(today india news)(today india)(todayindia)मुख्यमंत्री कमल नाथ की पहल पर बदल गया प्रदेश का औद्योगिक परिदृश्य | उद्योगों को 773 एकड़ विकसित भूमि आवंटित – 7365 करोड़ पूँजी निवेश संभावित | मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की पहल पर बीते 12 महीनों में प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य में बड़ा(today india news)(today india)(todayindia)(Madhyapradesh samachar)सकारात्मक बदलाव देखने में आया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बड़े उद्योगों के लिये विकसित भूमि आवंटित करने तथा उद्योग स्थापना के लिये दी जाने वाली सभी सहूलियतें मुहैया कराने के लिये ऐतिहासिक निर्णय लिये और उन्हें जमीन पर उतारा। इसके फलस्वरूप देश के बड़े-बड़े उद्योगपति मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने के लिये लगातार आगे आ रहे हैं। बड़े उद्योगों के साथ ही मध्यम एवं लघु उद्योगों ने भी प्रदेश में पूँजी निवेश करने की पहल की है। राज्य सरकार ने इनकी पहल का सम्मान करते हुए इन्हें भी आवश्यकतानुसार विकसित भूमि आवंटित की है।
मुख्यमंत्री की पहल पर वर्ष 2019 के दौरान बड़े उद्योगों को 773 एकड़ से अधिक विकसित भूमि आवंटित की गई। इसी अवधि में बड़े उद्योगों में 7365 करोड़ से अधिक का पूँजी निवेश संभावित है।
औद्योगिक केन्द्र विकास निगम ने विकसित औद्योगिक क्षेत्रों में इस वर्ष, पिछले वर्ष की तुलना में 67 प्रतिशत अधिक विकसित औद्योगिक भूमि आवंटित की। इसी प्रकार बड़े उद्योगों में बीते वर्षों की तुलना में 52 प्रतिशत अधिक पूँजी निवेश भी संभावित है।
श्री कमल नाथ के द्वारा प्रदेश में उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहन देने के लिये उठाये गये कदमों के चलते वर्ष 2019 में प्रदेश में वृहद, मध्यम और लघु उद्योगों में कुल 32 हजार 500 करोड़ का निवेश हुआ है। इस अवधि में एक लाख 9 हजार 210 नये रोजगार के अवसर भी निर्मित हुए।
सौ करोड़ से अधिक पूँजी निवेश के उद्योग
प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा निर्मित विश्वास के वातावरण में बड़े-बड़े उद्योग आना शुरू हो गये हैं। मात्र पिछले एक साल में 100 करोड़ से अधिक प्रस्तावित पूँजी निवेश के 11 उद्योगों ने प्रदेश में प्रवेश किया है। इनमें से रॉलसन टायर्स ने पीथमपुर में 1258 करोड़, मे. एसीसी लि. देवसरी जिला कटनी ने 1270 करो़ड़, मेकलाड्स फार्मास्युटिकल्स ने धार में 723 करोड़ 21 लाख, श्रीराम पिस्टन एण्ड रिंग्स ने पीथमपुर में 620 करोड़, सिपला लिमिटेड ने धार में 513 करोड़, स्मार्ट इंडस्ट्रीयल पार्क, धार फारम्युलेशन एसईजेड ने धार में 335 करोड़, मे. पारले एग्रो प्रा.लि., सीतापुर फेस-2 ने 329 करोड़, वेल्सपन कार्पोरेशन लि. जमुनिया खेड़ा ने धार में 300 करोड़, जमना ऑटो ने धार में 230 करोड़, ऑटोमेटिव एक्सल लि. ने धार में 185 करोड़ और इंडियन रेअर अर्थ्स लि. ने एमएसएमई अचारपुरा में 112 करोड़ 93 लाख रूपये का पूँजी निवेश प्रस्तावित किया है।
बड़े उद्योगों को आवंटित विकसित भूमि
राज्य सरकार ने प्रदेश में बड़े उद्योगों को प्राथमिकता के साथ विकसित भूमि आवंटित की है। पिछले एक साल में इन उद्योगों को कुल 773 एकड़ विकसित भूमि आवंटित की है। इनमें से रॉलसन टायर्स को 404656 वर्गमीटर, एसीसी को 30600, मेकलॉडस फार्मास्युटिकल्स को 114200, श्रीराम पिस्टन एंड रिंग्स को 65000, सिपला लि. 121264, धार फारम्युलेशन 154228, पारले एग्रो 137200, वेल्सपन लि. को 604490, जमना ऑटो 48400, ऑटोमेटिव एक्सल 93032 और इंडियर रेअर अर्थ्स लि. को 101211 वर्गमीटर विकसित भूमि आवंटित की गई है।(today india news)(today india)(todayindia)(Madhyapradesh samachar)
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समय के साथ चलें
ब्लॉग
भोपाल : मंगलवार, दिसम्बर 31, 2019
नव-वर्ष 2020 का शुभारम्भ हो रहा है। वर्ष 2019 स्मृति में अंकित हो गया है। हम सब नव- वर्ष की सुबह का स्वागत आशाओं, उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा के साथ करें। हर पल नया सीखने के लिए तैयार रहें और विफलताओं से सीखने के लिए तो हमेशा तैयार रहें। ख्याल रहे कि असफलताएँ और कुछ नहीं बल्कि आधे-अधूरे मन से किए गए प्रयासों का फल हैं। सफलता एक सापेक्ष वस्तु है। कई बार ईमानदार और भरपूर प्रयासों के बावजूद यह दूर रहती है। इसलिए हमेशा उत्कृष्टता की तलाश करें। मुझे शास्त्रीय उर्दू शायरी का एक नायाब शेर याद आता है, जिसमें शायर अल्ताफ हुसैन हाली कहते हैं-
“है जुस्तजू कि खूब से है खूबतर कहाँ ?
