प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आज नई दिल्ली में नीति आयोग की संचालन परिषद की पांचवीं बैठक हुई। प्रधानमंत्री ने अपनी शुरूआती टिप्पणी में एक बार फिर कहा कि सब का साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र को पूरा करने में नीति आयोग की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने गरीबी, बेरोजगारी, सूखा, बाढ़, प्रदूषण, भ्रष्टाचार और हिंसा का मिलकर मुकाबला करने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सबका लक्ष्य 2022 तक नये भारत के निर्माण के लक्ष्य को हासिल करना है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान और प्रधानमंत्री आवास योजना ऐसे कार्यक्रम हैं, जिन्हें केन्द्र और राज्य सरकारें मिलकर आगे बढ़ा सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं, उन्हें 2 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाना चाहिए और देश की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर 2022 के लक्ष्यों के लिए दृढ़संकल्प के साथ काम शुरू किया जाना चाहिए।
मोदी ने यह भी कहा कि 2024 तक भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना एक चुनौती है, लेकिन इसे निश्चित रूप से हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नवगठित जल शक्ति मंत्रालय पानी से संबंधित समस्याओं पर ध्यान देगा। उन्होंने राज्यों से आग्रह किया कि वे भी मिलजुलकर जल संरक्षण और प्रबंधन के प्रयासों में तेजी लाएं। प्रधानमंत्री ने सूखे की समस्या से भी निपटने के लिए प्रभावी प्रयास करने को कहा। उन्होंने कहा कि हर बूंद अधिक फसल कार्यक्रम को बढ़ावा देने की जरूरत है।
2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके लिए मछली पालन, पशु पालन, बागवानी, फल और सब्जियों की खेती पर जोर देने की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र के संदर्भ में 2025 तक तपेदिक उन्मूलन के लक्ष्य का भी जिक्र किया। उन्होंने आयुष्मान भारत के तहत, अब तक प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना लागू नहीं करने वाले राज्यों से कहा कि वे भी इसे जल्द कार्यान्वित करें।
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