प्रदेश में नौनिहालों को कुपोषण और जन्मजात बीमारियों-विकृतियों से मुक्त रखने के लिए 10 जून से चलाए जा रहे दस्तक अभियान के सार्थक परिणाम दिखने लगे हैं। मुरैना जिले के ग्राम अधनपुर के श्रमिक भूपेन्द्र सिंह कुशवाह की 9 माह की बेटी रोशनी के चेहरे पर दस्तक दल की मदद से 14 दिन में ही नई चमक आ गई है। उदास और कमजोर रोशनी अब मुस्कुराने लगी है। दस्तक दल ने उसे पोषण पुनर्वास केन्द्र मुरैना में भर्ती कराया जहाँ 14 दिनों तक(todayindia)(latest news)(breaking news)(national news)(bollywood news)(cricket news)(sports news)(political news) पोषण आहार देने से उसका वजन एक किलो ग्राम बढ़ गया है।
दस्तक दल को घर-घर सर्वे के दौरान जब 9 वर्षीय कुपोषित बालिका रोशनी मिली तो उसका वजन सिर्फ 5 किलोग्राम ही था। पिता भूपेन्द्र सिंह परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से उसका इलाज नहीं करा पा रहा था। दल ने बालिका को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराने की सलाह दी। बच्ची को पोषण पुनर्वास केन्द्र में प्रतिदिन उपचारित कर नियमित पौष्टिक पोषण आहार दिया गया।
आँगनवाड़ी कार्यकर्ता चंद्रदेवी ने बताया कि रोशनी की माँ राजकुमारी अब बहुत खुश है। कहती है कि पुनर्वास केन्द्र में आकर बहुत सारी बातें सीखने को मिली साथ ही बिना पैसे इलाज भी संभव हुआ।(todayindia)(latest news)(breaking news)(national news)(bollywood news)(cricket news)(sports news)(political news)