अब ठहरती है देखिए जा कर नजर कहाँ?”
इसका सीधा अर्थ है कि हमेशा उत्कृष्टता की तलाश में रहें और इसे हासिल करने के लिए बिना थके आगे बढ़ते रहें।
असफलताओं से डरने और सफलताओं से मोहित होने की जरुरत नहीं । हम तभी असफल होते हैं, जब हम बदलते समय के साथ तालमेल रखने में असफल होते हैं। समय कठोर होता है। वह आपकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति या भौगोलिक पहचान की परवाह नहीं करता। किसी के लिए नहीं रुकता। समय एकमात्र कीमती चीज है, जो हर किसी के पास है लेकिन कुछ ही लोगों के पास इसका उपयोग करने का विवेक होता है।
मुझे प्रसिद्ध रूसी चित्रकार मार्क चगाल की एक प्रसिद्ध पेंटिंग का शीर्षक याद आता है कि ‘समय बिना किनारों की नदी है।’ इसलिए यदि समय को मनचाही दिशा में प्रवाहित करना हो, तो समय की नदी पर किनारे बनाने के लिए तैयार रहें। यह हम सभी के लिए चुनौती है। इस प्रयास में कोई हमारी मदद नहीं कर सकता। जो समय के साथ दोस्ती करते हैं, वे अन्ततः अपनी मनचाही मंज़िलों को पा लेते हैं। सहजता से अपने लक्ष्यों को हासिल कर लेते हैं। दुनिया में कुछ चीजें हैं, जो पैसों से नहीं खरीदी जा सकती जैसे स्नेह, ज्ञान, विश्वास, नींद, मुस्कुराहट, सेहत, दोस्ती और निश्चित रूप से शक्तिशाली समय। हम हर पल नष्ट होते जाते हैं यदि कीमती पलों को व्यर्थ गँवाते जाएँ।
नए साल में, समय के बेहतर और रचनात्मक उपयोग के प्रति संवेदनशील होने का संकल्प लें। हर पल का सम्मान करें और समय का प्रबंधन करना सीखें।
हम अच्छे या बुरे समय का आकलन कर सकते हैं। हम उज्जवल भविष्य की अच्छी से अच्छी कल्पना कर सकते हैं । हम अपनी विचार प्रक्रिया में वर्तमान समय से आगे की सोच सकते है, लेकिन सच यह है कि हमें समय के साथ ही चलना है। चाहे विद्यार्थी हो, किसान हों, व्यापारी हों, अमीर या गरीब हों किसी भी पद पर हो, आपको समय के साथ कदमताल करना होगा ।
हम समय नहीं देख सकते। इसे सिर्फ महसूस करते हैं। जैसे हम हवा को नहीं देख सकते लेकिन इसकी गति को महसूस करते हैं। हालाँकि घड़ियाँ हमारी मदद करती हैं लेकिन हम समय को बदलाव से ही अनुभव करते हैं। इसलिए शास्त्रों में कहा गया है कि समय हर जख्म भर देता है। सबके पास अच्छे समय की अपनी सोच हैं। लोग अपनी खुशियों के लिए हजारो खर्च करते हैं , लेकिन समय का सदुपयोग करने वालों को खुशियाँ स्वाभाविक रूप से मिलती हैं।
हमें समय के प्रति बेहद संवेदनशील होना होगा। इसलिए, हमेशा समय का ध्यान रखें। घड़ियों, सेकंड, मिनट, घंटे, तारीख, महीने और वर्षों के बिना दुनिया की कल्पना करो। इनके बिना भी समय का अस्तित्व था और हमेशा रहेगा। यह पृथ्वी और ब्रह्मांड की सबसे कीमती वस्तु है। एक क्षण भी व्यर्थ न जाने दें। हमेशा बड़े काम करने का प्रयास करें और अपना योगदान देने के लिए तैयार रहें।
मैं हमेशा अपने पसंदीदा व्यक्तित्व अल्बर्ट आइंस्टीन के कालजयी शब्दों को दोहराना चाहूँगा जिन्होंने कहा था – ‘हर दिन सौ बार मैं खुद को याद दिलाता हूँ कि मेरा आंतरिक और बाहरी जीवन अन्य लोगों के श्रम पर आधारित है। चाहे वे जीवित हों या न हों। जो कुछ मुझे उनसे मिला और अब भी मिल रहा है, उसे उसी मात्रा में लौटाने के लिए मुझे खुद श्रम करना होगा।’ मुझे विश्वास है कि हर जिम्मेदार नागरिक इन स्वर्णिम शब्दों से सहमत होगा।
मैं सभी नागरिकों को नव-वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ और कामना करता हूँ कि सब स्वस्थ, प्रसन्न और संपन्न रहें।
