंकी हमले से कर डाली | बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना को की निंदा की | माकपा ने कुलपति को बर्खास्त करने की मांग की | (todayindia)(JNU Violence)(today india news)(today india)
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में रविवार शाम हुई हिंसा के पीछे ‘सर्वर रूम’ बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने विद्यार्थियों द्वारा परीक्षा के बहिष्कार और प्रदर्शनों के बावजूद एडमिशन प्रक्रिया शुरू कर दी थी। इसी बात से नाराज होकर कुछ छात्रों ने सर्वर रूम पर कब्जा कर लिया। विवि की एडमिशन प्रक्रिया ऑनलाइन है और छात्रसंघ से जुड़े विद्यार्थी नहीं चाहते थे कि एडमिशन शुरू हों।
इस संबंध में विवि प्रशासन का कहना था कि कुछ नकाबपोश छात्रों ने सर्वर रूम पर कब्जा कर लिया है साथ ही टेक्निकल स्टाफ को बंधक बना लिया था। इसी बात को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और लेफ्ट विंग के विद्यार्थियों में झड़प भी हुई थी।
दिल्ली पुलिस ने जेएनयू परिसर में दंगा करने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में अज्ञात नकाबपोशों के खिलाफ सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की।
जेएनयू में छात्रों पर हुए हिंसात्मक हमले की कड़ी निंदा करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा की जब वह जेएनयू में पढाई कर रहे थे तब ‘टुकड़े टुकड़े गैंग’ नहीं हुआ करता था | ओआरएफ की तरफ से आयोजित पुस्तक के विमोचन समारोह में जयशंकर ने यह बात कही |
(todayindia)(JNU Violence)(today india news)(today india)
=============
courtesy