ब्लॉगर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं
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सामूहिक “वंदे-मातरम्” गायन सम्पन्न
जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी.शर्मा की उपस्थिति में मंत्रालय स्थित सरदार पटेल पार्क में राष्ट्र-गीत “वंदे-मातरम्” और राष्ट्र-गान “जन-गण-मन” का सामूहिक गायन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहन्ती उपस्थित थे।
पुलिस बैंड ने शौर्य स्मारक से सरदार पटेल पार्क तक मार्च करते हुए देश भक्ति के गीतों की धुनें प्रस्तुत कीं। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री के.के. सिंह, प्रमुख सचिव गृह श्री एस.एन.मिश्रा सहित मंत्रालय, सतपुड़ा एवं विंध्याचल भवन स्थित शासकीय कार्यालयों में कार्यरत सभी अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।(today india news)(today india)(todayindia)(Madhyapradesh samachar)
अनाश्रित 7800 गौ-वंश के लिये 23 करोड़ से बनेंगी गौ-शालाएँ
प्रदेश में वन समितियों के माध्यम से 78 गौ-शालाएँ बनाई जाएंगी। तीस लाख रुपये प्रति गौ-शाला की दर से बनने वाली 50 गौ-शालाओं का 15 करोड़ रुपये का वित्त पोषण लघु वनोपज संघ और शेष 28 गौ-शालाओं के लिये 8 करोड़ 4 लाख रुपये का वित्त पोषण वन सुरक्षा समितियों को दी जाने वाली लाभांश की राशि से किया गया है। गौवंश को सतत चारा आपूर्ति के उद्देश्य से संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के सहयोग से चारा उत्पादन के लिये उपयुक्त वन क्षेत्रों का चयन किया जा रहा है।
अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, संयुक्त वन प्रबंधन श्री चितरंजन त्यागी ने बताया कि अनाश्रित गायों के लिये गौ-शाला खोलना राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। वन विभाग द्वारा गौ-शालाओं के लिये स्थल का चयन उस क्षेत्र में उपलब्ध अनाश्रित गौ-वंश के आधार पर किया गया है। सौ गायों की क्षमता वाली प्रत्येक गौ-शाला के लिये 30 लाख रुपये प्रति इकाई की दर से प्राक्कलन तैयार किये गए हैं। इसमें गायों के लिये शेड, चारे के लिये गोदाम और जल की व्यवस्था की गई है। अनाश्रित गायों को आश्रय मिल जाने से उन्हें उपचार और आहार की सुविधा मिलेगी। साथ ही, सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।(today india news)(today india)(todayindia)(Madhyapradesh samachar)
18 नगरीय निकायों में प्रशासक नियुक्त
राज्य शासन द्वारा 18 नगरीय निकायों में प्रशासक नियुक्त कर दिये गये हैं। इन निकायों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। प्रशासक नगरीय निकाय का कार्यकाल समाप्त होने की तिथि से आम निर्वाचन सम्पन्न होने और नई परिषद द्वारा कार्यभार ग्रहण करने तक के लिये नियुक्त किये गये हैं।
नगरपालिक निगम सागर के लिये संभागीय आयुक्त सागर, नगरपालिका परिषद बीना-इटावा के लिये अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बीना-इटावा, खुरई के लिये अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) खुरई, रहली के लिये अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) रहली, गढ़ाकोटा के लिये अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) गढ़ाकोटा, नगरपालिका परिषद देवरी के लिये अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) देवरी, नगर परिषद राहतगढ़ के लिये अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) राहतगढ़, शाहपुर के लिये अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) शाहपुर, बंडा के लिये अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बंडा और नगर परिषद शाहगढ़ के लिये अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) शाहगढ़ को प्रशासक नियुक्त किया गया है।
इसी तरह नगरपालिक निगम सतना के लिये कलेक्टर सतना, नगरपालिक निगम रीवा के लिये संभागीय आयुक्त रीवा, नगरपालिक निगम सिंगरौली के लिये कलेक्टर सिंगरौली, नगर परिषद नौरोजाबाद के लिये अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) नौरोजाबाद और नगर परिषद चंदिया के लिये अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) चंदिया को प्रशासक नियुक्त किया गया है।
नगरपालिक निगम कटनी के लिये कलेक्टर कटनी, नगरपालिक निगम देवास के लिये कलेक्टर देवास और नगरपालिक निगम रतलाम के लिये कलेक्टर रतलाम को प्रशासक नियुक्त किया गया है।
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जनसम्पर्क मंत्री श्री शर्मा द्वारा बुजुर्ग डे-केयर सेंटर का शुभारंभ
जनसम्पर्क, विधि-विधायी एवं धर्मस्व मंत्री श्री पी.सी.शर्मा ने आज बुजुर्गों के लिए बनाए गए डे केयर सेंटर का विवेकानंद पार्क, कोटरा में शुभारंभ किया। यह प्रदेश का पहला डे केयर सेंटर है, जिसमें बुजुर्गों के लिए पुस्तकालय, मनोरंजन के लिए टीवी सेट, शतरंज, केरम आदि सुविधाएं उपलब्ध करवायी गयी है।
मंत्री श्री शर्मा ने स्थानीय नागरिकों को नव-वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अन्य बस्तियों में भी डे-केयर सेंटर शुरू किये जाएंगे। इस अवसर पर पार्षद श्री योगेन्द्र सिंह चौहान, श्री मोनू सक्सेना, श्री अमित शर्मा और रहवासी मौजूद थे।
कर्मचारी आयोग के सदस्य श्री खोंगल को बधाई
मंत्री श्री शर्मा ने मंत्रालय में कर्मचारी आयोग के सदस्य श्री वीरेन्द्र खोंगल के कार्यभार ग्रहण कार्यक्रम में शामिल हुए। वित्त सचिव श्री गुलशन बामरा ने श्री खोंगल को कार्यभार ग्रहण कराया। श्री शर्मा ने मंत्रालय में विधि-विधायी कार्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को नव-वर्ष की शुभकामनाएँ दीं।
स्वामी स्वरूपानंद और सुबोधानन्द जी से मिले
जनसम्पर्क, विधि-विधायी एवं धर्मस्व मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने नव-वर्ष पर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद एवं नदी न्यास के अध्यक्ष सुबोधानन्द से भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया। श्री शर्मा मंत्रालय में अधिकारियों-कर्मचारियों से भेंट कर नव-वर्ष की शुभकामनाएँ दी।
माता मंदिर से न्यू मार्केट स्मार्ट रोड का किया लोकार्पण
जनसंपर्क, विधि-विधायी कार्य एवं धर्मस्व मंत्री श्री पी.सी.शर्मा ने आज माता मंदिर चौराहे से न्यू मार्केट स्मार्ट रोड का लोकार्पण किया। स्मार्ट सिटी एरिया में किए जा रहे डेवलपमेंट कार्य के चलते इस सड़क को कुछ समय के लिए बंद किया गया था। श्री शर्मा ने इसके पूर्व नेहरू नगर में कोपल स्कूल के सामने सड़क निर्माण का भूमि पूजन भी किया।
धानुक समाज के पदाधिकारियों को दिलाई शपथ
जनसम्पर्क एवं धर्मस्व मंत्री श्री पी.सी.शर्मा ने आज शिवाजी नगर स्थित परशुराम मंदिर में धानुक समाज विकास समिति के पदाधिकारियों को शपथ दिलाई। समाज की ओर से मंत्री श्री शर्मा का शाल श्रीफल भेंट कर स्वागत किया गया।(today india news)(today india)(todayindia)(Madhyapradesh samachar)